2016 साल अंत के करीब है, अब भी मिड रेंज सेगमेंट में स्मार्टफोन लॉन्च किए जा रहे हैं। लेनोवो द्वारा के6 नोट स्मार्टफोन लॉन्च किए जाने के बाद कूलपैड और लेईको की साझेदारी में बने कूल 1 डुअल को भारत में पेश किया गया है। फोन को सबसे पहले चीन में अगस्त महीने में लॉन्च किया गया था। इस वक्त लेईको सीईओ जिया यूइटिंग के कूलपैड के चेयरमैन पद की ज़िम्मेदारी संभाली ही थी।
कूल 1 डुअल भारत में 13,999 रुपये में मिलेगा। यह ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध होगा। ऑनलाइन वर्ज़न 4 जीबी रैम के साथ आएगा। वहीं, ऑफलाइन स्टोर में 3 जीबी रैम वाला वेरिएंट मिलेगा। दोनों वेरिएंट के बाकी स्पेसिफिकेशन एक जैसे होंगे। फोन की भिड़ंत
मोटो जी4 प्लस (
रिव्यू) और
शाओमी मी मैक्स (
रिव्यू) से होगी। क्या कूल 1 डुअल को यूज़र द्वारा पसंद किया जाएगा? आइए जानें...
कूलपैड कूल 1 डुअल डिज़ाइन और बिल्डडिज़ाइन में कुछ भी नया नहीं है और ना ही यह बहुत ज़्यादा प्रभावित करता है, लेकिन बिल्ड क्वालिटी भरोसा करने लायक है। मेटल बॉडी मजबूत होने का एहसास देती है और मैटे फिनिश के कारण ऊंगलियों ने निशान नहीं पड़ते। बटन की क्वालिटी और उनकी पोज़ीशन भी अच्छी है। कूल 1 डुअल थोड़ा वज़नदार है और बड़ी बैटरी के कारण थोड़ा मोटा भी है।
5.5 इंच का आईपीएस डिस्प्ले फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन के साथ आता है। इसका बेज़ल बहुत पतला नहीं है। यह डिस्प्ले के चारों किनारे पर है और काफी चौड़ा भी है। पैनल के व्यूइंग एंगल अच्छे हैं। कलर रिप्रोडक्शन और ब्राइटनेस स्तर भी उपयुक्त हैं। सीधे सूरज की रोशनी में कई बार स्क्रीन पर पढ़ पाना आसान नहीं होता। खरोंच के निशान से बचाने के लिए इस पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 की प्रोटेक्शन मौज़ूद है।
बैकलिट कैपेसिटिव बटन नेविगेशन के निचले हिस्से में हैं। नोटिफिकेशन एलईडी टॉप पर है। बायीं तरफ डुअल नैनो सिम ट्रे है। अफसोस कि हैंडसेट में माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट नहीं दिया गया है। अगर कूल 1 डुअल की इनबिल्ट स्टोरेज 64 जीबी होती तो दिक्कत नहीं थी। लेकिन 32 जीबी एक दिन कम लगने लगेंगे।
कूल 1 डुअल में एक इंफ्रारेड एमिटर टॉप पर है। इसके बगल में मौज़ूद है 3.5 एमएम ऑडियो सॉकेट। फोन में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट निचले हिस्से में है। साथ में मौज़ूद है स्पीकर ग्रिल। पिछले हिस्से पर फिंगरप्रिंट सेंसर भी दिया गया है। यह फोन की सिक्योरिटी के लिए अच्छा फ़ीचर है। इसकी बनावट और पोज़ीशन ऐसी है कि आपको इसे इस्तेमाल करने में दिक्कत नहीं होगी। अपने प्राइस सेगमेंट में डुअल कैमरे के साथ आने वाले कूल 1 डुअल एक और फोन है। इससे पहले
लेनोवो फैब 2 प्लस (
रिव्यू) को लॉन्च किया गया था।
रिटेल बॉक्स में आपको स्क्रीन गार्ड, डेटा केबल, 10 वॉट का पावर एडप्टर, सिम इजेक्टर और निर्देश पुस्तिका मिलेंगे। कूल 1 डुअल की बनावट अच्छी है और मज़बूत होने का एहसास देता है। काश! इसमें माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट होता या हाइब्रिड सिम स्लॉट ही।
कूलपैड कूल 1 डुअल स्पेसिफिकेशन और फ़ीचरकूल 1 डुअल में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। यह रेडमी नोट 3 में इस्तेमाल किए गए प्रोसेसर का ज़्यादा तेज अवतार है। हमें रिव्यू के लिए 4 जीबी रैम वेरिएंट मिला। अन्य स्पेसिफिकेशन में वाई-फाई बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.1, यूएसबी-ओटीजी, एफएम रेडियो और जीपीएस शामिल हैं। फोन दोनों ही सिम स्लॉट में 4जी एलटीई सपोर्ट करता है। और सेटिंग्स में जाकर आप वॉयस ओवर एलटीई फ़ीचर को एक्टिव कर सकते हैं। हम रिव्यू यूनिट से जियो नेटवर्क पर वॉयस कॉल नहीं कर पाए। लेकिन डेटा में दिक्कत नहीं हुई।
आप जब सॉफ्टवेयर चलाएंगे तो लेईको की कारिगरी के वाक़िफ होंगे। कूल 1 डुअल में कूल यूआई की जगह ईयूआई का इस्तेमाल हुआ है। हमारा सामना इस यूज़र इंटरफेस से लेईको के पुराने फोन में हो चुका है। दोनों ओएस बिल्कुल एक जैसे हैं, लेकिन लेईको के सुपरइंटरटेनमेंट स्ट्रीमिंग सर्विसेज नहीं हैं।
अगर आपने पहले लेईको फोन नहीं इस्तेमाल किया है तो ईयूआई का आदी होने में थोड़ा वक्त लगेगा। क्योंकि इसका लेआउट एंड्रॉयड से काफी अलग है। फंक्शन और कस्टमाइज़ेशन पहले जैसे ही हैं। आपको कुछ काम के ऐप पहले से इंस्टॉल मिलेंगे।
कूलपैड कूल 1 डुअल परफॉर्मेंसकूल 1 डुअल मल्टीटास्किंग और आम परफॉर्मेंस को आसानी से हैंडल करता है। तेज ऑक्टा-कोर चिपसेट और उपयुक्त रैम की वजह से ऐप लॉन्च करने और गेम खेलते वक्त फोन कभी धीमा नहीं पड़ा। आसफाल्ट 8 जैसे पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम आसानी से चले। हैंडसेट के बेंचमार्क नतीजे भी अच्छे आए। आपको फोन के ज़्यादा गर्म होने की शिकायत नहीं होगी। फोन चार्जिंग और पावरफुल ऐप चलाने वक्त फोन ज़रूर गर्म हुए।
मीडिया प्लेबैक भी अच्छा है। चिपसेट 4के वीडियो को आसानी से हैंडल करता है। फोन के निचले हिस्से में एक स्पीकर है। मीडिया और अलर्ट के लिए स्पीकर से संतोषजनक आवाज आती है। आप हेडफोन से बेहतर आवाज़ पा सकते हैं। स्टॉक म्यूज़िक प्लेयर का डिज़ाइन अच्छा है।
कूल 1 डुअल में दो 13 मेगापिक्सल के रियर कैमरे दिए गए हैं। इनमें से एक कलर सेंसर है और दूसरे का इस्तेमाल मोनोक्रोम डेटा के लिए होता है। एक साथ इस्तेमाल किए जाने पर आप बेहतर इमेज क्वालिटी और धीमी रोशनी वाली में कम नॉयज़ वाली तस्वीरों की उम्मीद कर सकते हैं। लेकिन इस्तेमाल के दौरान कैमरे की इस जोड़ी ने हर बार उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं दिए। कम रोशनी वाली तस्वीरों में नॉयज़ थे। आमतौर डिटेल भी बेहद ही कम थे। नाइट मोड स्विच ऑन करने पर कलर बेहतर हो गए, लेकिन बहुत ज़्यादा नहीं। दिन की रोशनी में हमें कई बार लैंडस्केप और क्लोज़ अप शॉट में ज़रूरत से ज़्यादा एक्सपोज़र की शिकायत हुई। कलर्स अच्छे आए, लेकिन सब्जेक्ट शार्प नहीं थे।
आप 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। दिन की रोशनी में फुटेज अच्छे आए। लेकिन कम रोशनी वाले वीडियो थोड़े ग्रेनी थे। 8 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा सेल्फी के लिए पर्याप्त है। हालांकि, इसके लिए उपयुक्त रोशनी की ज़रूरत पड़ेगी।
कैमरा तेजी से फोकस करता है और इमेज भी तेजी से स्टोर होते हैं। कैमरा ऐप को इस्तेमाल करना आसान है। आपके पास चुनने के लिए कई विकल्प होंगे।
कूल 1 डुअल ने बैटरी लाइफ के मामले में निराश नहीं किया। 4000 एमएएच की बैटरी हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में 14 घंटे 43 मिनट तक चली। आम इस्तेमाल में बैटरी करीब डेढ़ दिन तक चली। फोन तेजी से चार्ज होता है।
हमारा फैसलाकूलपैड कूल 1 डुअल अपनी कीमत के हिसाब से अच्छी परफॉर्मेंस देता है। इसकी बनावट अच्छी है और डिस्प्ले भी शार्प है। बैटरी लाइफ शानदार है और कई किस्म के टास्क के लिए इसमें पर्याप्त पावर है। माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट की कमी खटकती है। अगर आपको खरीदारी करनी है, तो ऑनलाइन ही करें तो आपको उसी कीमत में ज़्यादा रैम मिलेंगे।