• होम
  • मोबाइल
  • ख़बरें
  • Airtel, Reliance Jio को बंद करनी होगी USSD बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग, सरकार ने दिया ऑर्डर

Airtel, Reliance Jio को बंद करनी होगी USSD-बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग, सरकार ने दिया ऑर्डर

यह एक सुविधा है लेकिन टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) का मानना है कि इनका इस्तेमाल ऑनलाइन स्कैम्स और मोबाइल फोन से जुड़े अपराधों में किए जाने की आशंका है

Airtel, Reliance Jio को बंद करनी होगी USSD-बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग, सरकार ने दिया ऑर्डर

कॉल फॉरवर्डिंग के वैकल्पिक तरीकों को उपलब्ध कराने के लिए टेलीकॉम कंपनियां जिम्मेदार होंगी

ख़ास बातें
  • टेलीकॉम कंपनियों को 15 अप्रैल से USSD-बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग बंद करनी होगी
  • इस सुविधा को *401# सर्विसेज भी कहा जाता है
  • इसका इस्तेमाल कुछ अवांछित गतिविधियों के लिए हो सकता है
विज्ञापन
देश में एंड्रॉयड और iPhone यूजर्स के स्मार्टफोन्स पर कॉल फॉरवर्डिंग का तरीका बदलने जा रहा है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने Airtel और Reliance Jio सहित टेलीकॉम कंपनियों को 15 अप्रैल से USSD कोड्स का इस्तेमाल कर कॉल फॉरवर्डिंग को बंद करने का ऑर्डर दिया है। 

USSD कोड्स वे शॉर्ट कोड होते हैं जिन्हें मोबाइल यूजर्स बैलेंस या फोन का IMEI नंबर जानने के लिए डायल करते हैं। हालांकि, यह एक सुविधा है लेकिन टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) का मानना है कि इनका इस्तेमाल ऑनलाइन स्कैम्स और मोबाइल फोन से जुड़े अपराधों में किए जाने की आशंका है। एक मीडिया रिपोर्ट में DoT के ऑर्डर से हवाले से बताया गया है कि यह पता चला है कि अनस्ट्रक्चर्ड सप्लिमेंटरी सर्विस डेटा (USSD) बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग की सुविधा का कुछ अवांछित गतिविधियों के लिए गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इस सुविधा को *401#  सर्विसेज भी कहा जाता है। 

इस ऑर्डर में कहा गया है, "यह फैसला किया गया है कि USSD-बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग सर्विसेज को 15 अप्रैल से बंद किया जाएगा। USSD-बेस्ड कॉल फॉरवर्डिंग सर्विस को एक्टिवेट करने वाले सभी सब्सक्राइबर्स से वैकल्पिक तरीकों से कॉल फॉरवर्डिंग सर्विसेज को दोबारा एक्टिवेट करने के लिए कहा जा सकता है जिससे ऐसी सर्विसेज को उनकी जानकारी के बिना एक्टिवेट न करना पक्का किया जाए।" कॉल फॉरवर्डिंग के वैकल्पिक तरीकों को उपलब्ध कराने के लिए एयरटेल और रिलायंस जियो जैसे टेलीकॉम कंपनियां जिम्मेदार होंगी। इस बदलाव का उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ाना और अनधिकृत कॉल फॉरवर्डिंग को रोकना है, जिसका इस्तेमाल एक बार के पासवर्ड (OTP) जैसी गोपनीय जानकारी चुराने के लिए हो सकता है। 

इस वर्ष जुलाई से मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) के लिए रूल्स भी बदल जाएंगे। नए रूल्स के तहत अगर किसी SIM कार्ड को स्वाप किया या बदला गया है, तो उससे जुड़े मोबाइल नंबर को सात दिनों तक एक अलग टेलीकॉम कंपनी को पोर्ट नहीं किया जा सकेगा। नए रूल्स से SIM को लेकर होने वाले फ्रॉड को घटाया जा सकेगा। ये रूल्स 1 जुलाई से लागू होंगे। इन रूल्स में मोबाइल सब्सक्राइबर्स को पिछले सात दिनों में अपना SIM कार्ड स्वाप करने या बदलने पर एक अलग टेलीकॉम ऑपरेटर के पास मोबाइल नंबर को पोर्ट करने की अनुमति नहीं होगी। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक सर्कुलर में बताया है कि इन रूल्स का उद्देश्य SIM को जाली तरीके से स्वाप या बदलनने के तरीके से मोबाइल नंबर्स को पोर्ट करने को रोकना है। TRAI ने एक टेलीकॉम ऑपरेटर से अन्य को मोबाइल नंबर ट्रांसफर करने के लिए यूनीक पोर्टिंग कोड (UPC) के एलोकेशन के निवेदन को अस्वीकार करने के लिए एक अतिरिक्त शर्त भी जोड़ी है। 

 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

विज्ञापन

© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »