हाल ही में लॉन्च हुए Realme 11 Pro+ 5G स्मार्टफोन के वीडियो रिव्यू के दौरान यूट्यूब चैनल Trakin Tech द्वारा एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज नाम का एक सेटिंग ऑप्शन देखा गया।
इटैलियन सुपरवाइजरी अथॉरिटी ने इस सर्विस पर बैन लगाया है। इसका कहना है कि गूगल की यह सर्विस डेटा प्रोटेक्शन कानून का उल्लंघन करती है क्योंकि इससे यूजर्स का डेटा अमेरिका में ट्रांसफर होता है, जहां डेटा प्रोटेक्शन का पर्याप्त स्तर नहीं है
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने हाल ही में सरकार को पत्र लिखकर Battlegrounds Mobile India पर बैन लगाने की मांग की है और यहां तक कि Google को इसे Play Store से हटाने के लिए भी कहा है।
पिछले साल, भारत सरकार ने चीन और भारत के बीच भू-राजनीतिक तनाव के चलते सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 69A के तहत 250 से अधिक ऐप्स और वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
WhatsApp ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि यूज़र्स को 8 फरवरी तक इस नई पॉलिसी की सभी शर्तों को अपनाना होगा, लेकिन डेटा-साझाकरण पर हुई आलोचनाओं के चलते इस तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था।
मीडिया कंटेंट के अलावा, बेबीचक्र वेबसाइट के जरिए की गई खरीदारी से 35,000 से अधिक इनवॉइस और 19,800 पैकेजिंग स्लिप्स में शामिल डेटा भी एक्सेस किया गया है।
साइबरक्राइम इंटेलीजेंस कंपनी Hudson Rock के को-फाउंडर और सीटीओ Alon Gal ने शनिवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि एक यूज़र ने निचले स्तर के एक हैकिंग फोरम में 533 मिलियन यानी 53 करोड़ फेसबुक यूज़र्स की निजी जानकारियों को पब्लिश कर दिया है।
Facebook Data Hack: रिपोर्ट में कुछ स्क्रीनशॉट भी साझा किए हैं। इनमें से एक से पता चलता है कि बॉट को 12 जनवरी, 2021 को एक्टिवेट किया गया था, लेकिन बेचा जा रहा डेटाबेस 2019 का है।
WhatsApp New Privacy Policy: पूरी पॉलिसी में सूचना को कई भागों में बांटा गया है। पॉलिसी स्वीकारने की आखिरी तारीख 8 फरवरी 2021 है। यदि यूज़र ने बताई गई तारीख तक पॉलिसी को नहीं स्वीकारा तो उसका अकाउंट स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा।