Iss

Iss - ख़बरें

  • NASA के फंसे हुए एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाने के लिए ISS पर पहुंचा स्पेसक्राफ्ट
    इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स को लाने के लिए बिलिनेयर Elon Musk की कंपनी SpaceX का स्पेसक्राफ्ट पहुंच गया है। NASA का Crew-10 मिशन शुक्रवार को लॉन्च किया गया था। NASA के केनेडी स्पेस सेंटर से Falcon 9 रॉकेट के जरिए Dragon स्पेसक्राफ्ट पर Crew-10 मिशन को लॉन्च किया गया था। इस मिशन में चार एस्ट्रोनॉट्स को भेजा गया है।
  • NASA की एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की जल्द होगी धरती पर वापसी, Crew-10 मिशन हुआ लॉन्च
    विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट Butch Wilmore को लाने के लिए NASA और बिलिनेयर Elon Musk की कंपनी SpaceX ने शुक्रवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर एक नया क्रू भेजा है। NASA के केनेडी स्पेस सेंटर से Falcon 9 रॉकेट के जरिए Dragon स्पेसक्राफ्ट पर Crew-10 मिशन को लॉन्च किया गया है। इस क्रू में चार एस्ट्रोनॉट शामिल हैं।
  • स्पेस में फंसी NASA की एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की धरती पर वापसी टली
    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने बताया विलियम्स और उनके साथ ISS पर फंसे Butch Wilmore को लाने के लिए SpaceX के Falcon 9 रॉकेट का लॉन्च तकनीकी मुश्किलों के कारण टाल दिया गया है। SpaceX के मालिक बिलिनेयर Elon Musk हैं। अमेरिका में फ्लोरिडा के Kennedy Space Centre से Crew-10 मिशन को Falcon 9 के साथ हाइड्रॉलिक समस्या की वजह से टाला गया है।
  • स्पेस में फंसी NASA की एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की इस दिन हो सकती है धरती पर वापसी....
    विलियम्स के साथ Butch Wilmore भी ISS पर फंसे हैं। पिछले वर्ष जून में ये दोनों एस्ट्रोनॉट कुछ दिन के मिशन पर ISS पर गए थे। हालांकि, स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी समस्या होने की वजह से ये फंस गए थे। NASA ने बताया है कि इन एस्ट्रोनॉट्स की वापसी के लिए SpaceX के Crew-10 मिशन को इस सप्ताह लॉन्च के लिए क्लीयरेंस मिल गई है।
  • एलन मस्क का बड़ा दावा! ISS पर फंसे NASA एस्ट्रोनॉट्स को बहुत पहले ले आता SpaceX, लेकिन...
    SpaceX के CEO एलन मस्क ने दावा किया है कि उन्होंने NASA के अंतरिक्ष यात्रियों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से वापस लाने का ऑफर दिया था, लेकिन बाइडेन प्रशासन ने इसे अनुमति नहीं दी। मस्क ने कहा कि ये एस्ट्रोनॉट्स सिर्फ 8 दिनों के मिशन के लिए गए थे, लेकिन अब 8 महीने से ISS पर फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि SpaceX छह महीने पहले ही उन्हें वापस ला सकता था, लेकिन व्हाइट हाउस ने रोक लगा दी। अब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बता दें कि Sunita Williams के साथ Butch Wilmore भी ISS पर फंसे हैं।
  • स्पेस में फंसी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स की इस महीने होगी वापसी, NASA कर रही तैयारी
    विलियम्स के साथ Butch Wilmore भी पिछले कई महीनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे हैं। इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स को बिलिनेयर Elon Musk की कंपनी SpaceX के Dragon स्पेसक्राफ्ट से वापस लाया जाएगा। पिछले वर्ष जून में विलियम्स और विल्मोर आठ दिन के मिशन के लिए ISS पर पहुंचे थे। Boeing के Starliner स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी समस्या के कारण विलियम्स और विल्मोर की वापसी मुश्किल हो गई था।
  • 8 महीने से अंतरिक्ष में फंसी Sunita Williams की इस दिन होगी पृथ्वी पर वापसी!
    अंतरिक्ष में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फंसे यात्री सुनीता विलियम्स और बच विलमोर अगले महीने धरती पर लौट सकते हैं। हाल ही में CNN को दिए एक इंटरव्यू में इन्होंने कहा कि Crew-10 मिशन 12 मार्च को पृथ्वी से रवाना होगा। मिशन मेंबर्स के ISS पर पहुंचने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री लगभग एक हफ्ते बाद यानी 19 मार्च को पृथ्वी पर वापस लौटेंगे।
  • अंतरिक्ष में फंसी एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की अगले महीने हो सकती है धरती पर वापसी
    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने बताया है कि ISS के लिए क्रू-10 मिशन को 25 मार्च के बजाय 12 मार्च को लॉन्च करने का टारगेट है। विलियम्स के साथी एस्ट्रोनॉट Butch Wilmore को भी इस मिशन में लाया जाएगा। NASA ने कहा है कि क्रू-10 मिशन नए स्पेसक्राफ्ट के बजाय पहले उड़ान भर चुके SpaceX के स्पेसक्राफ्ट Endurance का इस्तेमाल करेगा।
  • धरती से 400Km ऊपर से दिखा महाकुंभ का नजारा, Nasa ने शेयर की तस्‍वीरें
    यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में रोजाना लाखों की संख्‍या में लोग संगम पर स्‍नान के लिए पहुंच रहे हैं। इस नजारे को ना सिर्फ पृथ्‍वी से बल्कि अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। नासा के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट ने इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) से इस आयोजन की तस्‍वीरें ली हैं। ISS हमारी धरती से 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में है।
  • NASA के एस्ट्रोनॉट ने स्पेस से कैप्चर की महाकुंभ की हैरतअंगेज पिक्चर्स
    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के एक एस्ट्रोनॉट ने महाकुंभ की हैरतअंगेज पिक्चर्स ली हैं। इनमें गंगा नदी के रोशनी से सजे किनारे दिख रहे हैं। महाकुंभ की ये पिक्चर्स इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से एस्ट्रोनॉट Don Pettit ने कैप्चर की हैं। इन पिक्चर्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया गया है। इनमें रोशनी से चमकते गंगा के किनारों पर बड़ी संख्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की कतार दिख रही है।
  • अंतरिक्ष में कूड़ा कहां और कैसे फेंकते हैं एस्‍ट्रोनॉट? देखें Photo
    अंतरिक्ष से आई लेटेस्‍ट तस्‍वीर में एक एस्‍ट्रोनॉट को ‘कूड़ा’ फेंकते हुए देखा जा सकता है। एक रूसी अंतरिक्ष यात्री, आईएसएस के रोबोटिक आर्म पर अटैच होकर अंतरिक्ष में बाहर निकला। उसने उन पुराने इक्विपमेंट्स को अंतरिक्ष में फेंक दिया, जिन्‍हें 19 दिसंबर की स्‍पेसवॉक के दौरान बदला गया था।
  • अंतरिक्ष में कैसे पीते हैं लिक्विड, सुनीता विलियम्‍स ने बताया, देखें Video
    सुनीता विलियम्‍स ने मैसाचुसेट्स के सुनीता विलियम्स एलिमेंट्री स्कूल के स्‍टूडेंट्स के लिए एक सेशन होस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने स्‍पेस में लिक्विड ड्र‍िंक पीने के दौरान आने वाले चैलेंजेस पर चर्चा की। उन्‍होंने छात्रों को बताया कि जीरो ग्रैविटी में लिक्विड पदार्थ पीने के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना होता है। स्‍पेस में लिक्विड पदार्थ पीने के लिए खासतौर के पाउच डिजाइन किए गए हैं। सुनीता ने उन पाउचों को इस्‍तेमाल करने का तरीका बताया।
  • धरती से 400km ऊपर अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्‍स उड़ाएंगी ‘दावत’, सेलिब्रेट करेंगी थैंक्सगिविंग
    भारतीय मूल की नासा (Nasa) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स (Sunita Williams) इस साल जून में स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर पहुंची थीं। उनके स्‍पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई, जिस वजह से सुनीता और उनके साथी बुच विल्‍मोर वहीं रुके हुए हैं। अंतरिक्ष में अपने सफर को सुनीता अब एन्‍ज्‍वॉय भी कर रही हैं। वह आईएसएस पर थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) पर्व मनाने वाली हैं।
  • अंतरिक्ष घूमकर आए आलू, मटर, मक्‍का अब पृथ्‍वी पर रोपे जाएंगे, क्‍या है पूरा मामला? जानें
    अंतरिक्ष में कई महीनों तक रखने के बाद वैज्ञानिकों ने कई प्रकार के बीजों (Seeds) को पृथ्‍वी पर भेज दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वसंत की शुरुआत में बीजों को पृथ्‍वी पर रोपा जाएगा। यह कल्‍चरल एंड स्‍टेम स्‍टडी का हिस्‍सा है। स्‍टेम का पूरा नाम साइंस, टेक्‍नॉलजी, इंजीनियरिंग एंड मैथ है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नवंबर में पांच किस्‍म के बीज- स्‍वीट पोटैटो, मटर, मक्‍का और लैम्ब्सक्वार्टर को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर भेजा गया था।
  • कॉफी मग जितना छोटा दुनिया का पहला लकड़ी का सैटेलाइट LignoSat लॉन्‍च, क्‍या करेगा? जानें
    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा' और जापान की स्‍पेस एजेंसी ‘जाक्‍सा' ने दुनिया के पहले लकड़ी के सैटेलाइट को स्‍पेस में लॉन्‍च कर दिया है। लिग्नोसैट (LignoSat) नाम के सैटेलाइट को स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर भेजा गया है, जो धरती से 400 किलोमीटर ऊपर है। अंतरिक्ष यात्री देखना चाहते हैं कि लकड़ी का इस्‍तेमाल किस तरह से मंगल और चंद्रमा पर स्‍पेस मिशनों के लिए किया जा सकता है। उसी मकसद के साथ लिग्नोसैट को रवाना किया गया है।

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »