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  • अंतरिक्ष में कैसे पीते हैं लिक्विड, सुनीता विलियम्‍स ने बताया, देखें Video
    सुनीता विलियम्‍स ने मैसाचुसेट्स के सुनीता विलियम्स एलिमेंट्री स्कूल के स्‍टूडेंट्स के लिए एक सेशन होस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने स्‍पेस में लिक्विड ड्र‍िंक पीने के दौरान आने वाले चैलेंजेस पर चर्चा की। उन्‍होंने छात्रों को बताया कि जीरो ग्रैविटी में लिक्विड पदार्थ पीने के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना होता है। स्‍पेस में लिक्विड पदार्थ पीने के लिए खासतौर के पाउच डिजाइन किए गए हैं। सुनीता ने उन पाउचों को इस्‍तेमाल करने का तरीका बताया।
  • धरती से 400km ऊपर अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्‍स उड़ाएंगी ‘दावत’, सेलिब्रेट करेंगी थैंक्सगिविंग
    भारतीय मूल की नासा (Nasa) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स (Sunita Williams) इस साल जून में स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर पहुंची थीं। उनके स्‍पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई, जिस वजह से सुनीता और उनके साथी बुच विल्‍मोर वहीं रुके हुए हैं। अंतरिक्ष में अपने सफर को सुनीता अब एन्‍ज्‍वॉय भी कर रही हैं। वह आईएसएस पर थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) पर्व मनाने वाली हैं।
  • अंतरिक्ष घूमकर आए आलू, मटर, मक्‍का अब पृथ्‍वी पर रोपे जाएंगे, क्‍या है पूरा मामला? जानें
    अंतरिक्ष में कई महीनों तक रखने के बाद वैज्ञानिकों ने कई प्रकार के बीजों (Seeds) को पृथ्‍वी पर भेज दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वसंत की शुरुआत में बीजों को पृथ्‍वी पर रोपा जाएगा। यह कल्‍चरल एंड स्‍टेम स्‍टडी का हिस्‍सा है। स्‍टेम का पूरा नाम साइंस, टेक्‍नॉलजी, इंजीनियरिंग एंड मैथ है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नवंबर में पांच किस्‍म के बीज- स्‍वीट पोटैटो, मटर, मक्‍का और लैम्ब्सक्वार्टर को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर भेजा गया था।
  • कॉफी मग जितना छोटा दुनिया का पहला लकड़ी का सैटेलाइट LignoSat लॉन्‍च, क्‍या करेगा? जानें
    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा' और जापान की स्‍पेस एजेंसी ‘जाक्‍सा' ने दुनिया के पहले लकड़ी के सैटेलाइट को स्‍पेस में लॉन्‍च कर दिया है। लिग्नोसैट (LignoSat) नाम के सैटेलाइट को स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर भेजा गया है, जो धरती से 400 किलोमीटर ऊपर है। अंतरिक्ष यात्री देखना चाहते हैं कि लकड़ी का इस्‍तेमाल किस तरह से मंगल और चंद्रमा पर स्‍पेस मिशनों के लिए किया जा सकता है। उसी मकसद के साथ लिग्नोसैट को रवाना किया गया है।
  • धरती से 400km ऊपर 1 दिन में 16 बार सूरज को उगते और डूबते देख रहीं सुनीता विलियम्‍स, ऐसा क्‍यों? जानें
    धरती से 400 किलोमीटर ऊपर इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में रहने वाले अंतरिक्ष यात्री एक दिन में सिर्फ एक बार सूर्योदय या सूर्यास्‍त नहीं देखते। उनके साथ ऐसा 16 बार होता है। मौजूदा समय में भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स भी आईएसएस पर हैं और वह भी हर रोज 16 बार सूर्य को उदय और अस्‍त होते हुए देखती हैं। साल 2013 में जब सुनीता भारत आई थीं, तो उन्‍होंने यह वाकया शेयर किया था।
  • 232 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने के बाद धरती पर लौटे 4 अंतरिक्ष यात्री, देखें Video
    इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में कई दिनों तक रुकने के बाद चार अंतरिक्ष यात्री सकुशल पृथ्‍वी पर लौट आए हैं। क्रू8 (Crew-8) के एस्‍ट्रोनॉट्स- मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट, जीनेट एप्स और अलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के पेंसाकोला के तट से दूर मैक्सिको की खाड़ी में लैंड किया। ये अंतरिक्ष यात्री 232 दिनों तक स्‍पेस में रुके। उन्‍हें दो हफ्तों से ज्‍यादा वक्‍त तक इंतजार करना पड़ा, क्‍योंकि मौसम साथ नहीं दे रहा था।
  • धरती से 400km ऊपर वैज्ञानिकों ने लगाए 4K कैमरा, रिकॉर्ड हुआ ‘महातूफान’ Milton का नजारा
    इस साल की शुरुआत में इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर एक कार्गो के जरिए स्पेसटीवी-1 नाम का पेलोड भेजा गया था। यह पेलोड, स्‍पेस वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी सेन (Sen) का था, जिसमें 4K कैमरों का एक सेट था। उसे आईएसएस के बाहरी हिस्‍से में लगाया जाना था। कैमरों को स्‍टेशन पर सेट किया जा चुका है और इन्‍होंने पृथ्‍वी के कुछ हैरान करने वाले दृश्‍य कैप्‍चर किए हैं, जिनमें मिल्टन तूफान का दृश्‍य प्रमुख है।
  • धरती से 400km ऊपर ‘स्‍पेस स्‍टेशन’ से लीक हो रही हवा, टेंशन में Nasa!
    धरती से 400 किलोमीटर ऊपर पृथ्‍वी का चक्‍कर लगा रहे इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) से हवा का लीक होना लगातार जारी है। साल 2019 में सबसे पहले लीकेज का पता चला था। नासा की एक हालिया रिपोर्ट में लीकेज को लेकर फ‍िर से चिंता जताई गई है। कहा गया है कि अप्रैल 2024 में यह लीकेज रोजाना 1.7 किलोग्राम तक पहुंच गया। नासा रिपेयर वर्क से नासा संतुष्‍ट दिख रही है, पर इसका स्‍थायी समाधान चाहती है।
  • NASA की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स ने संभाली इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कमान
    यह दूसरी बार है कि जब विलियम्स ने ISS की कमान संभाली है। इससे पहले वह 2012 में भी एक मिशन की अगुवाई कर चुकी हैं। जून में विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट Butch Wilmore केवल आठ दिन के मिशन पर Boeing के Starliner स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS पर पहुंचे थे।हालांकि, स्टारलाइन में तकनीकी समस्या के कारण विलियम्स और विल्मोर की वापसी अगले वर्ष फरवरी तक टल गई है।
  • अंतरिक्ष में महीनों से फंसे होने के बावजूद खुश हैं सुनीता विलियम्स
    इन दोनों एस्ट्रोनॉट को लेकर गया Starliner स्पेसक्राफ्ट पिछले सप्ताह धरती पर विलियम्स और Wilmore के बिना वापस आ गया था। ये दोनों एस्ट्रोनॉट अगले वर्ष फरवरी में SpaceX की Crew-9 फ्लाइट से वापसी कर सकते हैं। सुनीता विलियम्स ने एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस में ISS को एक 'खुशगवार स्थान' बताया।
  • ये हुई ना बात! पहली बार वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में की मेटल पार्ट की 3D प्रिंटिंग
    यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी (ESA) ने पहली बार स्‍पेस में एक मेटल पार्ट की 3D प्र‍िं‍टिंग करके दिखाई है। स्‍पेस में 3D प्रिंटिंग करना मुश्किल है, क्‍योंकि वहां गुरुत्‍वाकर्षण नहीं है। चुनौती से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने इंटरनेशल स्‍पेस स्‍टेशन पर चीजें हालात के हिसाब से सेट कीं। टीम की योजना 2 और चीजों को प्रिंट करने की है। अभी जो मेटल पार्ट प्रिंट हुआ है, उसे क्‍वॉलिटी चेक के लिए पृथ्‍वी पर भेजा जाएगा।
  • नया रिकॉर्ड, अंतरिक्ष में इस समय 19 एस्‍ट्रोनॉट, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ
    पृथ्‍वी की कक्षा में इस वक्‍त रिकॉर्ड संख्‍या में अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं। बुधवार को तीन लोग रूस के सोयुज कैप्सूल पर सवार होकर इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन के लिए रवाना हुए। इसके बाद अंतरिक्ष में एस्‍ट्रोनॉट्स की संख्‍या ने नया रिकॉर्ड बनाया। एक रिपोर्ट के अनुसार, नासा के एक्‍सपर्ट ने लाइव वेबकास्‍ट के दौरान बताया कि रूसी एस्‍ट्रोनॉट्स के ऑर्बिट में पहुंचने के बाद ऑर्बिट में पहुंचने वाले एस्‍ट्रोनॉट्स की संख्‍या 19 पहुंच गई। पिछला रिकॉर्ड 17 यात्रियों का था।
  • Polaris Dawn mission : 41 साल उम्र, 1500 करोड़ की दौलत, आम लोगों के लिए अंतरिक्ष के दरवाजे खोले इस शख्‍स ने
    पोलारिस डॉन मिशन लॉन्‍च हो गया है। इसमें गए एस्‍ट्रोनॉट पहली बार अंतरिक्ष में कमर्शल स्‍पेसवॉक करेंगे। स्‍पेसक्राफ्ट को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से भी ऊपर ले जाया जाएगा। मिशन को फंड किया है जेरेड इसाकमैन ने। 41 साल की उम्र में उनके पास 180 करोड़ अमेरिकी डॉलर की दौलत है। इसाकमैन एक अमेरिकी व्‍यवसायी और पायलट हैं। वह कमर्शल एस्‍ट्रोनॉट भी हैं। उन्‍होंने इंस्पिरेशन4 मिशन को कमांड किया था। अब वह पोलारिस डॉन मिशन को लीड कर रहे हैं।
  • सुनीता विलियम्‍स को अंतरिक्ष में रोककर गलती कर दी Nasa ने? स्‍टारलाइनर की लैंडिंग से उठा सवाल
    बोइंग स्‍टारलाइनर को जून में 10 दिनों के के लिए इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पर भेजा गया था। उसमें सुनीता विलियम्‍स और बुच विल्‍मोर सवार थे। स्‍पेसक्राफ्ट में खराबी आने के कारण दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को ISS पर रोकना पड़ गया। अब नासा कमर्शल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्‍टीव स्टिच का कहना है कि स्टारलाइनर की बिना क्रू की लैंडिंग उम्मीद के मुताबिक ही हुई। स्‍पेसक्राफ्ट ने ठीक उसी तरह लैंडिंग की, जैसा नासा और बोइंग ने इसे डिजाइन किया था। अगर स्‍पेसक्राफ्ट में क्रू सवार होता, तो हमारा मानना है कि यह एक सेफ और सफल लैंडिंग होती।
  • Starliner : सुनीता विलियम्‍स को लेकर गया स्‍पेसक्राफ्ट इस दिन लौटेगा धरती पर, क्‍या अंतरिक्ष यात्री भी आएंगे? जानें
    Boeing Starliner Update : स्टारलाइनर स्‍पेसक्राफ्ट अगले शुक्रवार यानी 6 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्‍पेस स्टेशन (ISS) से बाहर निकल सकता है।

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