पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो का मार्केट तेजी से बढ़ा है। इस मार्केट में हजारों क्रिप्टोकरेंसीज लॉन्च की गई हैं। इसके साथ ही स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़े हैं जिनमें अरबों डॉलर चुराए गए हैं
कंपनी ने कहा था कि इन ऐप्स को बिलिंग से जुड़े उल्लंघनों के कारण हटाया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार के इस मामले में हस्तक्षेप करने के बाद ये ऐप्स बहाल हो गए थे। इन स्टार्टअप्स ने CCI से इस मामले की जांच करने का निवेदन किया था
कुछ कंपनियों ने मद्रास हाई कोर्ट में याचिकाएं दायर कर गूगल के प्ले स्टोर की बिलिंग पॉलिसी को चुनौती दी थी। इन कंपनियों की दलील है कि गूगल अपनी सर्विसेज के लिए भारी फीस वसूलती है
गूगल का दावा है कि इन ऐप डिवेलपर्स ने उसकी सर्विसेज लेने के लिए प्ले स्टोर की फीस का भुगतान नहीं किया है। इस वजह से इन्हें गूगल के Android ऐप मार्केटप्लेस से हटाया जा रहा है
गूगल की ओर से किसी पेड ऐप के प्रति डाउनलोड पर 11 प्रतिशत से 26 प्रतिशत तक सर्विस फीस लगाई जाती है। इसके अलावा ऐप में की गई खरीदारी पर भी फीस ली जाती है। इन कंपनियों में Unacademy, Kuku FM और Info Edge शामिल हैं
Copilot, OpenAI के GPT-4 और DALL-E 3 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल तक मुफ्त पहुंच प्रदान करता है, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यह यूजर्स को "तेज, जटिल और सटीक प्रतिक्रिया के साथ-साथ लुभावने विजुअल बनाने की क्षमता प्रदान करने में मदद करता है।"