गगनयान प्रोजेक्ट से धरती से लगभग 400 किलोमीटर दूर एक सर्कुलर ऑर्बिट में दो से तीन सदस्यों के क्रू को एक से तीन दिन तक ले जाने और वापस सुरक्षित धरती पर लाने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन किया जाएगा
इससे जुड़ी टेस्टिंग को बढ़ाया गया है। इसमें क्रू की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त ट्रायल मिशन शामिल हैं। इस तरह के दो मिशन इस वर्ष होंगे और इसके बाद अगले वर्ष की शुरुआत में मानवरहित मिशन हो सकता है
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने 36 हवाई जहाजों को किराये पर लेने की बात भी कही है। इनमें से दो हवाई जहाज कंपनी के बेड़े में शामिल भी हो चुके हैं, ऐसा कहा गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार वर्ष पहले देश के स्वतंत्र होने की 75 वर्ष पूरे होने पर गगनयान मिशन की घोषणा की थी। इसरो के लिए यह एक बहुत महत्वपूर्ण मिशन है
पिछले कई वर्षों से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी को अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की निजी कंपनी SpaceX से पूरी तरह से Falcon 9 रॉकेट और Crew Dragon कैप्सूल पर निर्भर रहना पड़ रहा था।
Crew-3 मेंबर्स ने मिशन के दौरान सैकड़ों वैज्ञानिक प्रयोग किए। इन्होंने स्पेस में मिर्च उगाकर देखा ताकि लम्बे समय के लिए बनने वाले मिशनों पर फसलों के उगाने की संभावना को समझा जा सके।