इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर रह रहे अंतरिक्ष यात्री इन दिनों एक चुनौती का सामना कर रहे हैं। आईएसएस के साथ अटैच्ड रूस के सोयुज स्पेसक्राफ्ट (Soyuz Spacecraft) में तकनीकी खराबी आ गई है। पहले इसमें कूलेंट लीक की जानकारी सामने आई। फिर कहा गया कि सोयुज स्पेसक्राफ्ट में एक छोटा छेद दिखाई दिया है। इन कारणों ने सोयुज स्पेसक्राफ्ट को उड़ान के लिए ‘खतरनाक' बना दिया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) और रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मॉस (Roscosmos) के सामने बड़ी चुनौती उन 3 अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाना है, जो सोयुज में सवार होकर आईएसएस पर पहुंचे थे। इन यात्रियों को कैसे वापस लाया जाए, इस बारे में एक जानकारी सामने आई है।
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर सकुशल वापस लाने के लिए नासा, एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का स्पेसक्राफ्ट इस्तेमाल कर सकती है। कहा गया है कि अगर किसी भी योजना ने काम नहीं किया, तो नासा, स्पेसएक्स के एक स्पेसक्राफ्ट को इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। याद रहे कि मौजूदा समय में स्पेसएक्स ही ऐसी प्राइवेट कंपनी है जो अमेरिका की धरती से अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में ले जा सकती है और ला सकती है।
वहीं,
सोयुज स्पेसक्राफ्ट उड़ान के लायक है या नहीं, इस बारे में फैसला जनवरी की शुरुआत में लिया जा सकता है। रूसी स्पेस एजेंसी एक अन्य सोयुज स्पेसक्राफ्ट को वहां भेजने के बारे में भी सोच रही है। ऐसा हुआ तो वह स्पेसक्राफ्ट फरवरी में आईएसएस पर पहुंच सकता है।
नासा की प्रवक्ता सैंड्रा जोन्स ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दिए
स्टेटमेंट में कहा कि हमने स्पेसएक्स से उसके ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर कुछ और क्रू मेंबर्स को लाने की क्षमता को लेकर सवाल पूछे हैं। हालांकि नासा का फोकस अभी पूरी तरह से स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट पर नहीं है। नासा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि स्पेसएक्स का कौन सा स्पेसक्राफ्ट इस्तेमाल किया जा सकता है। क्या धरती से एक ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया जाएगा या स्पेस स्टेशन पर मौजूद ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में और सीटें जोड़ी जाएंगी।
स्पेस स्टेशन पर अभी जो ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट मौजूद है, उसकी सभी सीटें फुल हैं। यह स्पेसक्राफ्ट 2023 की शुरुआत में 4 अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर लाएगा। सोयुज स्पेसक्राफ्ट में सवार होकर जो अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर पहुंचे थे, उनमें से 2 रूस के हैं और एक अमेरिका का। इस बीच, अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि सोयुज स्पेसक्राफ्ट में कूलेंट लीक कैसे हुआ।