टेलीकॉम इक्विपमेंट और स्मार्टफोन मेकर Nokia ने लगभग 60 वर्षों में पहली बार अपने ब्रांड की पहचान बदलने की घोषणा की है। कंपनी इसके लिए नया लोगो पेश करेगी। इसमें Nokia शब्द को बनाने वाली पांच विभिन्न शेप होंगी। हालांकि, नए लोगो में दशकों तक कंपनी के लोगो में शामिल रहा ब्लू कलर नहीं होगा।
नोकिया के चीफ एग्जिक्यूटिव Pekka Lundmark ने Reuters को एक
इंटरव्यू में बताया, "पहले स्मार्टफोन्स के साथ अधिक जुड़ाव था और इन दिनों हम एक बिजनेस टेक्नोलॉजी कंपनी हैं।" स्पेन के बार्सिलोना में सोमवार से शुरू हुई मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (MWC) से पहले वह कंपनी के बिजनेस के बारे में जानकारी दे रहे थे। लगभग तीन वर्ष पहले मुश्किलों से घिरी नोकिया की कमान संभालने के बाद उन्होंने बिजनेस के लिए तीन चरण वाली स्ट्रैटेजी बनाई थी। Pekka ने कहा कि इनमें से पहला चरण पूरा हो गया है और दूसरे चरण की शुरुआत हो रही है।
कंपनी अपने सर्विस प्रोवाइडर बिजनेस को बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसमें यह टेलीकॉम कंपनियों को इक्विपमेंट बेचती है। हालांकि, कंपनी का जोर अन्य सेक्टर्स को इक्विपमेंट की बिक्री पर है। Pekka ने बताया, "पिछले वर्ष हमारे एंटरप्राइज सेगमेंट में 21 प्रतिशत की ग्रोथ थी। यह हमारी सेल्स का लगभग आठ प्रतिशत है। हम इसे जितना जल्द हो सके डबल डिजिट में ले जाना चाहते हैं।" बहुत सी टेक्नोलॉजी कंपनियां टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली
नोकिया जैसी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप कर ऑटोमेटेड फैक्टरीज को इक्विपमेंट बेच रही हैं। इनमें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की फैक्टरीज की बड़ी संख्या है।
फैक्टरी ऑटोमेशन और डेटासेंटर्स की ओर जाने की योजना से नोकिया का सीधा मुकाबला Amazon और Microsoft जैसी बड़ी टेक कंपनियों से होगा। Pekka ने बताया, "इसमें कई प्रकार की स्थितियां होंगी। कुछ में वे हमारे पार्टनर होंगे, कुछ में वे हमारे कस्टमर्स हो सकते हैं और ऐसी भी स्थितियां होंगी जिनमें वे हमारे कॉम्पिटिटर्स होंगे।" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "हमारे लिए भारत कम मार्जिन के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला मार्केट है।" नोकिया को इस वर्ष की दूसरी छमाही में नॉर्थ अमेरिका से अच्छी ग्रोथ मिलने की उम्मीद है। नार्थ अमेरिका जैसे अधिक मार्जिन वाले मार्केट्स में मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियों के कमजोर होने से डिमांड घटी है।