• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • गर्मियों तक पूरी तरह शुरू हो जाएगा जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप, अंतरिक्ष में पहले फोटोन का पता लगाया

गर्मियों तक पूरी तरह शुरू हो जाएगा जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप, अंतरिक्ष में पहले फोटोन का पता लगाया

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का यह प्रोजेक्‍ट NASA, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी ने मिलकर शुरू किया है।

गर्मियों तक पूरी तरह शुरू हो जाएगा जेम्‍स वेब टेलीस्‍कोप, अंतरिक्ष में पहले फोटोन का पता लगाया

इसका मकसद सफल खोजों में खगोलविदों को मदद करना है।

ख़ास बातें
  • नियर इन्फ्रारेड कैमरा (NIRCam) ने स्टारलाइट के पहले फोटॉन का पता लगाया है
  • यह टेलीस्‍कोप ब्रह्मांड की दिलचस्प घटनाओं पर नजर रखेगा
  • वैज्ञानिकों को उम्‍मीद है टेलीस्‍कोप कई बेहतर तस्‍वीरें दुनिया को दिखाएगा
विज्ञापन
नासा (NASA) ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) को श्रेणीबद्ध (align) करने के लिए तीन महीने की प्रक्रिया शुरू की है। इसका मकसद 10 बिलियन डॉलर (लगभग 74,710 करोड़ रुपये) की ऑब्‍जर्वेट्री को शुरू करना है। हाल में इसने प्रकाश के पहले कणों को अपना रास्ता बनाते हुए देखा है। इस साल गर्मियों तक इस ऑब्‍जर्वेट्री के तैयार होने की उम्मीद है। नासा ने बताया है कि जेम्स वेब के नियर इन्फ्रारेड कैमरा (NIRCam) ने स्टारलाइट के पहले फोटॉन का पता लगाया। नासा ने कहा कि इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की एक टीम टेलीस्कोप के 18 दर्पणों (mirrors) को श्रेणीबद्ध करने के लिए NIRCam के साथ लिए गए डेटा का उपयोग करके एक नया लेंस बनाएगी। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का यह प्रोजेक्‍ट NASA, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी ने मिलकर शुरू किया है। इसका मकसद खगोलविदों को सफल खोजों में मदद करना है। 

पिछले साल क्रिसमस के मौके पर जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को एरियन-5 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया था। तब से वैज्ञानिकों ने इसे कई फेज से गुजारा है। लॉन्‍च के ठीक एक महीने बाद यह टेलीस्‍कोप पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर लैग्रेंज पॉइंट 2 (L2) पर पहुंच गया। यहां से यह टेलीस्‍कोप ब्रह्मांड की दिलचस्प घटनाओं पर नजर रखेगा। गुरुत्वाकर्षण की दृष्टि से L2 अंतरिक्ष में स्‍टेबल पॉइंट है।
प्रोजेक्‍ट के चीफ साइंटिस्‍ट जॉन माथर ने हाल ही में कहा था कि टेलीस्‍कोप के ‘उपकरण कूलिंग में हैं' लेकिन उन्होंने लाइट के अलग-अलग पार्टिकल्‍स (फोटॉन) का पता लगाना शुरू कर दिया है। Space.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नोबेल पुरस्कार विजेता और एस्‍ट्रोफ‍िजिसिस्‍ट जॉन माथर ने कहा कि दुनिया को दिखाने के लिए अभी तक कोई इमेजेस नहीं थी। लेकिन हमें उम्मीद थी कि जल्द इमेजेस को डेवलप कर लिया जाएगा। 

एक बयान में नासा ने कहा है कि टेलीस्कोप-कमीशनिंग की प्रोसेस पिछले स्‍पेस टेलिस्‍कोप की तुलना में ज्‍यादा समय लेती है, क्योंकि जेम्स वेब के प्राइमरी मिरर्स में 18 इंडिवि‍जुअल मिरर सेग्‍मेंट हैं। जेम्स वेब को हकीकत में अपना काम शुरू करने के लिए एक सख्‍त कमीशनिंग प्रोसेस से गुजरने में लगभग पांच महीने और लगेंगे। इसकी इमेजेस, हबल टेलीस्कोप द्वारा ली गईं तस्‍वीरों से अलग होने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि जेम्‍स वेब चीजों को बड़े पैमाने पर इन्फ्रारेड में देखेगा। इसके मुकाबले हबल टेलीस्‍कोप विजिबल लाइट के साथ विभिन्न इन्फ्रारेड तरंगदैर्ध्य (wavelengths) का इस्‍तेमाल करता है।

 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत-पाक तनाव के बीच साइबर अटैक का खतरा: इन तरीकों से रखें खुद को सुरक्षित
  2. Vivo S30 Pro Mini होगा छोटे पैक में बड़ा धमाका! 6500mAh बैटरी, 100W चार्जिंग जैसे फीचर्स हुए लीक
  3. India-Pakistan Tension: पाकिस्तान पर डिजिटल स्ट्राइक! भारत में 8 हजार से ज्यादा अकाउंट बैन! X बोला ...
  4. भूटान का बड़ा फैसला, क्रिप्टो में पेमेंट कर सकेंगे टूरिस्ट्स
  5. बिटकॉइन ने पकड़ी रफ्तार, फरवरी के बाद पहली बार प्राइस एक लाख डॉलर से पार
  6. Samsung Galaxy F56 5G की टक्कर CMF Phone 2 Pro से, देखें कौन रहेगा बेहतर
  7. Realme की GT 7 सीरीज का इस महीने होगा इंटरनेशनल मार्केट में लॉन्च
  8. S-400 'सुदर्शन चक्र': इस एयर डिफेंस सिस्टम ने रोके पाकिस्तानी हमले! जानें इसके बारे में सब कुछ...
  9. भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए Elon Musk की स्टारलिंक को मिला लाइसेंस
  10. Xiaomi ने नई वॉशिंग मशीन की लॉन्च, दो ड्रम में अलग-अलग धो पाएंगे कपड़े, देखें फीचर्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »