बैंकिंग और UPI ऐप्स में ये 3 सेटिंग्स ऑन नहीं कीं? एक क्लिक में हो सकता है अकाउंट खाली
बैंकिंग और UPI ऐप्स में ये 3 सेटिंग्स ऑन नहीं कीं? एक क्लिक में हो सकता है अकाउंट खाली
पेमेंट ऐप्स में सिर्फ PIN की बजाय एक एक्स्ट्रा लॉक (जैसे फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक) डालना बेहद जरूरी है।
Written by नितेश पपनोई,
अपडेटेड: 13 जून 2025 17:38 IST
Photo Credit: Unsplash
UPI ऐप्स में अब 2‑Factor Authentication यानी 2FA या बायोमेट्रिक ऑप्शन भी दिया जाता है
ख़ास बातें
App Lock, Alert Notifications और 2FA ऑन करें
UPI ऐप को हमेशा Google Play Store या Apple App Store से ही डाउनलोड करें
UPI फ्रॉड 70% बढ़ा, NPCI और पुलिस भी इस सेटिंग पर दे रहे हैं जोर
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UPI और मोबाइल बैंकिंग का जमाना है, लेकिन इसी कंवेनीयंस के चक्कर में कई बार सिक्योरिटी की बुनियादी चीजें नजरअंदाज हो जाती हैं। अगर आपने अपने Google Pay, PhonePe या बैंक ऐप्स में ये तीन अहम सेटिंग्स एक्टिव नहीं की हैं, तो सिर्फ एक छोटी सी गलती भी आपके अकाउंट को जोखिम में डाल सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन‑सी वो तीन सेटिंग्स हैं और इन्हें ऑन करके आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
App Lock या Biometric Lock जरूरी है
पेमेंट ऐप्स में सिर्फ PIN की बजाय एक एक्स्ट्रा लॉक (जैसे फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक) डालना बेहद जरूरी है। उदाहरण के तौर पर Google Pay, PhonePe और Paytm में ऐप‑लॉक फीचर उपलब्ध है, इसे ऑन करने पर कोई भी उनके अंदर गलती से नहीं घुस पाएगा। यह एक छोटी सी सावधानी है, लेकिन कई बार बच्चों या अतिथि यूजर गलती से पैसे ट्रांसफर कर बैठते हैं, फिर पछताना ही पड़ता है।
Notification Alerts से रखें हर ट्रांजैक्शन की निगरानी
आपके बैंक या UPI ऐप वाले “अलर्ट सेटिंग्स” सेक्शन में जाकर बैलेंस चेंज, डेबिट नोटिफिकेशन इत्यादि अलर्ट ऑन करें। इससे हर ट्रांजैक्शन की सूचना तुरंत आपके फोन पर आएगी और कोई भी संदिग्ध लेन-देन तुरंत पकड़ में आ जाएगा। अगर कोई असामान्य ट्रांजैक्शन हो रहा है, तो आप तुरंत बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर को सूचित कर सकते हैं, इससे फ्रॉड होने से बच सकता है।
Two-Factor Authentication (2FA) या Biometric कंफर्मेशन से बढ़ाएं सुरक्षा
UPI ऐप्स में अब 2‑Factor Authentication यानी 2FA या बायोमेट्रिक ऑप्शन दिया जा रहा है, जैसे OTP के अलावा फिंगरप्रिंट से भी पुष्टि करनी पड़े । यह महत्वपूर्ण इसलिए है कि मानों यदि PIN या OTP चोरी भी हो जाए, तो भी कोई फ्रॉड ट्रांजैक्शन नहीं कर सकेगा। इसके लिए ऐप सिक्योरिटी सेटिंग्स में जाएं और 2FA या Biometric कंफर्मेशन नाम से आने वाले ऑप्शन ऑन कर दें।
इन तीनों एक्स्ट्रा‑सेटिंग्स को मिलाकर आप अपनी डिजिटल वॉलेट्स को लगभग डुअल सिक्योरिटी दे सकते हैं। NPCI की रिपोर्ट बताती है कि UPI फ्रॉड में पिछले साल 70% की बढ़ोतरी हुई है और इसके पीछे ज्यादातर मामलों में OTP/Phishing का हाथ पाया गया। इसी बढ़ते खतरे को देखते हुए बैंक और साइबर पुलिस भी यूजर्स को लगातार सावधान रहने के लिए बोलते हैं।
नितेश पपनोईनितेश को ईमेल करें
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