अंतरिक्ष में अपना स्टेशन बनाएगा भारत, अगले वर्ष लॉन्च हो सकता है गगनयान मिशन

पिछले दशक में भारत ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 397 विदेशी सैटेलाइट को लॉन्च किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का श्रीहरिकोटा में सैटेलाइट लॉन्च सेंटर है

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 11 दिसंबर 2024 15:31 IST
ख़ास बातें
  • इस स्टेशन का नाम "भारत अंतरिक्ष स्टेशन" होगा
  • इसकी स्थापना 2035 तक की जा सकती है
  • पिछले दशक में भारत ने 397 विदेशी सैटेलाइट को लॉन्च किया है

पिछले दशक में भारत ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 397 विदेशी सैटेलाइट को लॉन्च किया है

देश ने पिछले कुछ वर्षों में स्पेस मिशंस में काफी प्रगति की है। भारत की योजना अब अपना स्पेस स्टेशन बनाने की है। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर Jitendra Singh ने बुधवार को बताया कि इस स्टेशन का नाम "भारत अंतरिक्ष स्टेशन" होगा। इसकी स्थापना 2035 तक की जा सकती है। 

सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में देश की अंतरिक्ष से जुड़ी महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया, "हमारा अपना स्पेस स्टेशन बनने जा रहा है। इसे भारत अंतरिक्ष स्टेशन कहा जाएगा। यह 2035 तक बन जाएगा। हम 2040 तक एक भारतीय को चंद्रमा पर लैंड करा सकते हैं।" देश के पहले ह्युमन स्पेस फ्लाइट मिशन Gaganyaan के बारे में सिंह ने बताया कि 2026 की शुरुआत तक पहला भारतीय एस्ट्रोनॉट इस मिशन के तहत स्पेस की यात्रा करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में भारत ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 397 विदेशी सैटेलाइट को लॉन्च किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का श्रीहरिकोटा में सैटेलाइट लॉन्च सेंटर है। 

हाल ही में ISRO के प्रमुख, S Somanath ने गगनयान मिशन को एक वर्ष के लिए टालने की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि अंतरिक्ष में देश के एस्ट्रोनॉट मिशन से पहले बिना क्रू वाली कई टेस्ट फ्लाइट की जाएंगी। गगनयान मिशन की तैयारी को लेकर ISRO पूरी सतर्कता बरत रहा है। इस मिशन के लॉन्च होने पर अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स को भेजने वाला चौथा देश बन जाएगा। ISRO के विस्तृत ट्रेनिंग प्रोसीजर और बिना क्रू वाली चौथी फ्लाइट को जोड़ना भी इस मिशन को टालने के कारणों में शामिल है। गगनयान मिशन में एक या दो एस्ट्रोनॉट्स को धरती से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर लो अर्थ ऑर्बिट में ले जाया जाएगा। 

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के एस्ट्रोनॉट्स Sunita Williams और Butch Wilmore की इंटनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से वापसी को Boeing के Starliner स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी समस्या के कारण अगले वर्ष फरवरी तक टाला गया है। इस वर्ष जून में विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट विल्मोर केवल आठ दिन के मिशन पर ISS पर पहुंचे थे। हालांकि, स्टाइलाइनर में तकनीकी समस्या के कारण इनकी वापसी को टालना पड़ा है। इस मामले से ISRO ने भी सीख ली है। गगनयान मिशन की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ISRO ने कई टेस्ट किए हैं। इनमें इमरजेंसी की स्थिति में निकलने का मैकेनिज्म और रिकवरी के सिस्टम का आकलन भी शामिल है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Huawei Mate 80 सीरीज की जोरदार डिमांड, सात लाख यूनिट्स से ज्यादा की बिक्री
  2. Realme Narzo 90x 5G vs Poco C85 5G vs Redmi 15C 5G: देखें कौन सा फोन है बेस्ट?
#ताज़ा ख़बरें
  1. Huawei Mate 80 सीरीज की जोरदार डिमांड, सात लाख यूनिट्स से ज्यादा की बिक्री
  2. Samsung Galaxy A07 5G के जल्द लॉन्च की तैयारी, Geekbench पर हुई लिस्टिंग
  3. Bitcoin में भारी गिरावट, 86,000 डॉलर से नीचे गया प्राइस
  4. AI+ NovaFlip: फोल्ड होने वाला फोन Rs 40 हजार के अंदर, जानें भारत में कब होगा लॉन्च
  5. चीन-अमेरिका की उड़ेगी नींद! भारत ने तैयार किया देश का पहला स्वदेशी 64-बिट डुअल-कोर माइक्रोप्रोसेसर
  6. Redmi K90 Ultra में हो सकती है 10,000mAh की मेगा बैटरी, स्लिम डिजाइन
  7. Realme 16 Pro सीरीज के लिए डिजाइनर Naoto Fukasawa के साथ हुआ कोलेब्रेशन, भारत के लिए होंगे 2 एक्सक्लूसिव कलर
  8. ट्रैवल कर रहे हैं तो संभल जाइए! फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइट के जरिए हुआ बड़ा स्कैम, जानें पूरा मामला
  9. 1,000 करोड़ की ठगी और 111 फर्जी कंपनियां, कैसे CBI ने इस बड़े साइबर फ्रॉड का किया खुलासा, यहां जानें
  10. Realme Narzo 90x 5G vs Poco C85 5G vs Redmi 15C 5G: देखें कौन सा फोन है बेस्ट?
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.