AI के गॉडफादर Geoffrey Hinton ने चेतावनी दी है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रफ्तार इतनी तेज हो गई है कि आने वाले सालों में यह कॉल सेंटर्स से लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग तक लाखों नौकरियों को खत्म कर सकता है।
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2025 को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक टर्निंग पॉइंट बताते हुए AI के “गॉडफादर” कहे जाने वाले Geoffrey Hinton ने आने वाले सालों को लेकर एक बार फिर कड़ी चेतावनी दी है। CNN के State of the Union इंटरव्यू में हिन्टन ने कहा कि AI इतनी तेजी से बेहतर हो रहा है कि आने वाले समय में यह सिर्फ कॉल सेंटर्स ही नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में दूसरी नौकरियों को भी रिप्लेस कर सकता है। उनके मुताबिक, जिस रफ्तार से AI की क्षमताएं बढ़ रही हैं, वह पहले के अनुमान से कहीं ज्यादा तेज है और यही बात उन्हें सबसे ज्यादा चिंतित करती है।
अपने इंटरव्यू में 2026 की भविष्यवाणी पूछे जाने पर हिन्टन ने कहा कि AI पहले से ही बेहद सक्षम है और हर करीब सात महीने में इसकी प्रोडक्टिविटी दोगुनी हो रही है। इसका मतलब यह है कि जो काम पहले एक घंटे में होता था, AI अब उसे मिनटों में कर सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आने वाले कुछ सालों में AI ऐसे सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग टास्क भी कर सकेगा, जिनमें आज एक महीने का समय लगता है। हिन्टन के शब्दों में, “फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत कम लोगों की जरूरत बचेगी।”
Google छोड़ने के बाद AI को लेकर अपनी चिंता और बढ़ने की बात कहते हुए हिन्टन ने माना कि टेक्नोलॉजी न सिर्फ रीजनिंग में बेहतर हुई है, बल्कि लोगों को गुमराह करने जैसी क्षमताएं भी दिखाने लगी है। उन्होंने चेताया कि अगर AI को लगे कि कोई उसकी मौजूदगी या उसके लक्ष्य को खतरे में डाल रहा है, तो वह खुद को बचाने के लिए इंसानों को धोखा देने की कोशिश कर सकता है।
हालांकि हिन्टन ने यह भी स्वीकार किया कि AI मेडिकल रिसर्च, एजुकेशन और क्लाइमेट इनोवेशन जैसे क्षेत्रों में इंसानियत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन उनका मानना है कि इन अच्छी चीजों के साथ कई डरावने पहलू भी जुड़े हैं, जिनसे निपटने के लिए अभी पर्याप्त काम नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा, "इन शानदार फायदों के साथ कुछ डरावनी चीजें भी आती हैं, और मुझे नहीं लगता कि हम उन्हें कम करने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहे हैं।"
नौकरियों पर असर को लेकर हिन्टन लंबे समय से अलार्म बजाते रहे हैं। इससे पहले भी वह कह चुके हैं कि AI से पैसा कमाने का सबसे सीधा तरीका कर्मचारियों को सस्ते ऑप्शन से रिप्लेस करना है। हाल के डेटा भी इशारा करते हैं कि खासकर एंट्री-लेवल जॉब्स में मौके कम हो रहे हैं। हिन्टन के मुताबिक, AI एक तरफ प्रोडक्टिविटी बढ़ाएगा, तो दूसरी तरफ बड़े पैमाने पर बेरोजगारी और मुनाफे में तेज उछाल का कारण भी बन सकता है।
हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके मुताबिक, Amazon अपनी कॉर्पोरेट टीम में बड़े स्तर पर कटौती की तैयारी कर रहा है। कंपनी 30,000 तक कॉर्पोरेट जॉब्स खत्म करने की योजना में है। यह छंटनी Amazon के इतिहास की सबसे बड़ी कटौती में से एक मानी जा रही है, जो मुख्य रूप से कंपनी के खर्चों को कम करने और पैंडेमिक के दौरान हुई ओवरहायरिंग को ठीक करने के लिए की जा रही है। बताया जा रहा है कि ई-कॉमर्स दिग्गज अब अपने स्ट्रक्चर को रीऑर्गनाइज कर रही है ताकि फोकस AI-बेस्ड ऑटोमेशन और कॉस्ट एफिशिएंसी पर रहे। कहा जा रहा है आने वाले कुछ सालों में Amazon तेजी से AI ऑटोमेशन और रोबोटिक्स की ओर कदम बढ़ाने की प्लानिंग कर रहा है।
Meta, Infosys, IBM, TCS सहित कई अन्य IT दिग्गज भी इसी ओर कदम बढ़ा रहे हैं। हालिया रिपोर्ट्स में एक के बाद एक बड़े लेऑफ्स रिपोर्ट किए गए, जिसका सीधा कारण कंपनियां बताने से कतरा रही हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनके पीछे बड़ा हाथ AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का है।
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