हैकर अक्सर फोन पर कब्जा पाने का ट्राई करते रहते हैं। इससे लोगों की निजी जानकारी की चोरी होने के साथ वित्तीय तौर पर नुकसान पहुंचाया जा सकता है। ऐसे में आपको सतर्क रहने की जरूरत है और अगर आपको अपने फोन में इस प्रकार की कोई भी संदिग्ध एक्टिविटी नजर आती है तो संभावना है कि आपका फोन हैक हो गया है या फिर हैक करने का प्रयास किया जा रहा है।
iPhone यूजर्स के लिए नई सिक्योरिटी अलर्ट आई है। टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट स्कॉट पॉल्डरमैन के अनुसार, iPhone की दो सेटिंग्स - “Ask to Join Networks” और “Automatically AirPlay to TVs” डिफॉल्ट रूप से ऑन रहती हैं और हैकर्स इन्हीं के जरिए यूजर्स के डेटा तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने बताया कि यूजर्स को इन सेटिंग्स को “Off” या “Ask” पर सेट कर देना चाहिए ताकि फोन किसी पब्लिक नेटवर्क या अनजान डिवाइस से ऑटो-कनेक्ट न हो। इन बदलावों से न सिर्फ फोन की सिक्योरिटी बढ़ती है, बल्कि बैटरी लाइफ भी बेहतर होती है।
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आपका फोन हैक हो गया है या आपको ऐसा शक है तो आप इस प्रकार चेक कर सकते हैं कि आपके फोन से किस प्रकार की सुविधाएं आगे फॉरवर्ड की गई हैं। सबसे पहले आपको अपने फोन में डायल सेक्शन पर जाकर *#67# टाइप करना है और फिर सेंड कर देना है। उसके बाद आपके फोन की स्क्रीन पर जानकारी आएगी कि कौन कौन-सी चीजें आगे को फॉरवर्ड (हैकर्स को) की गई हैं।
पिछले वर्ष के अंत में अमेरिका के एक सैनिक को अमेरिकी टेलीकॉम कंपनियों से हैक किए गए डेटा को बेचने की कोशिश में पकड़ा गया था। दक्षिण कोरिया में तैनात Cameron John Wagenius एक कम्युनिकेशंस स्पेशिलिस्ट है। अमेरिका में टेक्सस से कैमरून को 20 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। BSNL के डेटा की चोरी में इसके शामिल होने का शक है।
CERT-In ने इस बारे में देश में एपल के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की थी लेकिन यह मामला उनके दायरे से बाहर था। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए अमेरिका के एपल के सायबर सिक्योरिटी एग्जिक्यूटिव्स की एक टीम भारत आएगी
बहुत से विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि उन्हें एपल से हैकिंग से जुड़ा एक अलर्ट मिला है और इसमें कहा गया है कि 'स्टेट स्पॉन्सर्ड' अटैकर्स उनके आईफोन को हैक करने की कोशिश में हैं
स्टडी में साबित किया गया है कि यह फीचर यूजर्स के भले के लिए तो डेवलप किया गया है, लेकिन यदि हैकर्स चाहे तो इसका दुरुपयोग भी कर सकते हैं, क्योंकि इन वायरलेस चिप्स की सुरक्षित एलिमेंट्स तक सीधी पहुंच होती है।
किसी यूजर के iPhone या कंपनी के किसी अन्य डिवाइस के हैकिंग का शिकार होने का पता चलने पर Apple एक iMessage और फाइल पर मौजूद ईमेल एड्रेस पर मेल भेजेगी। इसके अलावा यूजर के Apple ID में साइन इन करने पर थ्रेट नोटिफिकेशन दिखेगा
Kaspersky का कहना है कि Android के लिए Pegasus जीरो-डे कमजोरियों पर निर्भर नहीं करता है। इसके बजाय, यह Framaroot नाम के एक प्रसिद्ध रूटिंग विधि का इस्तेमाल करता है।
मोबाइल वेरिफिकेशन टूलकिट (MVT) के नाम से विकसित किया गया यह टूल यूज़र को यह पहचानने में सहायता करता है कि उसके फोन पर Pegasus स्पाइवेयर ने कब्ज़ा किया हुआ है या नहीं।
PUBG Mobile ने यह भी साझा किया है कि बैन किए गए 1.6 मिलियन से अधिक अकाउंट्स में से 35 प्रतिशत प्लेयर्स ब्रॉन्ज़ लेवल पर थे, 13 प्रतिशत डायमंड में, 12 प्रतिशत क्राउन में, 11 प्रतिशत सिल्वर और प्लेटिनम में, 9 प्रतिशत गोल्ड में, 8 प्रतिशत ऐस में और बचे 1 प्रतिशत कॉन्करर लेवल में थे।
पॉनफेस्ट हैकिंग प्रतियोगिता में Qihoo 360 के एक ग्रुप ने गूगल पिक्सल स्मार्टफोन को एक मिनट से भी कम में हैक कर दिया। इस टास्क को इस ग्रुप ने बिना किसी देरी के पूरा कर दिया और 1,20,000 डॉलर (करीब 81 लाख रुपये) जीत लिए।
सिसको के एक रिसर्चर ने आईओएस, ओएस एक्स, टीवीओएस और वॉचओएस में मौजूद बड़ी कमी का खुलासा किया है। इस कमी के कारण इन ऑपरेटिंग सिस्टम पर मालवेयर अटैक का खतरा बढ़ गया है जिसे एक इमेज फाइल में इंबेड किया गया है।