सिसको के एक रिसर्चर ने आईओएस, ओएस एक्स, टीवीओएस और वॉचओएस में मौजूद बड़ी कमी का खुलासा किया है। इस कमी के कारण इन ऑपरेटिंग सिस्टम पर मालवेयर अटैक का खतरा बढ़ गया है जिसे एक इमेज फाइल में इंबेड किया गया है। इस मालवेयर की पहचान नहीं हुई तो हमला करने वाला शख्स प्रभावित डिवाइस पर रीमोट कोड एग्ज़ीक्यूशन पा लेगा।
सिसको टेलोस के टायलर बोहन ने
कहा कि यूज़र इस फाइल को एमएमएएस या ईमेल के जरिए रीसीव कर सकते हैं, या फिर संदिग्ध पेज पर जाने से भी यह सिस्टम पर भी आ सकता है।
टिफ (टैग्ड इमेज फाइल फॉर्मेट), बीएमपी, डीएई और ओपनईएक्सआर इमेज फॉर्मेट के जरिए ऑपरेटिंग सिस्टम की कमियों का फायदा उठाया जा सकता है। टिफ और बीएमपी फॉर्मेट ओएस एक्स, आईओएस, वॉचओएस और टीवीओएस को प्रभावित कर सकते हैं। ओपनईएक्सआर और डीएई ओएस एक्स मशीन को प्रभावित कर सकते हैं।
ऐप्पल के इन ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले यूज़र के लिए अच्छी बात यह है कि कंपनी ने लेटेस्ट वर्ज़न आईओएस 9.3.3, ओएस एक्स ईआई कैपिटान वी10.11.6, टीवीओएस 9.2.2 और वॉचओएस 2.2.2 के जरिए इस कमी को दूर कर दिया है। अगर आप इससे पुराने वर्ज़न का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हमारा सुझाव होगा कि जल्द से जल्द लेटेस्ट वर्ज़न में अपडेट कर लें।
इस कमी के बारे बोहान ने कहा, "इमेज फाइल आसानी से माध्यम का काम करते हैं। क्योंकि उन्हें वेब और ईमेल ट्रैफिक के जरिए बांटना बेहद ही आसान है।"