एक बार फिर पुरानी तकनीक को नए अंदाज़ में पेश किये जाने की कोशिश की गई है। कई सालों पहले ऑप्टिकल जूम स्मार्टफोन कैमरा के साथ नोकिया ने एन90 स्मार्टफोन लॉन्च किया था। लेकिन इस वजह से फोन का वजन बढ़ा और भारी होने की वजह से ये स्मार्टफोन पसंद नहीं किये गए।
लगभग दो साल पहले सैमसंग ने भी इसी तकनीक के साथ पिछली बार गैलेक्सी 'के ज़ूम' लॉन्च किया था। 10एक्स ऑप्टिकल ज़ूम इस फोन का सबसे खास फीचर था लेकिन दिखने में यह एक स्मार्टफोन से ज्यादा डिजिटल कैमरा ही था।
आसुस अपने हाइब्रिड डिवाइस को लेकर अक्सर प्रयोग करती रहती है और अब इस कड़ी में नया नाम है ज़ेनफोन ज़ूम। इस स्मार्टफोन में ऑप्टिकल ज़ूम दिया गया है और राहत की बात यह है कि इसके काफी हद तक स्मार्टफोन बने रहने से समझौता नहीं किया गया है। क्या ज़ेनफोन ज़ूम इस 'नए' स्मार्टफोन सेगमेंट को एक नया जीवन दे पाएगा? आसुस ज़ेनफोन क्या खरीदने योग्य है? आज हम करेंगे आसुस के इसी स्मार्टफोन का रिव्यू।
लुक और डिजाइनआसुस ज़ेनफोन ज़ूम को एक प्रीमियम स्मार्टफोन की कीमत पर पेश किया गया है और इसका लुक भी वैसा ही अहसास दिलाता है। फोन का युनिबॉडी एल्युमिनियम फ्रेम अच्छा दिखता है और फोन को अच्छी ग्रिप भी देता है। इसके अलावा इसके गोल किनारे भी इसे पकड़ने में सुविधाजनक बनाते हैं। कुल मिलाकर फोन का लुक अच्छा है।
5.5 इंच का फुल एचडी आईपीएस डिस्प्ले काफी मोटे बेजेल से घिरा हुआ है। कैपेसिटिव नेविगेशन बटन बैकलिट नहीं है और नोटिफिकेशन एलईडी दी गई है।
फोन में नीचे की तरफ एक स्टैंडर्ड माइक्रो-यूएसबी 2.0 पोर्ट दिया गया है। दायीं तरफ एक टू-स्टेप कैमरा बटन और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए एक अलग बटन है। किसी भी एक को थोड़ा सा दबाने पर कैमरा ऐप खुल जाएगा। ऊपर की तरफ वॉल्यूम और पॉवर बटन दिये गए हैं जो इस्तेमाल करने में आसान है।
रियल लेदर का बना रियर कवर रिमूवेबल है हालांकि इसे आसानी से फॉक्स लेदर से बना समझा जा सकता है। कैमरा की जगह पर एक बड़ी सी डिस्क है जहां आसुस ने ज़ूम लेंस काफी खूबसूरती से फिक्स किया है। जिसका मतलब है कि सैमसंग और दूसरे फोन की तरह यह प्रोट्र्यूडिंग लेंस नहीं है। इसी कारण ज़ेनफोन ज़ूम काफी हल्का है और इससे कुछ अच्छी तस्वीरें ली जा सकती हैँ।
आसुस का यह फोन सिंगल माइक्रो-सिम और एक्सपेंडेबल स्टोरेज (माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए) सपोर्ट के साथ आता है। फोन की बैटरी नॉन-रिमूवेबल है। ज़ेनफोन ज़ूम एक लेनयार्ड, डाटा केबल, चार्जर और इन-ईयर हेडसेट के साथ आता है। फोन की कीमत के हिसाब से ज़ेनफोन ज़ूम के साथ आने वाली एक्सेसरी की क्वालिटी काफी अच्छी है।
कुल मिलाकर, फोन रियर पर कैमरा प्लेसमेंट की वजह से दूसरे फोन से अलग दिखता है। लेकिन इसके अलावा यह दूसरे ज़ेनफोन स्मार्टफोन जैसा ही है। फोन की बनावट और लुक काफी अच्छा है और ऑप्टिकल ज़ूम लेंस के साथ सिर्फ 11.9 मिलीमीटर मोटाई का स्मार्टफोन बनाने के लिए आसुस की तारीफ करनी चाहिए।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरआसुस शायद अकेली ऐसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी है जो लगातार अपने स्मार्टफोन में इंटेल प्रोसेसर दे रही है। ज़ेनफोन ज़ूम में क्वाड-कोर इंटेल एटम ज़ेड3590 प्रोसेसर है। फोन में 4 जीबी एलपीडीडीआर3 रैम और 128 जीबी इंटरनल स्टोरेज है। फोन में दी गई इनबिल्लट स्टोरेज काफी अच्छी है और अगर आपको ज्यादा स्टोरेज चाहिए तो इसे 128 जीबी और बढ़ाया जा सकता है। फोन में कनेक्टविटी के लिए वाई-फाई बी/जी/एन/एसी, ब्लूटूथ 4.0, एनएफसी, यूएसबी ओटीजी, एफएम रेडियो, जीपीएस और ग्लोनास जैसे फीचर मोजूद हैं।
फोन थोड़े से पुराने एंड्रॉयड लॉलीपॉप के साथ आता है जबकि अब मार्शमैलो आना शुरू हो गया है। एंड्रॉयड 5.0 के ऊपर ज़ेनयूआई 2.0 स्किन दी गई है और आसुस के पिछले फोन की तरह ही आपपको इस फोन में भी कई आसुस ऐप प्री-इंस्टॉल मिलेंगे।
कलर टेम्परेटर को एडजस्ट करने और ब्लू लाइट फिल्टर को टॉगल करने के लिए स्प्लेंडिड ऐप और मूवी, म्यूजिक, गेम व वॉइस कॉल के साउंड प्रोफाइल के लिए ऑडियोविजर्ड ऐप दिया गया है। बूट के दौरान ऐप पर कंट्रोल के लिए ऑटो-स्टार्ट मैनेजर, जंक फाइल से छुटकारे के लिए मोबाइल मैनेजर, अपने इस्तेमाल के हिसाब से बैटरी बचाने के लिए पॉवर सेवर, टॉस्क मैनेजर के तौर पर 'डू इट लेटर' जैसे ऐप दिए गए हैं। इसके अलवा कुछ थर्ड-पार्टी ऐप भी इस फोन में पहले से इंस्टॉल आते हैं जो अपनी जरूरत के हिसाब से हटाए भी जा सकते हैं।
कुछ डिफॉल्ट एंड्रॉयड ऐप जैसे गैलरी ऐप आपको हमेशा क्लाउड सर्विस से फोटो और वीडियो दिखाएगा। फोटो और वीडियो शेयर करने और कस्टमाइज करने के लिए फोटोकोलाज और मिनीमूवी जैसे आसुस ऐप गैलरी के साथ दिए गए हैं। इसके अलावा आप थीम, एनिमेशन और आइकन पैक के जरिए इंटरफेस को भी कस्टमाइज कर सकते हैं।
परफॉर्मेंसबात करें परफॉर्मेंस की तो ज़ेनफोन ज़ूम प्रीमियम फीचर वाले किसी दूसरे स्मार्टफोन की तरह ही है। फोन में ऐप बिना किसी परेशानी के चलते हैं और हेवी गेम भी आसानी से खेले जा सकते हैं। हालांकि गेम खेलते समय फोन थोड़ा गर्म होता है और इससे फोन की बैटरी भी जल्द खर्च होती है। बैंड 40 पर 4जी अच्छे से काम करता है और हमें इसके इस्तेमाल में कोई परेशानी देखने को नहीं मिली। एक सॉप्टवेयर अपडेट के साथ ही हमें क्विक फाइंड नाम से नया फीचर देखने को मिला जिसे होम स्क्रीन पर नीचे स्वाइप कर देखा जा सकता है। यह एक यूनिवर्सल सर्च टूल है जिससे ना सिर्फ आप अपने फोन की फाइल एक्सेस कर सकते हैं बल्कि आसानी से वेब और ऐप सर्च भी कर सकते हैं।
ज़ेनफोन ज़ूम के बेंचमार्क आंकड़े भी शानदार मिले। हालांकि, यह आज के टॉप हार्डवेयर वाले फोन से काफी पीछे रहा।
हालांकि फोन से 4के वीडियो रिकॉर्ड नहीं की जा सकती लेकिन 4के वीडियो प्ले की जा सकती है। डिफॉल्ट वीडियो प्लेयर ठीकठाक है लेकिन म्यूजिक प्लेयर ज्यादा बेहतर है। आप गानों को फोल्डर में इकट्ठा कर सकते हैं, प्लेयर की थीम बदल सकते हैं और ऑडियो को आसुस ऑडियो विजर्ड के जरिए सेट कर सकते हैं। फोन के साथ आने वाले हेडसेट से अच्छी क्वालिटी का ऑडियो मिलता है।
कैमराअब हम आ पहुंचे हैं फोन के सबसे खास फीचर यानी फोन के कैमरे पर। फोन में 13 मेगापिक्सल का कैमरा है और यह 10-एलीमेंट होया के लेंस के साथ आता है। लेंस को इस तरह अरेंज किया गया है कि आप लेंस को बाहर निकाल बिना ही 3एक्स ऑप्टिकल ज़ूम का मजा ले सकते हैं। बेहतरीन तस्वीरें लेने के लिए कैमरा में लेजर ऑटोफोकस और ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन जैसे फीचर हैं।
दिन की रोशनी में फोन की स्क्रीन पर लैंडस्केप और मैक्रो तस्वीरें डिटेल के साथ दिखती हैं। कलर अच्छे आते हैं, हालांकि ऑटो ऑप्टिमाइजेशन के वक्त कलर जरूर से ज्यादा सैचुरेटेड भी हो जाते हैं। 3एक्स ज़ूम होने पर भी लेंस ब्लर-फ्री शॉट लिया जा सकता है। अधिकतम ऑप्टिकल ज़ूम होने पर ऑब्जेक्ट में थोड़ी शार्पनेस की कमी देखी जा सकती है लेकिन ऐसा सिर्फ तस्वीर को ज़ूम करने पर ही दिखाई पड़ता है।
इंडोर में आर्टिफिशियल रोशनी में ली गईं तस्वीरें भी बिना नॉइज के आती हैं। लेकिन कम रोशनी में तस्वीरें कम डिटेल के साथ आती हैं। कैमरे की फोकस स्पीड भी खासी अच्छी है पर व्यूफाइंडर में तस्वीर को ज़ूम करते समय ज़ूम लेवल तक जाने में थोड़ा समय लगता है। अच्छी रोशनी में 5 मेगापिक्सल कैमरे से शानदार सेल्फी ली जा सकती है।
आसुस के कैमरा ऐप को अच्छे से डिजाइन किया गया है। कुछ शूटिंग मोड और मैनुअल मोड को सॉफ्टवेयर शटर बटन के बिल्कुल ऊपर दिया गया है। फिजिकल बटन भी काफी अच्छे से काम करता है। 1080 पिक्सल तक अच्छी क्वालिटी वाली वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा सकती है। कैमरे में स्लो-मोशन वीडियो का भी विकल्प मौजूद है। लेकिन, 4के वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं की जा सकती। डुअल एलईडी फ्लैश भी काफी अच्छे से काम करता है लेकिन सिर्फ कम दूरी के लिए।
बैटरी लाइफफोन में दी गई 3000 एमएएच की बैटरी ने हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 6 घंटे और 58 मिनट तक हमारा साथ दिया जो कि औसत से कम है। सामान्य इस्तेमाल के दौरान काफी शूटिंग और 4जी पर ज़ेनफोन ज़ूम को हम 18-20 घंटे बिना चार्ज किए चला पाए। अच्छी बात यह है कि फोन फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है और आधे घंटे में ही बैटरी 40 प्रतिशत तक चार्ज हो जाती है।
हमारा फैसलाआसुस ज़ेनफोन ज़ूम हर तरफ से एक प्रीमियम और ऑप्टिकल ज़ूम के साथ बाजार में उपलब्ध अकेला फोन हैं। 37,999 रुपये की कीमत के साथ इसकी टक्कर सैमसंग गैलेक्सी एस6 रेंज और नेक्सस 6पी से है। इन दोनों ही स्मार्टफोन में शानदार खूबियों से लैस कैमरे दिए गए हैं। बात करें नई खोज की तो, ज़ेनफोन ज़ूम वाकई दूसरों से बेहतर है लेकिन अगर इमेज क्वालिटी की बात करें तो यह इन दोनों स्मार्टफोन से पिछड़ जाता है। इसके अलावा लो-रिजॉल्यूशन डिस्प्ले, पुराना एंड्रॉयड वर्जन, कमजोर बैटरी लाइफ और 4के रिकॉर्डिंग का अभाव भी ज़ेनफोन ज़ूम की कमियां ही हैं।
फोन की ऊंची कीमत भी इसकी बिक्री में बाधा बन सकती है लेकिन अगर कंपनी दाम कम करती है तो यह नया फोन खरीदने में बुराई नहीं है। आसुस ने फोन के डिजाइन और बनावट के साथ अच्छा काम किया है। ऑप्टिकल ज़ूम की वजह से फोन में काफी समझौते करने पड़ते हैं और यही कारण है कि इस तरह के फोन कभी लोकप्रिय नहीं हुए।
निश्चित तौर पर यह कैमरा एक अच्छा आइडिया है लेकिन हमें लगता है कि बड़े सेंसर और बेहतर इमेज क्वालिटी वाला कैमरा इसकी जगह ज्यादा अच्छा है। जिसकी ज़ेनफोन ज़ूम आसुस का फ्लैगशिप स्मार्टफोन नहीं है। ऐसा लगता है कि कंपनी के अगले जेनरेशन फोन के आने से पहले कंपनी ने ग्राहकों को कुछ नया देने की कोशिश की है।