UPI ट्रांजैक्शंस में PhonePe की हिस्सेदारी 48.3 प्रतिशत और Google Pay की 37.6 प्रतिशत की है। RBI की ओर से बंदिशें लगाने के बाद Paytm Payments Bank का मार्केट शेयर घटा है
देश में इस सेक्टर के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। इस सप्ताह बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है
One 97 Communications की Paytm Payments Bank में लगभग 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। RBI के इस यूनिट को बंद करने के ऑर्डर के बाद पेटीएम के शेयर में भारी गिरावट हुई थी
पिछले सप्ताह मस्क की इस वर्ष सेल्स कमजोर रहने की चेतावनी के बाद कंपनी के शेयर प्राइस में जोरदार गिरावट आई थी। इससे टेस्ला की मार्केट वैल्यू लगभग 80 अरब डॉलर घट गई थी
पिछले कुछ दिनों में माइक्रोसॉफ्ट का शेयर बढ़ा है। पिछले वर्ष जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ChatGPT मेकर OpenAI में इनवेस्टमेंट के जरिए बड़ा कदम उठाने से माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में काफी तेजी आई थी
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 2.28 प्रतिशत घटकर लगभग 2,417 डॉलर पर था। इसके अलावा Tether, Cardano, Solana, Ripple, Tron और Polkadot के प्राइस भी घटे हैं
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इमर्जिंग मार्केट्स को खतरे की चेतावनी दोहराई थी। RBI का कहना था कि कुछ देशों में इस सेगमेंट को स्वीकृति मिलने के बावजूद उसकी पोजिशन में इसे लेकर बदलाव नहीं हुआ है
पिछले वर्ष होम मिनिस्टर अमित शाह ने क्रिप्टो और मेटावर्स से जुड़े रिस्क को डायनामाइट के विस्फोट जैसा खतरनाक बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एक साझा स्ट्रैटेजी बनाने की जरूरत है
पेमेंट के तौर पर बिटकॉइन को स्वीकार करने वाले कारोबारियों को ट्रैक करने वाले BTC Map से पता चलता है कि पिछले वर्ष के अंत में इन कारोबारियों की संख्या बढ़कर 6,126 पर पहुंच गई
इस अमेरिकी कंपनी के रेगुलेटरी फाइलिंग में यह सूचना देने के बाद इसके शेयर में लगभग 8 प्रतिशत की तेजी आई है। बिटकॉइन का प्राइस इस वर्ष लगभग 160 प्रतिशत बढ़ा है
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था