मेटा और गूगल जैसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों को कुछ देशों में रेगुलेशंस का पालन नहीं करने की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने कहा था कि इंटरनेट पर बड़ी ऐड-टेक कंपनियों की दबदबा चिंता का विषय है
Meta का कहना है कि 1 से 30 नवंबर के बीच उन्हें इंडियन ग्रीवेंस मैकेनिज्म के जरिए 21,149 रिपोर्ट प्राप्त हुईं और कंपनी ने इन सभी में से 100% का जवाब दिया।
मुकदमे में तर्क दिया गया है कि मेटा के कार्यों के चलते विज्ञापन मार्केट में अनुचित प्रतिस्पर्धा हुई। "अवैध रूप से प्राप्त" डेटा से मिले परसनलाइज्ड विज्ञापनों की पेशकश करके, अमेरिकी तकनीकी दिग्गज ने यूरोपीय संघ के डेटा प्राइवेसी कानूनों का उल्लंघन करते हुए प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त किया।
अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla के चीफ Elon Musk ने पिछले वर्ष ट्विटर को टेकओवर किया था। ट्विटर ने मेटा पर उसके ट्रेड से जुड़े सीक्रेट चुराने का भी आरोप लगाया है
इंस्टाग्राम के पास 2.35 अरब से अधिक मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। Threads से ट्विटर को कड़ी टक्कर मिल रही है। अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla के चीफ Elon Musk ने पिछले वर्ष ट्विटर को टेकओवर किया था
कंपनी की पिछले वर्ष दुनिया भर में वर्कफोर्स लगभग 1,04,000 वर्कर्स की थी। वोडाफोन के 11,000 वर्कर्स की छंटनी करने के फैसले से इसमें 10 प्रतिशत से अधिक की कमी होगी
इंस्टाग्राम को मार्च में यूजर्स से 9,226 शिकायतें मिली थी और इनमें से 5,936 पर एक्शन लिया गया है। कंपनी ने 4,280 मामलों में यूजर्स की समस्याओं के समाधान के लिए टूल्स उपलब्ध कराए हैं
मेटा में छंटनी के शुरुआती दौर में 11,000 से अधिक वर्कर्स को हटाया गया था। टेक सेक्टर की बहुत सी कंपनियों ने प्रॉफिट घटने के कारण अपने खर्च को कम करने के लिए छंटनी जैसे कदम उठाए हैं
कंपनी अब कर्मचारियों के बोनस को 85 प्रतिशत से घटाकर 65 प्रतिशत करने जा रही है। इसके अलावा कर्मचारियों की परफॉर्मेंस का भी साल में एक से ज्यादा बार आकलन किया जाएगा।