Nasa News

Nasa News - ख़बरें

  • सूर्य को ‘छूकर’ क्‍या बच पाएगा Nasa का पार्कर, 980 डिग्री तापमान झेला, वैज्ञानिक कर रहे सिग्‍नल का इंतजार
    नासा (Nasa) के पार्कर सोलर प्रोब ने क्र‍िसमस की पूर्व संध्‍या पर सूर्य (Sun) के बेहद नजदीक से उड़ान भरी थी। वह एक ऐतिहासिक पल था। हालांकि वैज्ञानिकों को अबतक यह मालूम नहीं है कि पार्कर सोलर प्रोब ‘जिंदा’ है या फ‍िर सूर्य की गर्मी से ‘राख’ हो गया। रिपोर्टों के अनुसार, इसमें कुछ दिनों का टाइम लग सकता है। वैज्ञानिक इंतजार कर रहे हैं कि पार्कर सोलर प्रोब का उनसे संपर्क हो पाए और वह संकेत भेजे कि सबकुछ ठीक है।
  • क्‍या चांद पर दोबारा इंसान को भेज पाएगी Nasa? आर्टिमिस मिशन में हो रही देरी, जानें वजह
    नासा कई वर्षों से आर्टिमिस मिशन पर काम कर रही है। इसके तहत एक बार फ‍िर से इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी है। 2022 में नासा ने आर्टिमिस मिशन के तहत ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट को चांद के करीब तक भेजा था। हालांकि उसमें क्रू मौजूद नहीं था। कहा गया कि एजेंसी ने शुरुआती तैयारी की है और जल्‍द इंसानों को भी चांद पर भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। अब ऐसा लगता है कि मिशन में देरी हो रही है।
  • बाल-बाल बची धरती! एयरोप्‍लेन जितना बड़ा एस्‍टरॉयड पास से गुजरा, जानें इसके बारे में
    क्र‍िसमस से एक दिन पहले पृथ्‍वी का सामना एयरोप्‍लेन जितने बड़े एस्‍टरॉयड के साथ हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, 2024 XN1 नाम का एस्‍टरॉयड मंगलवार सुबह धरती के करीब से 14,743mph की रफ्तार से गुजरा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) पहले ही बता चुकी थी कि क्र‍िसमस से एक दिन पहले यह पृथ्‍वी के करीब आएगा और इसके धरती से टकराने का चांस नहीं है।
  • 24 हजार km की स्‍पीड से पृथ्‍वी के करीब आ रहा एस्‍टरॉयड, क्र‍िसमस से पहले देगा ‘दस्‍तक’
    हमारी पृथ्‍वी का सामना लगभग हर रोज किसी एस्‍टरॉयड से होता है। ऐसी ही एक ‘चट्टानी’ आफत क्र‍िसमस से ठीक पहले 24 दिसंबर को ‘दहलाने’ आ रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2024 XN1 नाम का एस्‍टरॉयड करीब 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और जब यह हमारे ग्रह के करीब आएगा, तब दोनों के बीच दूरी 44 लाख 80 हजार किलोमीटर रह जाएगी। इसका साइज करीब 120 फीट है।
  • खुशखबरी! धरती को बचाने वाली ओजोन परत में दिखा सुधार, 2066 तक होगा यह बड़ा बदलाव
    2024 के अंत में एक अच्छी खबर आई है। इस साल ओजन परत की मोटाई पिछले साल की तुलना में बहुत ज्यादा नहीं घटी है। NOAA और NASA के वैज्ञानिकों ने सितंबर से लेकर मध्य अक्टूबर तक इसकी मॉनिटरिंग की है। इस बार ओजोन परत में अंटार्कटिका के ऊपर होने वाला छेद इतिहास का 7वां सबसे छोटा छेद है। इसके 2066 तक पूरी तरह भरने का अनुमान है।
  • मंगल ग्रह पर मरकर ‘जिंदा हुआ’ Nasa का Ingenuity हेलीकॉप्‍टर, जानें पूरा मामला
    पहली बार वैज्ञानिकों ने दूसरे ग्रह पर किसी हेलीकॉप्‍टर की जांच की है। Nasa JPL के Ingenuity मिशन मैनेजरों का कहना है कि हेलीकॉप्टर को लाल ग्रह (Red Planet) पर दूसरा जीवन मिल सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि हेलीकॉप्‍टर के बैटरी सेंसर काम कर रहे हैं और यह हेलीकॉप्‍टर अब एक तरह के मौसम स्टेशन (Weather Station) के रूप में काम करना जारी रखेगा।
  • खतरे में धरती! वैज्ञानिकों को मंगल और बृहस्‍पति के बीच मिले 138 छोटे एस्‍टरॉयड
    अंतरिक्ष में मौजूद सबसे बड़े टेलीस्‍कोप (JWST) के डेटा को टटोलने के बाद वैज्ञानिकों को 138 छोटे एस्‍टरॉयड मिले हैं। इनमें एक तो अबतक खोजा गया सबसे छोटा एस्‍टरॉयड है और मंगल व बृहस्‍पति के बीच मेन एस्‍टरॉयड बेल्‍ट में मौजूद है। छोटे होने की वजह से ये एस्‍टरॉयड, बड़े एस्‍टरॉयड के मुकाबले पृथ्‍वी के वायुमंडल में आ सकते हैं।
  • अंतरिक्ष में कैसे पीते हैं लिक्विड, सुनीता विलियम्‍स ने बताया, देखें Video
    सुनीता विलियम्‍स ने मैसाचुसेट्स के सुनीता विलियम्स एलिमेंट्री स्कूल के स्‍टूडेंट्स के लिए एक सेशन होस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने स्‍पेस में लिक्विड ड्र‍िंक पीने के दौरान आने वाले चैलेंजेस पर चर्चा की। उन्‍होंने छात्रों को बताया कि जीरो ग्रैविटी में लिक्विड पदार्थ पीने के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना होता है। स्‍पेस में लिक्विड पदार्थ पीने के लिए खासतौर के पाउच डिजाइन किए गए हैं। सुनीता ने उन पाउचों को इस्‍तेमाल करने का तरीका बताया।
  • उम्र 41, दौलत 1500 करोड़, NASA के अगले चीफ होंगे जेरेड इसाकमैन, Donald Trump का बड़ा फैसला
    जनवरी में अमेरिका के राष्‍ट्रपति का पदभार संभालने जा रहे डोनाल्‍ड ट्रंप ने अपनी सरकार के लिए नए लोगों को चुनाव करना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने कई नामों से चौंकाया है। अब एक और नाम सामने आया है, जो दुनिया की सबसे बड़ी स्‍पेस एजेंसी, नासा (Nasa) को लीड करेगा। ट्रंप ने नासा के अगले प्रमुख के लिए अरबपति टेक उद्यमी और प्राइवेट एस्‍ट्रोनॉट जेरेड इसाकमैन को चुना है। वह पेमेंट-प्रोसेसिंग कंपनी Shift4 Payments के CEO भी हैं।
  • रूस के आसमान में Asteroid की एंट्री, आधी रात तक जागते रहे लोग! फ‍िर क्‍या हुआ? देखें
    एस्‍टरॉयड का हमारी पृथ्‍वी की ओर आना जारी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को रूस के सुदूर पूर्वी इलाके याकूतिया (Yakutia) में एक एस्‍टरॉयड ने लोगों को हैरान कर दिया। पृथ्‍वी के वायुमंडल में एंट्री करने के बाद याकूतिया के आसमान में एस्‍टरॉयड जलने लगा और कुछ समय बाद राख हो गया। हालांकि वैज्ञानिकों को इसकी आहट पहले ही हो गई थी।
  • NASA को मिला 'धधकता' नया ग्रह, यहां 1 साल है सिर्फ 21 घंटे का!
    NASA के हाथ ब्रह्मांड में एक और खोज लगी है। नासा के वैज्ञानिकों ने एक नया एग्जोप्लेनेट खोजा है जिसे TOI-3261 b नाम दिया गया है। यह ग्रह बहुत ज्यादा गर्म बताया गया है। यह साइज में हमारे सौरमंडल के ग्रह नेप्च्यून जितना है। यह अपने तारे के बहुत ज्यादा नजदीक घूम रहा है। यहां पर सिर्फ 21 घंटे का ही 1 साल होता है।
  • वैज्ञानिकों ने ढूंढा ‘बेबी’ एक्‍सोप्‍लैनेट, 14 दिन के बच्‍चे जितनी उम्र, जानें इसके बारे में
    वैज्ञानिकों ने पृथ्‍वी के बेहद नजदीक एक ‘बेबी’ एक्‍सोप्‍लैनेट का पता लगाया है। यह एक गैसीय एक्‍साेप्‍लैनेट है, जिसका डायामीटर बृहस्‍पति ग्रह से थोड़ा ही कम है। TIDYE-1b नाम का एक्‍सोप्‍लैनेट, एक प्रोटोस्‍टार का चक्‍कर लगाता है और अभी भी बड़ा हो रहा है। यह पृथ्‍वी से लगभग 520 प्रकाश वर्ष की दूरी पर टॉरस मालिक्‍यूलर क्‍लाउड में है और सिर्फ 8.8 दिनों में अपने तारे का चक्‍कर लगा लेता है।
  • धरती से 400km ऊपर अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्‍स उड़ाएंगी ‘दावत’, सेलिब्रेट करेंगी थैंक्सगिविंग
    भारतीय मूल की नासा (Nasa) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स (Sunita Williams) इस साल जून में स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर पहुंची थीं। उनके स्‍पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई, जिस वजह से सुनीता और उनके साथी बुच विल्‍मोर वहीं रुके हुए हैं। अंतरिक्ष में अपने सफर को सुनीता अब एन्‍ज्‍वॉय भी कर रही हैं। वह आईएसएस पर थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) पर्व मनाने वाली हैं।
  • गजब! अंतरिक्ष में 43 साल से बंद पड़ा ‘रेडियो’ फ‍िर हुआ चालू, Nasa को मिले सिग्‍नल
    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 47 साल पुराने सैटेलाइट के बंद पड़े ट्रांसमीटर के साथ अंतरिक्ष में फ‍िर से कॉन्‍टैक्‍ट किया है। यह संपर्क, वॉयजर-1 स्‍पेसक्राफ्ट के साथ हुआ है, जो अमेरिका की स्‍पेस हिस्‍ट्री का सबसे लंबा मिशन है। साल 1977 में नासा ने Voyager 1 और Voyager 2 स्‍पेसक्राफ्ट को कुछ हफ्तों के अंतराल में लॉन्‍च किया था। इस हिसाब से ये करीब 47 साल से वर्किंग हैं।
  • NASA बना रही भविष्य के विमान! प्रोजेक्ट स्टडी के लिए 5 कंपनियों को दिए 97 करोड़ रुपये
    NASA अब भविष्य के एयरक्राफ्ट बनाने की तैयारी कर रही है। ये नई पीढ़ी के कमर्शियल प्लेन होंगे जो कि परंपरागत एरोप्लेन्स के मुकाबले ज्यादा सक्षम और टिकाऊ होंगे। स्पेस एजेंसी ने 5 कंपनियों- Boeing की Aurora Flight Sciences, Electra, Georgia Institute of Technology, एविएशन स्टार्टअप JetZero, और Pratt & Whitney को 97 करोड़ रुपये में इसका जिम्मा सौंपा है। नासा इस प्रोजेक्ट को 2050 तक हकीकत बनाना चाहती है।

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »