लेनोवो धीरे-धीरे अपनी फैब सीरीज़ का विस्तार कर रही है। बाजार को सैकड़ों वेरिएंट से भरने की जगह कंपनी ने पिछले साल के
फैब प्लस का अपग्रेडेड वेरिएंट लॉन्च किया है। हमें लगता है कि मीडिया खपत के लिए यह फोन बेहद शानदार है लेकिन इसके साइज़ के चलते फोन को लाना-लेजाना और इस्तेमाल करना ख़ासा मुश्किल हो जाता है।
इस साल,
लेनोवो फैब 2 प्लस को कंपनी ने
फैब 2 और
फैब 2 प्रो को कंपनी के टेक वर्ल्ड इवेंट में
लॉन्च किया गया। भारत में अभी तक सिर्फ फैब प्लस वेरिएंट लॉन्च किया गया है और यह फैब प्लस का अपग्रेडेड वेरिएंट है। इस फोन की सबसे बड़ी ख़ासियत इस फोन में दिया गया डुअल रियर कैमरा सेटअप है। 14,999 रुपये की कीमत के साथ लेनोवो फैब 2 प्लस स्मार्टफोन शाओमी के
मी मैक्स (
रिव्यू) को टक्कर देगा। इस सेगमेंट में एक समान फ़ीचर वाला मी मैक्स अकेला स्मार्टफोन है।
लेकिन मी मैक्स स्मार्टफोन लगभग हर जगह आउट ऑफ स्टॉक है। तो क्या लेनोवो ने इस स्मार्टफोन के लिए विकल्प पेश कर दिया है? जानते हैं रिव्यू में।
लेनोवो फैब 2 प्लस डिज़ाइन व बनावटलेनोवो का यह फोन मेटल यूनिबॉडी से बना है और इसमें आगे की तरफ कर्व्ड गोरिल्ला ग्लास दिया गया है। फैब 2 प्लस एक बड़ा स्मार्टफोन है। लेनोवो ने पतले बेज़ेल देकर इसके साइज़ को छोटा करने की बेहतरीन कोशिश की है और इस वजह से डिस्प्ले के नीचे व ऊपर खाली जगह नहीं है। लेकिन फिर भी फोन को इस्तेमाल करने के लिए दोनों हाथ की जरूरत पड़ती है। फोन में एक वन-हैंडेड मोड है लेकिन इससे बेहतर पहुंच के लिए लॉकस्क्रीन के न्यूमेरिक पिन कीपैड व डायलपैड को शिफ्ट किया जा सकता ह। लेकिन पूरा स्क्रीन श्रिंक नहीं होता।
फोन में 6.4 इंच फुल एचडी आईपीएस पैनल है और स्क्रीन की डेनसिटी 344 पीपीआई है। डिसप्ले पर टेक्स्ट शार्प दिखता है और चारों किनारों पर आइकन साफ दिखते हैं। कलर रीप्रोडक्शन बेहद अच्छा है और लेनोवो फैब 2 प्लस को सूरज की रोशनी में भी साफतौर पर पढ़ा जा सकता है। हालांकि, कई बार एम्बियंट लाइट सेंसर काफी धीमा काम करता है। टच रिस्पॉन्स भी कभी-कभार कम रहता है।
फैब 2 प्लस में नीचे की तरफ बैकलिट कैपेसिटिव नेविगेशन बटन दिए गए हैं जबकि ऊपर की तरफ एक नोटिफिकेशन एलईडी है। बांयीं तरफ एक हाइब्रिड सिम ट्रे है यानी आपको दो सिम कार्ड या एक सिम कार्ड और एक माइक्रोएसडी कार्ड का सपोर्ट मिलेगा। वॉल्यूम व पावर बटन आसानी से चलते हैं और इन्हें दांयीं तरफ दिया गया है। नीचे की तरफ एक माइक्रो-यूएसबी पोर्ट के साथ मोनो स्पीकर दिया गया है जबकि ऊपर की तरफ एक हेडफोन जैक है।
लेनोवो फैब 2 प्लस का रियर थोड़ा सा मुड़ा हुआ है जिससे यह आसानी से हथेली में फिट हो जाता है। रियर पर एक डुअल कैमरा व फिंगरप्रिंट सेंसर है। फिंगरप्रिंट सेंसर अच्छे से काम करता है और तेजी से फोन को अनलॉक करता है। हमें कभी भी फिंगरप्रिंट को लेकर कोई समस्या नहीं हुई। हालांकि, इसका इस्तेमाल सिफ फोन को अनलॉक करने के लिए ही किया जा सकता है ना कि ऐप व फोल्डर को अनलॉक करने के लिए। फैब 2 प्लस के साथ एक 10 वाट का चार्जर, डेटा केबल, सिम इजेक्टक, दिशा-निर्देश मैनुअल और जेबीएल के ईयरफोन मिलते हैं। साथ आने वाली एक्सेसरी की क्वालिटी अच्छी है हालांकि, हमें साथ आने वाली केबल की लंबाइ छोटी लगी।
लेनोवो फैब 2 प्लस की बनावट शानदार है। डि़ज़ाइन थोड़ा आम है लेकिन सबसे अजीब है इसका साइज़ और वज़न। 218 ग्राम के वज़न को अपनी जेब में हर रोज लेकर जाना काफी असुविधाजनक है। फोन के साइज़ के चलते इसे इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल लगता है। लेकिन अगर आप फोन को एक हैंडबैग या बैकपैक में रखते हैं तो यह समस्या नहीं है। लेकिन फैब 2 प्लस को ट्रउज़र की जेब में रखना लगभग हर वक्त एक समस्या ही लगती है।
लेनोव फैब 2 प्लस स्पेसिफिकेशन व फ़ीचरबात करें स्पेसिफिकेशन की तो फैब 2 प्लस में वो सब कुछ है जिसक इस सेगमेंट वाले स्मार्टफोन से उम्मीद होती है। इस फोन में एक ऑक्टा-कोर मीडियाटेक प्रोसेसर (एमटी8783), 3 जीबी रैम व 32 जीबी स्टोरेज दी गई है। गौर करने वाली बात है कि यह एक बहुत जाना-पहचाना प्रोसेसर नहीं है। और इसके अलावा आठ एआरएम कॉर्टेक्स-ए53 व 28एनएम फैब्रिकेशन प्रक्रिया के चलते यह दूसरे मीडियाटेक चिप से बहुत ज्यादा अलग नहीं है।
फोन के बाकी स्पेसिफिकेशन में ब्लूटूथ 4.0, डुअल बैंड वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन/एसी, एफएम रेडियो, जीपीएस और यूएसबी ओटीजी हैं। फोन सभी भारतीय बैंड के लिए 4जी सपोर्ट करने के अलावा वीओएलटीई से भी लैस है। फोन में एंड्रॉयड मार्शमैलो आधारित कस्टम इंटरफेस दिया गया है।
सेटिंग ऐप में एक स्मार्ट असिस्ट फ़ीचर है जिससे वन-हैंडेड मोड और कॉल को ऑटो आंसर करने जैसे कंट्रोल मिलते हैं। स्मार्ट शॉर्टकट से एक फ्लोटिंग मेन्यू मिलता है जिससे ऐप शॉर्टकट जोड़े जा सकते हैं। लेनोवो के इस फोन में मैकेफी सिक्योरिटी, नेटफ्लिक्स और स्विफ्टकी जैसे ऐप प्री-लोडेड आते हैं। इसके अलावा लेनोवो के लैपटॉप की तरह ही शेयरकिट, सिंकइट जैसे ऐप भी हैं जिनसे अलग-अलग क्लाउड सर्विस एक जगह पर ही मिल जाती है।
लेनोवो फैब 2 प्लस परफॉर्मेंसनियर-स्टॉक एंड्रॉयड वर्जन के चलते सामाना्य परफॉर्मेंस अच्छी है लेकिन जैसे ही ऐप स्विच करना, कैमरा के एआर फ़ीचर या कुछ भी सीपीयू से जुड़ा काम शुरू होता है, परफॉर्मेंस गड़बड़ होने लगती है। कैमरा इस्तेमाल और मल्टीटास्किंग के समय हमने शटर में समस्या देखी। इसके अलावा लेनोवो फैब 2 प्लस वी़डियो प्लैबैक, कैमरा इस्तेमाल या देर तक बात करने पर गर्म होना शुरू हो जाता है। इस गर्माहट को किनारों पर बटन व हेडफोन जैक के पास और रियर पर महसूस किया जा सकता है।
बेंचमार्क से स्थिति और साफ हो जाती है। फोन में कमजोर ग्राफिक्स परफॉर्मेंस के वजह से फुल एचडी गेमिंग का अनुभव अच्छा नहीं रहता। कुल मिलाकर यह प्रोसेसर इस कीमत के स्मार्टफोन में दिए जाने वाले स्नेपड्रैगन 620 से कमजोर है। लेनोवो फैब 2 प्लस में ज्यादा बेहतर प्रोसेसर दिया जाना था।
लेनोवो इस स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खासियत के तौर पर फोन में दिए डॉल्बी एटमॉस ऑडियो को बता रही है। एक ऐप से फोन में अलग तरह की मीडिया के हिसाब से साउंड प्रोफाइल को कस्टमाइज़ किया जा सकता है। एटमॉस 360-डिग्री साउंड है जो कि एक सिंगल स्पीकर के साथ संभव नहीं है। हालांकि, सिंगल स्पीकर वाले स्मार्टफोन से इस फोन का स्पीकर कहीं ज्यादा तेज है और गेम व दूसरे मीडिया के लिए साउंड बहुत बेहतर है। साथ आने वाले जेबीएल के ईयरफोन का ऑडियो बहुत अच्छा नहीं है। फैब 2 प्लस में वीडियो अच्छे से चलती हैं और यह 1080 पिक्सल की वीडियो भी आसानी से प्ले कर देता है।
लेनोवो फैब 2 प्लस में 13 मेगापिक्सल कैमरा सेंसर है जो लेज़र ऑटो फोकस और फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस के साथ आता है। सेकेंडरी कैमरे का इस्तेमाल डेप्थ के लिए होता है लेकिन हमें ऐसा कहीं नहीं लगा कि इससे तस्वीरों की क्वालिटी पर कोई फर्क पड़ा। हमने दोनों लेंस की मदद से साफ और स्पष्ट तस्वीरें लेने की कोशइश की लेकिन हमें कोई फर्क नहीं दिखा। हम आपको दिन की रोशनी में लैंडस्केप तस्वीरों के लिए एचडीआर मोड इस्तेमाल करने की सलाह देंगे। और इसके बिना तस्वीरें काफी डल लगती हैं। फैब 2 प्लस से तस्वीरों में दूर स्थित ऑब्जेक्ट में अच्छी डिटेलिंग मिलती है लेकिन मैक्रो शॉट काफी बेहतर रहे।
कैमरा तेजी से फोकस करता है और वीडियो के साथ भी ऑटोफोकस तेजी से काम करता है। हालांकि हमें टैप-टू-फोकस फ़ीचर पसंद आया। एक बार फोन गर्म होना शुरू होता है तो फोकस स्पीड कम हो जाती है और ऐप में गड़बड़ी होनी शुरू हो जाती है।
फोकस मैनीपुलेशन अच्छे से काम नहीं करता। इसमें एक एआर मोड भी है जिससे किसी तस्वीर में बिल्ली, कुत्ते और दूसरे वर्चुअल एलीमेंट जोड़े जा सकते हैं। हालांकि, यह फ़ीचर नया नहीं है और सोनी इसे अपने एक्सपीरिया स्मार्टफोन में सालों से देती रही है।
फोन से अधिकतम 100 पिक्सल की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है। लेकिन फैब 2 प्लस में एचडीआर रिकॉर्डिंग का विकल्प भी है। हमने एक एचडीआरटीवी में इसकी टेस्टिंग की और देखा कि इसमें थोड़ा सा फर्क है और जो साफ दिखता है। वीडियो डॉल्बी 5.1 ऑडियो पर डिफॉल्ड रिकॉर्ड होती है। तीन माइक्रोफोन के चलते रिकॉर्ड होने वाला साउंड क्रिस्प होता है। फ्रंट के 8 मेगापिक्सल से दिन की रोशनी में अच्छी सेल्फी आती है लेकिन आर्टिफिशियल रोशनी में बहुत अच्छी तस्वीर नहीं ले सकते जबकि फ्रंट फ्लैश भी काफी मदद करता है।
हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 6 घंटे और 19 मिनट तक चली। सामान्य इस्तेमाल के समय हमारी रिव्यू यूनिट ने 13 घंटे तक ही काम किया। हालांकि, हमने डिवाइस को रीसेट किया और दोबारा टेस्ट किया तो हमें 8 घंटे तक का वीडियो प्लेबैक और करीब 16-18 घंटे के सामान्य इस्तेमाल के लिए समय मिला। 4050 एमएएच की बैटरी से औसत बैटरी लाइफ मिलती है। हमने देखा कि रात में फोन इस्तेमाल ना करने पर बैटरी क्षमता अच्छी रहती है लेकिन कैमरा इस्तेमाल या गेम खेलते समय यह तेजी से कम होने लगती है। बैटरी फास्ट चार्जिंग के साथ आती है लेकिन 10 वाट के चार्जर से फोन को चार्ज होने में 2 घंटे से ज्यादा लग जाते हैं।
हमारा फैसलाफैब 2 प्लस एक अच्छा फोन है, इसमें शानदार मीडिया देखने के लिए बड़ा स्क्रीन है। लेकिन हमारा नज़र में कुछ ख़राब चुनाव के चलते यह फोन शाओमी के मी मैक्स स्मार्टफोन से थोड़ा अलग हो जाता है।
फोन की बनावट, डिस्प्ले, सॉफ्टवेयर ऑडियो क्वालिटी अच्छी है। डुअल कैमरा सेटअप की जरूरत नहीं लगती और दूसरे फ़ीचर भी बहुत अच्छे मालूम नहीं पड़ते। लेकिन कैमरे से ली जाने वाली तस्वीरें बहुत ख़राब नहीं हैं ख़ासकर मैक्रो शॉट। इसके अलावा फोन में एचडीआर वीडियो रिकॉर्डिंग भी हमें पसंद आई। लेकिन इस तरह के फोन में एक अच्छा प्रोसेसर होना चाहिए और लेनोवो ने ऑग्युमेंटेड रियलिटी ऐप, ग्राफिक्स गेम और मल्टीटास्किंग के लिए एक कमजोर प्रोसेसर दिया है। फैब 2 प्लस बहुत जल्दी गर्म हो जाता है जो काफी अजीब है। हमें फोन में लंबी बैटरी लाइफ मिलने की उम्मीद थी लेकिन हमारे टेस्ट में बैटरी लाइफ औसत रही।
हमारी सलाह है कि इस इस भारी वज़न वाले फोन को सिर्फ वहीं यूज़र खरीदेगा जो ढेर सार डेटा की खपत करता है। नहीं तो शाओमी मी मैक्स ज्यादा पतले और शानदार बैटरी लाइफ के चलते एक बेहतर विकल्प है। अगर आपको बड़े स्क्रीन का चाहत नहीं है और सिर्फ एक अच्छे ऑलराउंडर फोन की जरूरत है जो
मोटो जी4 प्लस (
रिव्यू) और
लेनोवो ज़ूक ज़ेड1 (
रिव्यू) इस सेगमेंट में ज्यादा बेहतर विकल्प हैं।