चीनी AI स्टार्टअप DeepSeek का ऐप इटली में Apple के ऐप स्टोर और Google Play स्टोर दोनों से गायब हो गया है, रेगुलेटरी नियमों के चलते ऐप को हटाया गया है। ऐप को अचानक हटाने का निर्णय इटली के डेटा प्रोटेक्शन ऑथेरिटी की जांच के बाद लिया गया है, जिसमें जांच की गई है कि DeepSeek यूजर्स डेटा को कैसे एकत्रित और प्रोसेस करता है। डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी से संबंधित दिक्कतों के चलते AI कंपनी जांच के दायरे में आई है जो कि यूएसए और ऑस्ट्रेलिया में उठाई गई समान संभावनाओं से मिलती जुलती हैं।
डाटा प्राइवेसी है वजह
इटली की प्राइवेसी मॉनिटर करने वाली संस्था ने
DeepSeek और उसकी संबंधित कंपनियों को अपने डेटा प्रोसेस के बारे में अहम खुलासा करने के लिए 20 दिन का समय दिया है। ऑफिशियल्स एकत्रित किए गए निजी डाटा के प्रकार, उसके सोर्स, उपयोग के तरीके और क्या यह चीन में सर्वर पर स्टोर है, इस पर क्लियरिटी मांग कर रहे हैं। रेगुलेटरी ने यह भी पूछा है कि DeepSeek रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड दोनों यूजर्स को डेटा प्रोसेसिंग के बारे में कैसे जानकारी देता है, खासकर उन मामलों में जहां जानकारी वेब स्क्रैपिंग के जरिए हासिल की जाती है।
हाल ही में DeepSeek की जबरदस्त ग्रोथ के बाद से प्राइवेसी संबंधित चिंताएं सामने आई हैं। OpenAI के ChatGPT के साथ सीधे मुकाबला करने वाले एआई एसिस्टेंट के लॉन्च करने के बाद ऐप कई देशों में डाउनलोड चार्ट में टॉप पर पहुंच गया, जिससे अमेरिकी टेक इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धियों के बीच चिंता पैदा हो गई। इस बीच अमेरिकी ऑफिशियल्स बड़े स्तर पर डाउनलोड हुए चीनी एआई मॉडल से जुड़े नेशनल सिक्योरिटी रिस्क की संभावना का आकलन कर रहे हैं और अमेरिकी नौसेना ने डीपसीक का उपयोग करने को लेकर चेतावनी दी है। डेटा मैनेजमेंट में ट्रांसपेरेंसी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। कंपनी की प्राइवेसी पॉलिसी में कहा गया है कि यूजर्स डेटा चीन में सिक्योर सर्वर पर स्टोर किया जाता है और इसे संबंधित संस्थाओं और सर्विस प्रोवाइडर के साथ शेयर किया जा सकता है।
DeepSeek पर इटली का ऐसा प्रतिबंध कुछ नया नहीं है। आपको बता दें कि 2023 में देश ने यूजर्स डेटा सिक्योरिटी संबंधित चिंताओं के चलते ChatGPT पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया। OpenAI ने प्लेटफॉर्म में कई बदलावों को लागू करके इन चिंताओं का जवाब दिया था, जिसमें डेटा प्रोसेसिंग के बारे में ज्यादा ट्रांसपेरेंसी, यूजर्स के लिए ऑप्ट-आउट राइट और 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की सिक्योरिटी के लिए ऐज वेरिफिकेशन आदि शामिल हैं। इन बदलावों के बाद चैटबॉट को फिर से शुरू किया गया था। जैसे-जैसे DeepSeek ग्लोबल स्तर पर लोकप्रियता हासिल कर रहा है, इसकी रेगुलेटरी चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं।