देश में टू-व्हीलर्स की बिक्री अप्रैल में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 30.8 प्रतिशत बढ़ी है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले महीने में टू-व्हीलर्स की लगभग 17.5 लाख यूनिट्स बिकी हैं। पैसेंजर व्हीकल्स की कुल बिक्री ने 3.36 लाख यूनिट्स के साथ सबसे अधिक मासिक बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। हालांकि, पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में ग्रोथ केवल 1.3 प्रतिशत की रही है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के डेटा के अनुसार, पिछले महीने थ्री-व्हीलर्स की बिक्री लगभग 14.5 प्रतिशत बढ़कर लगभग 49,000 यूनिट्स की रही।
SIAM के प्रेसिडेंट, Vinod Aggarwal ने कहा, "ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए मौजूदा वित्त वर्ष की अच्छी शुरुआत हुई है। इस इंडस्ट्री के सभी सेगमेंट्स ने अप्रैल में ग्रोथ दर्ज की है। मॉनसून की बारिश सामान्य से अधिक होने के पूर्वानुमान, लोकसभा चुनाव के बाद पॉलिसीज के जारी रहने और मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्र सरकार के जोर से इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ेगी और इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर की ग्रोथ बढ़ाने में सहायता मिलेगी।"
पिछले वित्त वर्ष में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की
बिक्री लगभग 12.5 प्रतिशत बढ़ी है। बड़े कार मेकर्स में शामिल Maruti Suzuki की अप्रैल में बिक्री 4.7 प्रतिशत बढ़कर 1,68,089 यूनिट्स की रही है। देश में कंपनी की पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री 1,37,952 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष की समान अवधि में इसने 1,37,320 यूनिट्स बेची थी। हालांकि, मिनी सेगमेंट में इसकी बिक्री में कमी हुई है। पिछले महीने कॉम्पैक्ट सेगमेंट में भी मारूति सुजुकी की बिक्री घटकर 56,953 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष के इसी महीने में कंपनी ने 74,935 यूनिट्स बेची थी। इसमें सेगमेंट में कंपनी के पास Baleno, Celerio, Dzire, Ignis, Swift, Tour S और WagonR हैं। यूटिलिटी व्हीकल्स के सेगमेंट में इसने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस सेगमेंट में कंपनी की बिक्री बढ़कर 56,953 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 36,754 यूनिट्स की थी। पिछले महीने कंपनी का एक्सपोर्ट बढ़कर 22,160 यूनिट्स का रहा। पिछले वर्ष की समान अवधि में मारूति सुजुकी ने 16,971 यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया था।
Tata Motors का अनुमान है कि लोकसभा चुनाव के कारण इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में पैसेंजर व्हीकल्स की डिमांड कम हो सकती है। लोकसभा चुनाव अप्रैल से मध्य से शुरू हुए थे और जून की शुरुआत में मतगणना के साथ समाप्त होंगे। टाटा मोटर्स के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर, P B Balaji ने कहा था कि डिमांड के आकलन के लिए कंपनी चुनाव के समाप्त होने का इंतजार कर रही है।