WhatsApp ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सभी चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहती हैं।
WhatsApp की ओर से कहा गया है कि AI से जुड़े सभी फीचर्स पूरी तरह ऑप्शनल हैं
Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में WhatsApp चैट्स की प्राइवेसी पर सवाल खड़े किए हैं। उनका दावा है कि अगर आप किसी WhatsApp ग्रुप का हिस्सा हैं, तो Meta AI उन चैट्स को पढ़ सकता है। शर्मा ने सोशल मीडिया पर यूजर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि वे तुरंत अपनी चैट प्राइवेसी सेटिंग्स को बदलें, ताकि उनकी बातचीत सुरक्षित रहे। इस बयान के बाद WhatsApp ने सफाई दी है और कहा है कि यूजर्स की चैट पूरी तरह सुरक्षित है।
शर्मा का कहना है कि WhatsApp ने अब Meta AI को चैट्स तक एक्सेस देना शुरू कर दिया है। उन्होंने लोगों को “Advanced Chat Privacy” सेटिंग ऑन करने की सलाह दी, जो WhatsApp के ग्रुप इनफो सेक्शन में मौजूद होती है। इसे एक्टिव करने के बाद ग्रुप की चैट्स को एक्सपोर्ट करना, AI से उनकी समरी बनाना या फाइल्स सेव करना संभव नहीं होगा। हालांकि यह फीचर डिफॉल्ट रूप से ऑफ रहता है।
🚨IMP If you are part of WhatsApp group. Today onwards WhatsApp is allowing ai to read chats. ‼️‼️
— Vijay Shekhar Sharma (@vijayshekhar) August 19, 2025
So enable this setting to block it. pic.twitter.com/VhJomO4Msd
WhatsApp ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया (via Financial Express) देते हुए कहा है कि सभी चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहती हैं। कंपनी या Meta इनमें झांक नहीं सकती। Meta AI तभी यूजर्स के टेक्स्ट को एक्सेस कर पता है, जब कोई व्यक्ति चैट में “@MetaAI” टाइप करके उसे खुद एक्टिव करता है। यानी AI किसी भी ग्रुप की चैट्स को अपने आप स्कैन या पढ़ता नहीं है।
इसके अलावा WhatsApp की ओर से कहा गया है कि AI से जुड़े सभी फीचर्स पूरी तरह ऑप्शनल हैं। अगर यूजर्स चाहें तो इन्हें पूरी तरह डिसेबल कर सकते हैं। “Advanced Chat Privacy” सेटिंग इसी मकसद से जोड़ी गई है ताकि लोग अपनी सुरक्षा पर पूरा कंट्रोल रख सकें।
विजय शेखर शर्मा का कहना है कि Meta AI ग्रुप चैट्स को पढ़ सकता है, इसलिए यूजर्स को चैट प्राइवेसी सेटिंग बदलनी चाहिए।
WhatsApp का कहना है कि सभी चैट्स end-to-end encrypted रहती हैं और Meta AI केवल तभी एक्सेस करता है जब यूजर उसे एक्टिव करता है।
यह WhatsApp की एक सेटिंग है जो ग्रुप चैट्स से डेटा को AI या थर्ड-पार्टी द्वारा एक्सपोर्ट होने से रोकती है।
नहीं, Meta AI केवल तभी किसी चैट को एक्सेस करता है जब यूजर “@MetaAI” टाइप करके उसे एक्टिव करता है।
नहीं, WhatsApp का दावा है कि उसकी प्राइवेसी पॉलिसी वही है और चैट्स end-to-end encryption से सुरक्षित हैं।
हां, यूजर्स अपने अकाउंट से Meta AI फीचर को डिसेबल कर सकते हैं।
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