Spacex

Spacex - ख़बरें

  • Starlink कर रहा भारत में एंट्री, महाराष्ट्र से होगी इंटरनेट सर्विस की शुरुआत
    सीएम फडणवीस ने X पर एक पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ LoI पर साइन करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है। इस समझौते के साथ पूरे राज्य में सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट कनेक्टिविटी शुरू की जाएगी। साझेदारी की घोषणा करने और LoI पर साइन करने के लिए Starlink की वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर ने 5 नवंबर को मुंबई में अधिकारियों से मुलाकात की।
  • Elon Musk की Starlink ने भारतीयों के लिए निकाली जॉब, यहां से करें अप्लाई
    एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी SpaceX की सैटेलाइट इंटरनेट यूनिट Starlink ने भारत में अपने ऑपरेशंस के लिए पहली बार लोकल हायरिंग शुरू कर दी है। कंपनी ने LinkedIn और अपने ऑफिशियल SpaceX Careers Portal पर कई जॉब ओपनिंग्स पोस्ट की हैं, जो इसके भारत में कमर्शियल लॉन्च की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही हैं। Starlink भारत में 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू कर सकती है। Starlink ने कथित तौर पर मुंबई, चेन्नई और नोएडा में अपने शुरुआती तीन गेटवे स्टेशन खोलने की अनुमति मांगी है। भविष्य में एक्सपेंशन की प्लानिंग भी तय है।
  • ISRO का मल्टी-बैंड कम्युनिकेशन सैटेलाइट इस सप्ताह होगा लॉन्च
    इस मल्टी-बैंड कम्युनिकेशन सैटेलाइट का डिजाइन भारत सहित ओशियानिक क्षेत्र में सर्विसेज उपलब्ध कराने के लिए तैयार किया गया है। CMS-03 का भार लगभग 4,400 किलोग्राम का है। यह भारत से जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में लॉन्च किया जाने वाला सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट होगा। ISRO ने बताया कि LVM3 का पिछला मिशन Chandrayaan-3 था।
  • बिना SIM के iPhone पर चलेगा इंटरनेट? Apple और Elon Musk कर रहे हैं कुछ बड़ा प्लान!
    Apple और SpaceX मिलकर iPhone यूजर्स के लिए एक बड़ा गेमचेंजर फीचर ला सकते हैं, जिसके बाद iPhone बिना SIM के भी इंटरनेट चला पाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी Starlink सैटेलाइट नेटवर्क के जरिए iPhone को डायरेक्ट इंटरनेट एक्सेस देने की तैयारी कर रही है। यानी भविष्य में iPhone यूजर्स को नेटवर्क की दिक्कत वाले इलाकों में भी सैटेलाइट के जरिए कनेक्टिविटी मिल सकती है। बताया जा रहा है कि ये फीचर अगले साल आने वाले iPhone 18 Pro से शुरू हो सकता है।
  • Starlink सैटेलाइट इंटनेट सर्विस का इंडिया लॉन्च बेहद नजदीक! टेस्टिंग शुरू, इन शहरों में बनेंगे अर्थ स्टेशन
    भारत में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट का इंतजार अब जल्द खत्म हो सकता है। Elon Musk की कंपनी SpaceX अपने सैटेलाइट ब्रॉडबैंड प्रोजेक्ट Starlink को भारत में लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने देश में अपने सिक्योरिटी टेस्टिंग फेज की शुरुआत कर दी है, जो कमर्शियल सर्विस शुरू करने से पहले की एक जरूरी प्रोसेस है। अगर सब कुछ प्लान के हिसाब से चला और रेगुलेटरी अप्रूवल्स समय पर मिल गए, तो Starlink 2026 की शुरुआत तक भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है।
  • इंतजार खत्म! 2026 में अंतरिक्ष की सैर, दुनिया का पहला प्राइवेट स्पेस स्टेशन Haven-1 होगा शुरू
    दुनिया का पहला प्राइवेट स्पेस स्टेशन जल्द ही हकीकत बनने वाला है। वास्ट स्पेस (Vast Space) की ओर से यह स्पेस स्टेशन तैयार किया जा रहा है जो दुनिया का पहला निजी अंतरिक्ष स्टेशन होगा। स्पेस स्टेशन का नाम Haven-1 है और यह 2026 में दुनिया के लिए खोल दिया जाएगा। यह एक सिंगल मॉड्यूल आवास होगा जिसे SpaceX Falcon 9 के माध्यम से लॉन्च किया जाएगा।
  • Starlink के सैटेलाइट गिर रहे हैं! पृथ्वी के लिए नया खतरा
    स्टारलिंक के सैटेलाइट लगभग रोजाना पृथ्वी पर वापस गिर रहे हैं। जिससे वैज्ञानिकों में अंतरिक्ष मलबे की संभावित चेन रिएक्शन के बारे में चिंता बढ़ रही है, जो धरती की निचली कक्षा की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। प्राप्त किए गए डेटा के अनुसार मौजूदा समय में लगभग एक से दो स्टारलिंक सैटेलाइट प्रतिदिन पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करते हैं। अगर ऐसा ही जारी रहता है तो आने वाले वर्षों में और अधिक तारामंडलों के पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने के साथ सैटेलाइट वापस गिरने की यह संख्या प्रतिदिन पाँच तक बढ़ सकती है।
  • Tesla के चीफ Elon Musk बने 500 अरब डॉलर की वेल्थ हासिल करने वाले पहले शख्स
    अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump की सरकार में एडवाइजर रह चुके मस्क के पास एयरोस्पेस से जुड़ी SpaceX के अलावा कुछ अन्य कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी है। हालांकि, उनकी नेटवर्थ का बड़ा हिस्सा टेस्ला से जुड़ा है। पिछले कुछ महीनों में टेस्ला के शेयर में तेजी आने का एक बड़ा कारण ट्रंप सरकार से मस्क का हटना और कंपनी पर फोकस करने की उनकी घोषणा है
  • भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से धरती पर वापसी से लेकर टेस्ला के मुंबई में शोरूम खोलने तक, ये हैं आज की महत्वपूर्ण खबरें
    Axiom-4 मिशन के क्रू के सदस्यों के साथ SpaceX का क्रू कैप्सूल Grace अमेरिका में कैलिफोर्निया के तट पर सैन डिएगो के निकट दोपहर 3 pm (भारतीय समय के अनुसार) उतरा है। इस क्रू कैप्सूल को धरती पर वापसी में लगभग 22.5 घंटे लगे हैं। इस मिशन के क्रू में शुक्ला के अलावा अमेरिका की Peggy Whitson, पोलैंड के Slawosz Uznanski Wisniewski और हंगरी के Tibor Kapu शामिल हैं।
  • भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक स्पेस मिशन के बाद धरती पर हुई वापसी, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
    इस मिशन के क्रू ने ISS पर कई एक्सपेरिमेंट्स किए हैं। इनमें से सात एक्सपेरिमेंट्स की अगुवाई शुक्ला ने की थी। इन एस्ट्रोनॉट्स के साथ शून्य ग्रेविटी के उनके संकेतक के तौर पर Joy कहे जाने वाले एक स्वैन टॉय को भी भेजा गया था। इस मिशन से भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO को गगनयान की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सबक मिल सकते हैं।
  • टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
    अमेरिका में कैलिफोर्निया के Kennedy Space Centre से बुधवार को SpaceX का Falcon 9 रॉकेट इस मिशन के स्पेसक्राफ्ट Dragon के साथ बुधवार को 12.01 PM पर लॉन्च किया गया था। इस स्पेसक्राफ्ट की लगभग 29 घंटे की उड़ान के बाद गुरुवार को 4.01 पर ISS के साथ डॉकिंग हुई है। Axiom-4 मिशन के क्रू के सदस्य ISS पर कई एक्सपेरिमेंट्स करेंगे।
  • भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला पहुंचे स्पेस स्टेशन, Dragon स्पेसक्राफ्ट की हुई डॉकिंग
    Axiom-4 मिशन के क्रू के सदस्य ISS पर कई एक्सपेरिमेंट्स करेंगे। इनमें से सात एक्सपेरिमेंट्स की अगुवाई शुक्ला करेंगे। इस मिशन में 31 देशों की भागीदारी है इस मिशन को सुरक्षा के साथ ISS पर पहुंचाने के लिए NASA और अमेरिकी स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपर Axiom Space ने कड़ी तैयारी की थी। इन एस्ट्रोनॉट्स के साथ शून्य ग्रेविटी के उनके संकेतक के तौर पर Joy कहे जाने वाले एक स्वैन टॉय को भी भेजा गया है।
  • Axiom-4 मिशन कल ISS पर पहुंचेगा, भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला हैं मिशन के पायलट
    Axiom-4 मिशन को धरती से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर मौजूद ISS पर डॉकिंग करने में लगभग 29 घंटे लगेंगे। Falcon 9 रॉकेट पर स्थित SpaceX का Dragon स्पेसक्राफ्ट शुरुआत में ISS से नीचे के एक ऑर्बिट में पहुंचेगा। ISS के साथ डॉकिंग (जुड़ना) के लिए इस स्पेसक्राफ्ट को अपने रास्ते और ऊंचाई में बदलाव करने होंगे। यह प्रक्रिया आसान नहीं है क्योंकि ISS लगभग 28,000 km/h की रफ्तार से चक्कर लगा रहा है।
  • टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
    अमेरिकी स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपर Axiom Space ने बताया है कि पिछले 40 वर्षों से अधिक में यह पहली बार है कि जब अमेरिका की सरकार ने भारत, पोलैंड या हंगरी के एस्ट्रोनॉट्स वाली एक स्पेसफ्लाइट के लिए स्वीकृति दी है। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री Rakesh Sharma ने 1984 में अंतरिक्ष में पहुंचकर इतिहास बनाया था।
  • शुभांशु शुक्ला ने भरी स्पेस में उड़ान, Ax-4 मिशन में पायलट; 40 साल बाद कोई भारतीय पहुंचा ISS
    आज, 25 जून की सुबह Axiom Space के "Ax‑4" मिशन ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अपने चारों अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना किया, जिसमें ISRO के ग्रुप कप्तान शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) भी शामिल हैं। इस मिशन के जरिए वह राकेश शर्मा (1984) के बाद भारत के दूसरे और ISS पर भेजे गए पहले अंतरिक्ष यात्री बनेंगे।

Spacex - वीडियो

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »