देशभर में दूरसंचार ग्राहकों की कुल संख्या मार्च में थोड़ी बढ़कर 105.88 करोड़ हो गई। इसमें लैंडलाइन और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता शामिल हैं।
दूरसंचार क्षेत्र के नियामक ट्राई ने बताया कि फरवरी अंत तक दूरसंचार सेवाओं का प्रयोग करने वालों की संख्या 105.18 करोड़ थी। मार्च के अंत तक वायरलेस सब्सक्राइबर बेस पिछले महीने के मुकाबले 102.66 करोड़ से 0.68 प्रतिशत बढ़कर 103.36 करोड़ हो गया।
मार्च आखिर में मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या 103.36 करोड़ रही जबकि लैंडलाइन प्रयोग करने वालों की संख्या 2.522 करोड़ रही।
पिछले महीने के 82.89 प्रतिशत की तलना में मार्च के अंत में देश की ओवरऑल टेलीकॉम इंडस्ट्री में 83.36 प्रतिशत पर पहुंच गई। वहीं शहरी टेली-डेनसिटी बढ़कर 154.01 और ग्रामील टेली-डेनसिटी बढ़कर 51.37 प्रतिशत हो गई।
बात करें वायरलेस की तो प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर का बाजार में 91.30 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा रहा जबकि बीएसएनएल और एमटीएनएल ने सिर्फ 8.70 प्रतिशत हिस्से पर ही कब्जा किया।
मार्च में ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर की संख्या फरवरी के 14.48 करोड़ से 3.37 प्रतिशत बढ़कर 14.97 करोड़ हो गई। ट्राई ने कहा, ''मार्च 2016 में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए कुल 44 लाख आवेदन मिले।''
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