• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Nasa पर रूसी आफत! इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में फ‍िर रोकनी पड़ी स्‍पेसवॉक, जानें पूरा मामला

Nasa पर रूसी आफत! इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में फ‍िर रोकनी पड़ी स्‍पेसवॉक, जानें पूरा मामला

यह स्‍पेसवॉक स्‍पेस स्‍टेशन में नए सोलर ऐरै (सौर सरणी) को इंस्‍टॉल करने के लिए की जानी है। दोनों अंतरिक्ष यात्री एक नया ISS रोल-आउट सोलर एरे (iROSA) इंस्‍टॉल करेंगे।

Nasa पर रूसी आफत! इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में फ‍िर रोकनी पड़ी स्‍पेसवॉक, जानें पूरा मामला

Photo Credit: Nasa (तस्‍वीर में फ्रैंक रूबियो बाएं और जोश कसाडा)

iROSA का काम स्टेशन के मौजूद सौर पैनल सिस्टम को मजबूती देना है। इस तरह के 6 सोलर ऐरै लगाए जाने हैं।

ख़ास बातें
  • इस बार रूसी अंतरिक्ष मलबा आया सामने
  • साेयुज में हुए कूलेंट लीक के कारण पहले भी रोकी गई थी स्‍पेसवॉक
  • अब आज यह स्‍पेसवॉक पूरी की जाएगी
विज्ञापन
इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में बुधवार को नासा (Nasa) के अंतरिक्ष यात्रियों की स्‍पेसवॉक होने वाली थी, जिसे आखिरी समय में टालना पड़ा। बताया जा रहा है कि रूसी अंतरिक्ष मिशन का कोई मलबा खतरनाक रूप से ऑर्बिटल आउटपोस्‍ट के करीब आ गया था, जिसके चलते स्‍पेसवॉक को टालना पड़ा। अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो और जोश कसाडा स्‍पेसवॉक के लिए बाहर निकलने वाले थे कि तभी मिशन कंट्रोल टीम ने उन्‍हें काम रोकने का आदेश दिया। यह दूसरी बार है, जब नासा को उसकी स्‍पेसवॉक को टालना पड़ा है। 

पहले यह स्‍पेसवॉक 19 दिसंबर यानी इस हफ्ते सोमवार को होनी थी, लेकिन तभी इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में एक घटना हो गई। ISS के साथ अटैच्‍ड रूसी स्‍पेसक्राफ्ट सोयुज में कूलेंट लीक का पता चला और स्‍पेसवॉक को टाल दिया गया। आखिरकार बुधवार 21 दिसंबर का दिन स्‍पेसवॉक के लिए तय किया गया था, लेकिन ऐन मौके पर उसे भी टालना पड़ा है। अब आज इस स्‍पेसवॉक को करने का लक्ष्‍य रखा गया है। 

यह स्‍पेसवॉक स्‍पेस स्‍टेशन में नए सोलर ऐरै (सौर सरणी) को इंस्‍टॉल करने के लिए की जानी है। दोनों अंतरिक्ष यात्री 
एक नया ISS रोल-आउट सोलर एरे (iROSA) इंस्‍टॉल करेंगे। iROSA का काम स्टेशन के मौजूद सौर पैनल सिस्टम को मजबूती देना है। इस तरह के 6 सोलर ऐरै लगाए जाने हैं। यह चौथे नंबर के सोलर ऐरै हैं। पूरा सेटअप तैयार होने के बाद ISS पर ऑर्बिटिंग लैब की बिजली सप्‍लाई 20 से 30 फीसदी तक बढ़ जाएगी। 

ध्‍यान रखने वाली बात है कि नासा की स्‍पेसवॉक में यह अड़ंगा दोनों बार रूसी वजहों से ही लगा है। जो मलबा ऑर्बिटल आउटपोस्‍ट के करीब आया, वह एक रूसी रॉकेट का टुकड़ा बताया जा रहा है। अनुमान था कि यह मलबा स्‍टेशन के 0.4 किलोमीटर तक नजदीकी आएगा। मलबे को कई दिनों से ट्रैक किया जा रहा था, लेकिन अचानक यह रेड अलर्ट तक करीब आ गया, जिसके बार प्रस्‍तावित स्‍पेसवॉक को टालना पड़ा। 

स्‍पेसवॉक को कैंसल करने के बाद ग्राउंड कंट्रोल टीम स्‍पेस स्‍टेशन को चलाने की तैयारी कर रही है, ताकि इसे किसी खतरे से दूर किया जा सके। नई जानकारी के अनुसार, स्‍पेस स्‍टेशन को उस मलबे से अब कोई खतरा नहीं है। बहरहाल, स्‍पेसवॉक अब आज होने वाली है। भारतीय समय के मुताबिक इसे आज शाम 7 बजे से नासा की ऑफ‍िशियल वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकेगा। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Dhurandhar कब आएगी OTT पर? सामने आई नई डेट, अब तक 130 करोड़ का कलेक्शन!
  2. WhatsApp ग्रुप से चुपचाप कैसे निकलें बाहर, ये तरीका आएगा आपके काम
  3. Motorola Moto G Stylus 2026 की पहली झलक! ट्रिपल कैमरा के साथ डिजाइन आया सामने
  4. बिना स्क्रीन वाला फिटनेस ट्रैकर! Polar Loop भारत में लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
  5. Poco C85 5G vs Samsung Galaxy M17 5G vs Motorola G45 5G: 15K में कौन सा फोन है बेस्ट?
  6. 29 हजार से भी सस्ता मिल रहा OnePlus का 50MP कैमरा, 6800mAh बैटरी वाला धांसू स्मार्टफोन
  7. बच्चों का 'दिमाग खराब' कर रहा है सोशल मीडिया!
  8. भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर में 1.5 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करेगी Microsoft 
  9. Nothing Phone 3a Community Edition हुआ भारत में लॉन्च, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  10. स्कैम कॉल्स से परिवार की सुरक्षा के लिए Truecaller लाया नया फैमिली फीचर
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »