पिछले कुछ वर्षों से घाटे में चल रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के कामकाज में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। BSNL ने बताया है कि उसने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत 15,000 से अधिक 4G साइट्स बनाई हैं। कंपनी बाद में इन साइट्स को 5G में कन्वर्ट करने की योजना बना रही है।
BSNL ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया, "आत्मनिर्भर भारत के तहत 15,000 से अधिक 4G साइट्स बनाने की घोषणा करते हुए गर्व है।" हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने X पर
BSNL के 5G SIM कार्ड की इमेज शेयर की थी। इससे स्वदेशी टेक्नोलॉजी के साथ BSNL की 5G सर्विस के लॉन्च की तैयारी का संकेत मिला था। टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने इसकी 5G एनेबल्ड फोन कॉल का ट्रायल भी किया है।
हाल ही में सिंधिया ने बताया था कि BSNL के सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ रही है। इसके साथ ही स्वदेशी 4G नेटवर्क तैयार है। इस नेटवर्क को 5G में तब्दील करने के लिए कार्य किया जा रहा है। सिंधिया ने कहा था कि 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत, स्वदेशी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाला 4G नेटवर्क तैयार है और कुछ महीनों में BSNL के जरिए इसकी सर्विस पूरे देश में उपलब्ध होगी। उनका कहना था, "Reliance Jio और Bharti Airtel के 4G नेटवर्क लॉन्च करने पर बहुत से लोगों ने पूछा था कि BSNL क्यों नहीं? यह प्रधानमंत्री का संकल्प था कि अगर हमें सरकारी टेलीकॉम कंपनी के नेटवर्क को डिवेलप करना है तो हम चीन या किसी अन्य देश से इक्विपमेंट का इस्तेमाल नहीं करेंगे।" यह फैसला किया गया था कि एक स्वदेशी टेक्नोलॉजी को डिवेलप किया जाएगा।
प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से BSNL को कड़ी चुनौती मिल रही है। रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी बड़ी टेलीकॉम कंपनियों ने लगभग पूरे देश में अपनी 5G सर्विस शुरू कर दी है। इस वजह से पिछले कुछ महीनों में BSNL को बड़ी संख्या में सब्सक्राइबर्स का नुकसान हो रहा था। हालांकि. पिछले महीने
टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से कुछ सब्सक्राइबर्स BSNL के पास शिफ्ट हुए हैं। इससे पहले भारतीय मजदूर संघ (BMS) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर BSNL की मदद करने का निवेदन किया था।