दस साल पहले कैमरा फोन होने का मतलब ही कुछ और था। सबसे पहली बात यह कि बेहद कम फोन ही इस कैटेगरी का हिस्सा होते थे। इसके बावजूद कैमरे की क्वालिटी बहुत ज़्यादा बेहतरीन नहीं होती थी। वहीं, आज की तारीख में आपको 10,000 रुपये से भी कम में कई ऐसे फोन मिल जाएंगे जिनसे ली गई तस्वीरों का आप बेझिझक इस्तेमाल कर सकते हैं।
लेकिन हम यही कहेंगे कि किफायती फोन से ली गई तस्वीरों की क्वालिटी में वो बात नहीं होती। अगर आप ज़्यादा पैसे खर्चने को तैयार हैं तो आपको फेज़ डिटेक्शन ऑटोफोकस, स्लो मोशन वीडियो कैप्चर, 4के वीडियो रिकॉर्डिंग और ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन जैसे फ़ीचर मिल जाएंगे। आप इन फ़ीचर से लैस स्मार्टफोन 30,000 रुपये से कम में भी खरीद सकते हैं।
बेहतरीन कैमरा फोन की सूची बनाने के लिए हमने उन फोन को ही चुना है जिनको हमारे द्वारा रिव्यू किया गया है, ताकि हम भरोसे के साथ उनकी कैमरा क्वालिटी के बारे में कुछ कह सकें। इसके अलावा हमने खुद को इस साल ही लॉन्च किए गए फोन तक सीमित रखा है। ऐसा नहीं है कि मार्केट में इनसे ज़्यादा बेहतर कैमरा फोन नहीं मिलते, लेकिन आपको इसके लिए ज़्यादा पैसे खर्चने होंगे। यह हैं 30,000 रुपये में कम में मिलने वाले पांच फोन जिनकी कैमरा क्वालिटी सबसे अच्छी है।
1) शाओमी मी 5शाओमी मी 5 नए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर से लैस एक किफायती हैंडसेट है। इसमें 16 मेगापिक्सल का सोनी आईएमएक्स298 कैमरा सेंसर है। वहीं, फ्रंट कैमरा 4 मेगापिक्सल का है जो 2 माइक्रोमीटर पिक्सल साइज़ से लैस है। टेस्ट के दौरान हमने पाया कि अच्छी रोशनी में तस्वीरों की क्वालिटी ब्राइट, कलरफुल और काफी शार्प थी। ऑटो एचडीआर मोड के नतीजे अच्छे थे। कम रोशनी में क्वालिटी सबसे बेहतरीन नहीं है, लेकिन नतीजों को संतोषजनक ही कहा जाएगा।
हम ख़ासकर कैमरे के 4के रिकॉर्डिंग आउटपुट से बेहद ही खुश हुए। इनमें सारे डिटेल मौजूद थे। फ्रंट कैमरा भी इस फोन के पक्ष में जाता है। यह कम रोशनी में भी बेहतरीन सेल्फी लेने में सक्षम है। हालांकि, इसका कैमरा फोकस करने में सबसे तेज नहीं है और स्लो मोशन वीडियो 720 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन में ही शूट किए जा सकते हैं।
2) वनप्लस 3ऐसा लगता है कि
वनप्लस 3 स्मार्टफोन ने चीन की स्टार्टअप कंपनी की लौटरी लगा दी है। इस स्मार्टफोन को लॉन्च हुए चार महीने का वक्त बीत चुका है। इसके बावजूद कीमत में 1 रुपये तक की कटौती नहीं की गई है। ई-कॉमर्स सेल सीज़न में भी यह फोन 27,999 रुपये में ही बिका। यह स्मार्टफोन शाओमी मी 5 का मजबूत प्रतिद्वंद्वी है। इसमें भी स्नैपड्रैगन 820 चिपसेट है। और यह 6 जीबी रैम व एंड्रॉयड पर आधारित ऑक्सीजन ओएस के साथ आता है।
वनप्लस 3 में भी शाओमी मी 5 की तरह सोनी आईएमएक्स298 सेंसर का इस्तेमाल किया गया है। फ्रंट कैमरे का सेंसर 8 मेगापिक्सल का है, हालांकि मी 5 की तुलना में इसमें छोटे 1.4 माइक्रोमीटर पिक्सल साइज़ है। हमने
रिव्यू में पाया कि इसका कैमरा अच्छी रोशनी में आउटडोर में बेहतरीन तस्वीरें लेता है। तस्वीरों की क्वालिटी शार्प थी और इनमें डिटेल की भी कोई कमी नहीं थी।
फोन फोकस करने में महंगे फोन जितना तेज तो नहीं है, लेकिन फोकस लॉक हो जाने के बाद यह बेहतरीन तस्वीरें लेता है। 4के रिज़ॉल्यूशन में वीडियो बेहतरीन शूट हुए। स्लो मोशन वीडियो मोड ने भी रोचक नतीजे दिए, हालांकि, 240 फ्रेम प्रति सेकेंड फ्रेम रेट होता तो ज़्यादा बेहतर था। गूगल का कैमरा ऐप होने के कारण इस्तेमाल करने में दिक्कत नहीं होती। फ्रंट कैमरा भी अच्छी तस्वीरें लेता है।
वनप्लस 3 के कैमरे की कमज़ोरी कम रोशनी में फोटोग्राफी है। इसका आउटपुट थोड़ा ग्रेनी है। लेकिन कुल मिलाकर यह ज़्यादातर लोगों के लिए एक संतोषजनक स्मार्टफोन है।
3) हॉनर 8इस लिस्ट में
हॉनर 8 एक मात्र फोन है जो डुअल कैमरे के साथ आता है। हॉनर 8 कलर और मोनोक्रोम लैंस की जुगलबंदी के दम पर बेहतरीन तस्वीरक्वालिटी हासिल करता है। डुअल सेंसर का इस्तेमाल बोकेह इफेक्ट के लिए किया जाता है। कैमरा इंटरफेस के ज़रिए इसे भी नियंत्रित करना संभव है।
हमने
रिव्यू में पाया, "लैंडस्केप और मैक्रो तस्वीरें अच्छी डिटेल के साथ आती हैं व प्राकृतिक रोशनी में कलर भी अच्छे आते हैं। कैमरे से अच्छा बैकग्राउंड धुंधला हो जाता है लेकिन वाइड अपर्चर मोड के साथ इसे बेहतर किया जा सकता है। इसके अलावा धुंधले बैकग्राउंड को फोकस के पास दिए एक स्लाइड का इस्तेमाल कर एडजस्ट किया जा सकता है। कम रोशनी में ली गईं तस्वीरों में डिटेलिंग की कमी दिखती है लेकिन फिर भी क्वालिटी ठीक-ठाक रहती है।" वीडियो आउटपुट भी अच्छा है, लेकिन इसमें 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड करने की क्षमता ना होना खटकती है।
4) असूस ज़ेनफोन 3 ज़ेडई552केएलज़ेनफोन 3 ज़ेडई552केएल, असूस की ज़ेनफोन सीरीज का तीसरा जेनरेशन हैंडसेट है। असूस का पिक्सलमास्टर 3.0 फ़ीचर सोनी आईएमएक्स298 सेंसर, सिक्स-एलीमेंट लार्गन लेंस, एफ/2.0 अपर्चर, सब्जेक्ट ट्रैकिंग, ओआईएस और सेफायर लेंस प्रोटेक्शन का एक साथ आना है।
हमने रिव्यू में पाया कि इंडोर में ली गई तस्वीरें बेहतरीन आईं। इनमें डिटेल भरपूर मात्रा में थी और ये सटीक भी थे। इसका श्रेय सेकेंड जेनरेशन लेज़र ऑटोफोकस टेक्नोलॉजी को जाता है। कैमरा तेजी से फोकस भी करता है। आउटडोर शॉट में कलर वाइब्रेंट थे। ज़ूम करने पर डिटेल की कमी नहीं झलकी। कम रोशनी में ज़ेनफोन 3 की परफॉर्मेंस बहुत अच्छी नहीं है।
8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा निराश नहीं करता है। यह साफ-सुथरी और ठीक-ठाक डिटेल वाली तस्वीरें लेने में सक्षम है। अगर आप आकर्षक डिज़ाइन वाले एक हरफनमौला हैंडसेट की तलाश में हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है।
5) मोटो ज़ेड प्लेमोटो ज़ेड प्ले इस सूची में सबसे नया फोन है। इसके जरिए कंपनी की कोशिश पिछले साल के
मोटो एक्स प्ले की लोकप्रियता को भुनाने की है। इस साल के वर्ज़न में भी पिछले साल की तरह बेहतरीन बैटरी लाइफ है। इसका श्रेय उपयुक्त स्पेसिफिकेशन के साथ 3510 एमएएच की बड़ी बैटरी को जाता है।
इसके अलावा मोटो ज़ेड प्ले के कैमरे की भी तारीफ होनी चाहिए। इसमें फेज़ डिटेक्शन और लेज़र ऑटोफोकस से लैस 16 मेगापिक्सल का सेंसर है। हमारे रिव्यू के मुताबिक, दिन की रोशनी में लैंडस्केप शॉट अच्छे खासे डिटेल के साथ आते हैं। कलर रीप्रोडक्शन के बारे में भी ऐसा ही कहा जा सकता है। लगातार फोकसिंग उम्मीद के मुताबिक काम करती है, लेकिन सेंसर से बेहद ही करीब के ऑब्जेक्ट पर कई बार फोकस करने में दिक्कत होती है। इसके अलावा, कम रोशनी में भी तस्वीरों में बहुत ज़्यादा नॉयज नहीं होता। अगर आपको कैमरा क्वालिटी के साथ बेहतरीन बैटरी लाइफ वाला फोन चाहिए तो यह एक अच्छा विकल्प है।
तो ये है वो पांच बेहतरीन स्मार्टफोन जिनके कैमरे पर आप भरोसा कर सकते हैं।