अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump ने बुधवार को टेस्ला के मॉडल S को खरीदा है। टेस्ला के चीफ, Elon Musk ने चुनाव के दौरान ट्रंप की काफी मदद की थी। अमेरिका की सरकार में मस्क को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई है। हालांकि, पिछले कुछ महीनों से मस्क के खिलाफ अमेरिका में माहौल बनाया जा रहा है। इसका असर टेस्ला के शेयर के प्राइस पर भी पड़ा है।
ट्रंप के टेस्ला की कार खरीदने के फैसले को इस EV मेकर के लिए उनके समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है। टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार की
ट्रंप ने प्रशंसा करते हुए कहा कि वह कार ड्राइव करना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं है। टेस्ला के मॉडल S में डुअल-मोटर ऑल-व्हील ड्राइव सेटअप है। इसकी फ्रंट मोटर 275 hp और रियर मोटर 503 hp की पावर देती है। इसमें 98 kWh की बैटरी दी गई है जिसकी सिंगल चार्ज में रेंज लगभग 524 किलोमीटर की है। ट्रंप ने बताया कि उन्होंने मॉडल S के साथ कंपनी का Cybertruck भी खरीदा है।
बड़ी EV कंपनियों में शामिल टेस्ला के शेयर के प्राइस में ट्रंप के 20 जनवरी को प्रेसिडेंट का कार्यभार संभालने के बाद से 47 प्रतिशत की गिरावट हुई है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर एक पोस्ट में कहा था, "रिपब्लिकंस, कंजर्वेटिव्स और अमेरिका के सभी लोगों को मैं यह बताना चाहता हूं कि हमारे देश की मदद के लिए मस्क शानदार कार्य कर रहे हैं लेकिन कट्टर वामपंथी गैर कानूनी तरीके से गठजोड़ कर टेस्ला के बहिष्कार की कोशिश में हैं।"
मस्क और ट्रंप का विरोध करने वाले अमेरिकी सोशल मीडिया पर
टेस्ला के खिलाफ नकारात्मक पोस्ट्स कर रहे हैं। भारत में भी टेस्ला ने बिजनेस शुरू करने की तैयारी की है। देश में कंपनी का पहला शोरूम मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में खुल सकता है। हाल ही में कंपनी ने BKC की Maker Maxity बिल्डिंग में लगभग 4,000 स्क्वेयर फुट का स्पेस लीज पर लिया है। इसके लिए लगभग 2.11 करोड़ रुपये का सिक्योरिटीज डिपॉजिट दिया गया है। इस स्पेस के लिए किराया 35.26 लाख रुपये प्रति माह का होगा। पिछले महीने प्रधानमंत्री Narendra Modi के अमेरिका दौरे के दौरान मस्क की उनके साथ मीटिंग हुई थी।