Whatsapp Privacy Policy : दो छात्रों ने याचिका में कहा है कि यूजर्स की डिटेल को फेसबुक या किसी और से शेयर करना उनकी निजता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है।
WhatsApp ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर स्पष्ट कर दिया था कि अपडेट मुख्य रूप से प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले बिजनेस अकाउंट के लिए अपडेट की गई है। जिसमें ऐप यूज़र की डिटेल्स जैसे उनके फोन नंबर और ट्रांजेक्शन डेटा को व्यवसायों के साथ साझा किया जाएगा।
साइबरक्राइम इंटेलीजेंस कंपनी Hudson Rock के को-फाउंडर और सीटीओ Alon Gal ने शनिवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि एक यूज़र ने निचले स्तर के एक हैकिंग फोरम में 533 मिलियन यानी 53 करोड़ फेसबुक यूज़र्स की निजी जानकारियों को पब्लिश कर दिया है।
Facebook Data Hack: रिपोर्ट में कुछ स्क्रीनशॉट भी साझा किए हैं। इनमें से एक से पता चलता है कि बॉट को 12 जनवरी, 2021 को एक्टिवेट किया गया था, लेकिन बेचा जा रहा डेटाबेस 2019 का है।
इस नए कदम के कारण WhatsApp को काफी नुकसान भी झेलना पड़ रहा है, बड़ी संख्या में यूज़र्स व्हाट्सऐप को छोड़ दूसरे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का सहारा ले रहे हैं जैसे Signal और Telegram आदि।
Apple App Store पर उपलब्ध जानकारी बताती है कि जब यूज़र्स डेटा एकत्रित करने की बात आती है, तो WhatsApp के बाद Facebook Messenger सबसे अधिक डेटा एकत्रित करता है।
Facebook पहले से ही कई प्राइवेसी विकल्प देती आई है, जो समान सुरक्षा की पेशकश करते हैं। हालांकि नया फीचर उन लोगों के लिए इसे आसान बना देगा, जो प्लेटफॉर्म पर प्राइवेसी विकल्पों को समझ नहीं पाते हैं।
मोबाइल मैसेजिंग सर्विस व्हाट्सऐप ने मीडिया में आई खबरों को गुरुवार को खारिज करते हुए कहा है कि वह अपनी मूल कंपनी फेसबुक के साथ 25 सितंबर तक इकट्ठा किए गए डेटा को साझा नहीं करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले का पालन करेगा।
खबर है कि फेसबुक अपने मैसेंजर ऐप में एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन लाने पर काम कर रहा है। दिग्गज सोशल नेटवर्किंग साइट जल्द ही अपने यूजर को प्राइवेसी या सुधार के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) जैसे विकल्प दे सकती है।