उम्मीद के मुताबिक, ब्लैकबेरी ने आखिरकार कई सालों बाद
स्मार्टफोन ना बनाने की घोषणा कर ही दी। ब्लैकबेरी की ब्रांडिंग वाले स्मार्टफोन की डिज़ाइनिग, मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग अब कंपनी की पार्टनर कंपनियां करेंगी जबकि ब्लैकबेरी खुद सारा ध्यान सॉफ्टवेयर पर देगी। ब्लैकबेरी ने हाल ही में एंड्रॉयड स्मार्टफोन
डीटेक50 और डीटेक60 लॉन्च किए हैं। इन फोन को ब्लैकबेरी ने बिज़नेस और सिक्योरिटी फ़ीचर के साथ फिज़िकल कीबोर्ड की चाह ना रखने वाले यूज़र को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
हालांकि, ऐसा लगता है कि ब्लैकबेरी ने इन दो नए फोन के साथ अपने आउटसोर्सिंग ऑपरेशन की शुरुआत पहले ही कर दी है। इन फोन को चीनी कंपनी टीसीएल ने बनाया है और ये काफी हद तक
अल्काटेल आइडल 4 और
आइडल 4एस जैसे हैं और शायद इसकी वजह टीसीएल है। तो क्या इन स्मार्टफोन में नए सॉफ्टवेयर और रियर पर नए स्टिकर के अलावा भी कुछ ख़ास और अलग है? हम आज ब्लैकबेरी के किफ़ायती स्मार्टफोन डीटेक50 का रिव्यू करेंगे और सभी सवालों का जवाब जानने की कोशिश करेंगे।
ब्लैकबेरी डीटेक50 लुक और डिज़ाइनडिज़ाइन और बनावट की बात करें तो डीटेक50 थोड़ा सा अलग दिखता है। आगे की तरफ अधिकतर हिस्से पर ग्लास है और किनारे मेटल के बने हैं। लेकिन फोन का रियर ठोस प्लास्टिक का बना है जिस पर ग्रेनी टेक्सचर है जो बहुत अजीबोगरीब लगता है। फोन के रिम पर ऊपर व नीचे छोड़कर स्टीरियो स्पीकर ग्रिल के लिए जगह दी गई है। ऐसा लगता है कि दो शेप को आपस में मिला दिया गया है।
फोन की ग्रिप जहां आसान है, वहीं
ब्लैकबेरी डीटेक50 का डल ग्रे रियर पैनल हमें एक एंटी-स्लिप मैट की याद दिलाता है। इससे फोन दिखने में ना तो ख़ूबसूरत दिखता है और ना ही ब्लैकबेरी की डीटेक50 को रग्ड लुक देने की कोशिश ही कामयाब होती दिखती है। इसी कीमत वाला
ब्लैकबेरी लीप इस हिसाब से ज्यादा सुंदर महूसूस होता है।
फोन में आगे की तरफ कोई ब्रांडिंग नहीं है और आगे की तरफ ऑन-स्क्रीन एंड्रॉयड नेविगेशन कंट्रोल होने की वजह से फोन पूरी तरह से प्लेन दिखता है। बांयी तरफ पावर बटन है जिसके आदी होने में थोड़ी मुश्किल होती है जबकि वॉल्यूम बटन के नीचे बांयीं तरफ ब्लैकबेरी का प्रोग्राम 'कन्वीनियेंस की' दिया गया है। ऊपर की तरफ एक 3.5 एमएम ऑडियो जैक दिया गया है और नीचे की तरफ एक माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है।
सिम और माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट को साफ तौर पर फोन की रिम के बाकी हिस्से पर दिया गया है। रियर पर एक कोने में कैमरा और फ्लैश है। जबकि बीच में ब्लैकबेरी का एक बड़ा लोगो बीच में दिया गया है। बैटरी रिमूवेबल नहीं है।
कुल मिलाकर, हमें डीटेक50 का लुक अच्छा लगा। अनोखे डिज़ाइन वाले स्मार्टफोन बनाने के लिए मशहूर कंपनी द्वारा बनाए गे फोन में यह डिज़ाइन हमें सबसे आम लगा और इसकी अपनी एक अलग पहचान नहीं है। एक और बात जो बताना जरूरी है कि मेटल रिम का हिस्सा फोन के बाकी हिस्से से ज्यादा शार्प है जिससे बात करते समय फोन को पकड़ना सुविधाजनक नहीं होता। लेकिन 135 ग्राम के हल्के वज़न के साथ फोन को एक हाथ से पकड़ना और इस्तेमाल करना आसान रहता है।
ब्लैकबेरी डीटेक50 स्पेसिफिकेशनअभी तक हमने ब्लैकबेरी को कई बार ज्यादा कीमत में लो-एंड स्पेसिफिकेशन वाले फोन बनाते देखा है। लीप और ज़ेड3 दोनों ही स्मार्टफोन को डीटेक50 की कीमत के आसपास ही लॉन्च किया गया था। और इन फोन के स्पेसिफिकेशन व फ़ीचर ने हमें बेहद निराश किया था। अच्छी बात है कि इस बार ऐसा नहीं है। ब्लैकबेरी को समझ आ गया है कि एक स्मार्टफोन में जरूरी शर्तें क्या होना चाहिए और शायद इसीलिए डीटेक50 में लेटेस्ट स्पेसिफिकेशन दिए गए हैं।
क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 617 प्रोसेसर थोड़ा पुराना तो लगता है लेकिन फिर भी काम चल जाता है। यह प्रोसेसर 15,000 रुपये से कम कीमत वाले फोन में देखा जाता है। स्नैपड्रैगन 617 एक ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो एड्रेनो 405 जीपीयू और वायरलेस कम्युनिकेशंस के साथ आता है। फोन में 3 जीबी रैम है लेकिन फोन में सिर्फ 16 जीबी स्टोरेज दी गई है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 2 टीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
ब्लैकबेरी ने इस कीमत वाले किसी फोन में पहली बार फुल एचडी डिस्प्ले दिया है। स्क्रीन 5.2 इंच है और इसकी डेनसिटी 424 पीपीआई है। फोन में 13 मेगापिक्सल रियर कैमरा जबकि 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। दोनों फोन से 1080 पिक्सल पर 30 फ्रेम प्रति सेकेंड तक वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है।
भारतीय बैंड पर फोन एलटीई सपोर्ट करता है। यह सिंगल सिम फोन है और फोन हाइब्रिड सिम स्लॉट के साथ आता है। इसके अलावा फोन में वाई-फाई 802.11 एसी, ब्लूटूथ 4.2, ए-जीपीएस, एनएफसी और एफएम रेडियो जैसे फ़ीचर हैं।
डीटेक50 में फिंगरप्रिंट सेंसर नहीं दिया गया है जबकि
डीटेक60 फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आता है। इस फोन में 2610 एमएएच की छोटी बैटरी दी गई है। क्विक चार्ज 2.0 सपोर्ट करता है लेकिन
ब्लैकबेरी प्रिव की तरह ही बाजार से चार्जर खरीदने की जरूरत पड़ेगी।
डीटेक50 की सबसे बड़ी ख़ासियत है यह ब्लैकबेरी के सिक्योरिटी फ़ीचर के साथ एंड्रॉयड ओएस पर चलता है। हमारा रिव्यू यूनिट एंड्रॉयड 6.0.1 मार्शमैलो पर चल रहा था जो कि लेटेस्ट वर्ज़न नहीं है। ब्लैकबेरी ने इंडस्ट्री स्टैंडर्ड के हिसाब से सबसे तेज सिक्योरिटी फ़ीचर जारी करने का दावा किया है लेकिन यह शुरुआत मजबूत नहीं है।
डीटेक50 का सॉफ्टवेयर काफी हद तक ब्लैकबेरी प्रिव की तरह दिखता है। लेकिन इसकी कीमत की वज़ह से कई लोग इसका अनुभव नहीं ले सके। लेकिन अब ब्लैकबेरी डीटेक50 के साथ इस सॉफ्टवेयर का अनुभव किया जा सकता है। एंड्रॉयड यूज़र के लिए अच्छी बात है कि ब्लैकबेरी ने अपने ओएस के विज़ुअल टच बरकार रखने की कोशिश की है लेकिन यूआई कस्टमाइज़ेशन पूरी तरह से परंपरागत नहीं है। आपको फोन में स्टैंडर्ड एंड्रॉयड होम स्क्रीन, ऐप ड्रॉयर, नोटिफिकेशन शेड, सेटिंग ऐप और गूगल प्ले स्टोर मिल जाएंगे। सभी नेविगेशन कंट्रोल और कनवेंशन पूरी तरह से स्टैंडर्ड एंड्रॉयड आधारित हैं।
ब्लैकबेरी प्रिव का होम स्क्रीन विज़ट हमें सबसे ज्यादा पसंद आया था जिसे एक ऐप आइकन को ऊपर या नीचे स्वाइप करने पर देखा जा सकता था। इस बार भी ऐसा ही है। फोन में करीब सारे शॉर्टकट एक टच पर ही काम करते हैं, फिर चाहें वो वाई-फाई इनेबल करना हो या कॉन्टेक्ट को कॉल करना।
ब्लैकबेरी ने अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन को अलग दिखाने के लिए इसमें कई सारे अपने सॉफ्टवेयर दिए हैं। फोन में ब्लैकबेरी हब, मैसेंजर, सर्च और डीटेक ऐप हैं। इन ऐप को लॉन्चर में पूरी तरहसे शामिल नहीं किया गया है और इसीलिए ब्लैकबेरी हब को एक अलग ऐप के तौर पर दिया गया है। लेकिन बीबी10 डिवाइस की तरह यह सिर्फ एक स्वाइप पर ही नहीं खुलता। लेकिन बीबी10 का एक जेस्चर फ़ीचर है जिससे स्क्रीन पर नीचे से ऊपर स्वाइप करने और फिर दांयीं तरफ स्वाइप करने पर हब खुल जाता है।
ब्लैकबेरी के सभी ऐप को पहली बार इस्तेमाल करने के दौरान यूज़र को कई सारी एंड्रॉयड परमिशन लेनी होगी। ब्लैकबेरी हब हमेशा से वैसा ही है जैसे कि काम करता रहा है।
ब्लैकबेरी डीटेक50 परफॉर्मेंसउम्मीद के मुताबिक, डीटेक50 एक मिड-रेंज स्मार्टफोन की तरह ही काम करता है। फोन में सामान्य काम और गेम खेलने के लिए दमदार कंपोनेंट दिए गए हैं। बड़े और शार्प स्क्रीन के चलते हर किस्म का कंटेट अच्छा दिखता है। और स्टीरियो स्पीकर से वीडियो देखना व गेम खेलना और ज्यादा मजेदार हो जाता है। हमें लगा कि कॉल के दौरान आवाज़ थोड़ी कम रहती है लेकिन सामान्य इस्तेमाल के दौरान यह ठीक से काम करता है।
बेंचमार्क टेस्ट में फोन ने अच्छा परफॉर्म किया और डीटेक50 ने अच्छा स्कोर किया। इसके अलावा इस्तेमाल के दौरान फोन गर्म भी नहीं हुआ जो बेहद अच्छी बात है।
फोन की कैमरा परफॉर्मेंस चौंकाने वाला अच्छा पैकेज रहा। दिन की रोशनी में तस्वीरें डिटेल के साथ आती हैं। इसके अलावा कलर प्रडोक्शन भी अच्छा रहता है और ख़ासकर मैक्रो शॉट में। फोकस तेजी से होता है। हालांकि, ऑटोफोकस हर बार शत-प्रतिशत काम नहीं करता। कम रोशनी में ली गईं तस्वीरें हालांकि थोड़ी कमतर क्वालिटी की रहती हैं।
वहीं दूसरी तरफ, बैटरी लाइफ इस फोन की एक बड़ी कमी है। कैमरा इस्तेमाल और 4जी पर वीडियो स्ट्रीमिंग के इस्तेमाल के साथ फोन एक दिन भी नहीं चलता। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 6 घंटे और 57 मिनट तक ही चली। इस कीमत में आने वाले किसी भी फोन के लिहाज़ से ये बहुत कम है।
हमारा फैसलाइससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ब्लैकबेरी के अब तक लॉन्च हुए फोन की कीमत और स्पेसिफिकेशन कैसे रहे हैं, ये सफल रहे या नहीं लेकिन हमेशा यादगार जरूर साबित हुए। इनमें से कुछ तो जैसे ब्लैकबेरी प्रिव और
पासपोर्ट स्मार्टफोन कंपनी की नई पहचान बने। डीटेक50 मे पिछले बजट ब्लैकबेरी से कहीं ज्यादा बेहतर हार्डवेयर हैं। ऐसा लगता है कि टीसीएल ने अपने किसी प्रोडक्ट पर ब्लैकबेरी का लोगो फिट कर दिया है। अधिकतर ग्राहकों के लिए यह महज़ एक और एंड्रॉयड स्मार्टफोन से ज्यादा कुछ नहीं है।
लेकिन, निश्चित तौर पर यह ब्लैकबेरी लीप कर तरह बेकार और निराश करने वाला डिवाइस नहीं है। इस फोन में आपको बेहतर परफॉर्मेंस, अच्छा स्क्रीन और शानदार कैमरा मिलेगा। लेकिन बाजार में
20,000 रुपये से कम कीमत वाले मौज़ूदा स्मार्टफोन की हमारी लिस्ट में जगह बनाने के लिए ये फ़ीचर व स्पेसिफिकेशन पर्याप्त नहीं हैं। ख़ासकर कमजोर बैटरी। ये फोन अगर कोई खरीद चाहेगा तो शायद कोई कंपनी जो सिक्योर डेटा के लिए अपने कर्मचारियों को फोन देना चाहती हो। या फिर वो लोग जो भारत और इंडोनेशिया में ब्लैकबेरी के पुराने फैंस हों और पुराने दिनों में लौटना की ख्वाहिश रखते हों।