Oppo, Vivo और Xiaomi ने की 9,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी

इसमें कस्टम्स ड्यूटी और GST की चोरी शामिल है। इन कंपनियों ने पिछले तीन वित्त वर्षों में यह टैक्स चोरी की है

Oppo, Vivo और Xiaomi ने की 9,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी

इन कंपनियों ने पिछले तीन वित्त वर्षों में यह टैक्स चोरी की है

ख़ास बातें
  • इसमें कस्टम्स ड्यूटी और GST की चोरी शामिल है
  • Vivo ने 2,923.25 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है
  • Xiaomi के भारत में बिजनेस के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं
विज्ञापन
चाइनीज स्मार्टफोन कंपनियों Oppo Mobile, Vivo India और Xiaomi Technology ने लगभग 9,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। यह जानकारी केंद्र सरकार की ओर से संसद को दी गई है। इसमें कस्टम्स ड्यूटी और गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) की चोरी शामिल है। इन कंपनियों ने पिछले तीन वित्त वर्षों में यह टैक्स चोरी की है। 

मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड IT Rajeev Chandrasekhar ने राज्यसभा में बताया कि इन कंपनियों ने लगभग 9,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है और इसमें से सरकार से 1,629.87 करोड़ रुपये को रिकवर किया है। Oppo ने 5,086 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। इसमें 4,403 करोड़ रुपये की कस्टम्स ड्यूटी और 683 करोड़ रुपये का GST शामिल है। Vivo ने 2,923.25 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है। इसमें 2,875 करोड़ रुपये की कस्टम्स ड्यूटी और 48.25 करोड़ रुपये का GST शामिल है। इसके अलावा चाइनीज स्मार्टफोन मेकर Xiaomi के मामले में 851.14 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इसमें 682.51 करोड़ रुपये की कस्टम्स ड्यूटी और 168.63 करोड़ रुपये का GST शामिल है। 

Xiaomi के भारत में बिजनेस के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं। कंपनी को मार्केट शेयर में कमी और रेगुलेटरी सख्ती जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शाओमी ने देश में अपनी यूनिट की रिस्ट्रक्चरिंग करने का फैसला किया है। इस वजह से कंपनी से वर्कर्स की छंटनी की जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शाओमी के पास इस वर्ष की शुरुआत में देश में लगभग 1,500 वर्कर्स थे। कंपनी ने हाल ही में लगभग 30 वर्कर्स की छंटनी की है। यह जल्द ही दोबारा छंटनी कर सकती है। पिछले कुछ महीनों में कंपनी का मार्केट शेयर कम हुआ है। इस वजह से यह अपने रिसोर्सेज का बेहतर इस्तेमाल करने और खर्च को घटाने जैसे उपाय कर रही है। इसके मार्केट शेयर में Samsung जैसी कंपनियों ने सेंध लगाई है। कम प्राइस वाले स्मार्टफोन्स की कैटेगरी में कम मौजूदगी से भी कंपनी को नुकसान हो रहा है। 

सरकार ने चाइनीज मोबाइल कंपनियों के लिए नए रूल्स बनाए हैं। सरकार ने इन कंपनियों को देश में उनके कारोबार में भारतीय इक्विटी पार्टनर्स को शामिल करने के लिए कहा है। इसके अलावा इन कंपनियों को चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर और चीफ टेक्निकल ऑफिसर जैसी सीनियर पोजिशंस पर भारतीय एग्जिक्यूटिव्स को नियुक्त करना होगा। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo V60 vs Oppo Reno 14 5G vs iQOO Neo 10: कंपेरिजन से जानें कौन है बेहतर?
  2. Realme P4 Pro 5G vs Vivo Y400 5G vs OnePlus Nord CE 5 5G: जानें 30 हजार में कौन है बेस्ट
  3. AI सुपरपावर रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर, लेकिन भारत ने चीन को पछाड़ा
  4. भारत के लेटेस्ट वाटरप्रूफ स्मार्टफोन, नहीं होंगे पानी में भी खराब, जैसे मर्जी करें इस्तेमाल
  5. अब बिहार पुलिस बनेगी Digital Police! FIR से लेकर सबूत तक होगा ऑनलाइन
  6. Honor की Magic 8 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  7. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ कोर्ट जा सकती हैं बड़ी गेमिंग कंपनियां
  8. Samsung के Galaxy S26 Pro और Galaxy S26 Edge में मिल सकता है Exynos 2600 चिपसेट
  9. itel ZENO 20 भारत में लॉन्च: 5000mAh बैटरी, 128GB तक स्टोरेज और बड़ा डिस्प्ले, कीमत Rs 5,999 से शुरू
  10. Vivo T4 Pro जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल Sony प्राइमरी कैमरा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »