उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ में टेलीकॉम कंपनियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio को महाकुंभ में पीक डे पर लगभग दो करोड़ वॉयस और लगभग 40 करोड़ डेटा सर्विस रिक्वेस्ट मिली हैं। महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के मद्देनजर रिलायंस जियो और Ericsson ने रिलायंस जियो के True 5G स्टैंडअलोन नेटवर्क पर नेटवर्क स्लाइसिंग और कैरियर एग्रीगेशन जैसे फीचर्स के इस्तेमाल से स्ट्रैटेजिक सॉल्यूशंस लागू किए थे।
एरिक्सन ने एक स्टेटमेंट में बताया है कि
महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने इमेजेज और वीडियो शेयर किए हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ संपर्क में रहे हैं।
महाकुंभ में वॉयस और डेटा ट्रैफिक की अप्रत्याशित डिमांड को पहले से बनाई गई योजना, एडवांस्ड डिजाइन, और रियल-टाइम ट्रैफिक मॉनिटरिंग के जरिए पूरा किया गया है। दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में पीक डे के दौरान रिलायंस जियो ने अपने 5G नेटवर्क पर लगभग दो करोड़ वॉयस और लगभग 40 करोड़ डेटा रिक्वेस्ट्स को पूरा किया है। महाकुंभ में कुल डेटा ट्रैफिक का लगभग 55 प्रतिशत एरिक्सन के 5G सॉल्यूशंस की मदद से हैंडल किया गया है।
महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी। इसमें 66 करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने का अनुमान है। रिलायंस जियो जल्द ही इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) ला सकती है। बिलिनेयर Mukesh Ambani की इस कंपनी की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग के जरिए लगभग 40,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। देश में यह सबसे बड़ा IPO हो सकता है।
रिलायंस जियो की वैल्यू लगभग 120 अरब डॉलर लग सकती है। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि इस IPO में मौजूदा शेयर्स की बिक्री करने के साथ ही नए शेयर्स भी जारी किए जाएंगे। इसमें चुनिंदा इनवेस्टर्स के लिए प्री-IPO प्लेसमेंट भी हो सकता है। इसके लिए तैयारी की जा रही है। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने इसकी पुष्टि नहीं की है। अगर रिलायंस जियो स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग से 40,000 करोड़ रुपये जुटाती है तो यह यह देश में ह्यंडई की यूनिट के बाद लगभग 27,870 करोड़ रुपये के IPO को पीछे छोड़ देगा। पिछले वर्ष अक्टूबर में बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल ह्यंडई की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हुई थी।