डुअल रियर कैमरे वाला नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं? लेकिन ज़्यादा पैसे खर्च करना नहीं चाहते? आज हम आपको ऐसे डुअल कैमरा स्मार्टफोन के बारे में बताते हैं जो 15,000 रुपये से कम में आते हैं और बेहतर परफॉर्म करते हैं। अच्छी बात यह है कि हम आपको दो रियर कैमरे वाले उन स्मार्टफोन के बारे में बताएंगे जिनका हमने रिव्यू किया है। इससे पहले हमने आपको 1
6 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरे वाले बेहतरीन स्मार्टफोन और
सबसे सस्ते बजट फोन के बारे में जानकारी दी थी।
कूलपैड कूल 1 डुअलकूल 1 डुअल में दो 13 मेगापिक्सल के रियर कैमरे दिए गए हैं। इनमें से एक कलर सेंसर है और दूसरे का इस्तेमाल मोनोक्रोम डेटा के लिए होता है। एक साथ इस्तेमाल किए जाने पर आप बेहतर इमेज क्वालिटी और धीमी रोशनी में कम नॉयज़ वाली तस्वीरों की उम्मीद कर सकते हैं। लेकिन इस्तेमाल के दौरान कैमरे की इस जोड़ी ने हर बार उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं दिए। कम रोशनी वाली तस्वीरों में नॉयज़ दिखता है और आमतौर पर डिटेलिंग भी बेहद कम रही। नाइट मोड स्विच ऑन करने पर कलर बेहतर हो गए, लेकिन बहुत ज़्यादा नहीं। दिन की रोशनी में हमें कई बार लैंडस्केप और क्लोज़ अप शॉट में ज़रूरत से ज़्यादा एक्सपोज़र की शिकायत हुई। कलर्स अच्छे आए, लेकिन सब्जेक्ट शार्प नहीं थे।
13,999 रुपये वाला कूलपैड कूल 1 डुअल (
रिव्यू) अपनी कीमत के हिसाब से अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कूल 1 डुअल में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। इसकी बनावट अच्छी है और डिस्प्ले भी शार्प है। बैटरी लाइफ शानदार है और कई किस्म के टास्क के लिए इसमें पर्याप्त पावर है। माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट की कमी खटकती है। अगर आपको खरीदारी करनी है, तो ऑनलाइन ही करें तो आपको उसी कीमत में ज़्यादा रैम मिलेंगे।
लेनोवो फैब 2 प्लसलेनोवो ने पिछले साल नवंबर में फैब 2 प्लस स्मार्टफोन
लॉन्च किया। इस फोन की सबसे बड़ी ख़ासियत इस फोन में दिया गया डुअल रियर कैमरा सेटअप है।
लेनोवो फैब 2 प्लस में 13 मेगापिक्सल कैमरा सेंसर है जो लेज़र ऑटो फोकस और फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस के साथ आता है। सेकेंडरी कैमरे का इस्तेमाल डेप्थ के लिए होता है लेकिन हमें ऐसा कहीं नहीं लगा कि इससे तस्वीरों की क्वालिटी पर कोई फर्क पड़ा। हमने दोनों लेंस की मदद से साफ और स्पष्ट तस्वीरें लेने की कोशिश की लेकिन हमें कोई फर्क नहीं दिखा। हम आपको दिन की रोशनी में लैंडस्केप तस्वीरों के लिए एचडीआर मोड इस्तेमाल करने की सलाह देंगे। और इसके बिना तस्वीरें काफी डल लगती हैं। फैब 2 प्लस से तस्वीरों में दूर स्थित ऑब्जेक्ट में अच्छी डिटेलिंग मिलती है लेकिन मैक्रो शॉट काफी बेहतर रहे।
14,999 रुपये वाले फैब 2 प्लस में वो सब कुछ है जिसकी उम्मीद इस इस सेगमेंट वाले स्मार्टफोन से होती है। इस फोन में एक ऑक्टा-कोर मीडियाटेक प्रोसेसर (एमटी8783), 3 जीबी रैम व 32 जीबी स्टोरेज दी गई है। फोन की बनावट, डिस्प्ले, सॉफ्टवेयर ऑडियो क्वालिटी अच्छी है। डुअल कैमरा सेटअप की जरूरत नहीं लगती और दूसरे फ़ीचर भी बहुत अच्छे मालूम नहीं पड़ते। लेकिन कैमरे से ली जाने वाली तस्वीरें बहुत ख़राब नहीं हैं ख़ासकर मैक्रो शॉट। इसके अलावा फोन में एचडीआर वीडियो रिकॉर्डिंग भी हमें पसंद आई।
लेकिन इस तरह के फोन में एक अच्छा प्रोसेसर होना चाहिए और लेनोवो ने ऑग्युमेंटेड रियलिटी ऐप, ग्राफिक्स गेम और मल्टीटास्किंग के लिए एक कमजोर प्रोसेसर दिया है। फैब 2 प्लस बहुत जल्दी गर्म हो जाता है जो काफी अजीब है। हमें फोन में लंबी बैटरी लाइफ मिलने की उम्मीद थी लेकिन हमारे टेस्ट में बैटरी लाइफ औसत रही।
पढ़ें रिव्यूहॉनर 6एक्सहॉनर 6एक्स इस प्राइसरेंज में एक भरोसेमंद स्मार्टफोन है। मेटल बॉडी हाथों में अच्छा एहसास देती है। फोन दिखने में भी अच्छा है। किरिन 655 चिपसेट रेडमी नोट 4 के स्नैपड्रैगन 625 जितना तेज़ तो नहीं है, लेकिन यह आसानी से ज़्यादातर गेम और ऐप को हैंडल करता है।
हॉनर 6एक्स की सबसे अहम खासियत है डुअल कैमरा सेटअप। दूसरा सेंसर डेप्थ इंफॉर्मेशन कैपचर करता है। वैसे, हमें रिव्यू के दौरान लगा कि डुअल कैमरा सेटअप महज दिखावा है। हम कम रोशनी में ज़्यादा बेहतर परफॉर्मेंस की उम्मीद कर रहे थे। बैटरी इतनी पावरफुल है कि
एक दिन तक चल जाएगी। सच कहें तो हॉनर 6एक्स में कुछ भी अनोखा नहीं है, लेकिन यह शाओमी रेडमी नोट का अच्छा विकल्प है।
इसके अलावा,
एलजी एक्स कैम भी 15,000 रुपये से कम कीमत में
उपलब्ध है। इसमें 5.2 इंच का फुल-एचडी इन सेल डिस्प्ले, 1.14 गीगाहर्ट्ज़ ऑक्टा-कोर प्रोसेसर, 2 जीबी रैम और 16 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज है। हैंडसेट में 13 मेगापिक्सल और 5 मेगापिक्सल के दो रियर कैमरे मौजूद हैं। इसके फ्रंट कैमरे का सेंसर 8 मेगापिक्सल का है। ध्यान रहे कि हमने इस स्मार्टफोन का रिव्यू नहीं किया है, इसलिए हम इस फोन की परफॉर्मेंस के बारे में कुछ नहीं बता सकते।