देश की बड़ी इलेक्ट्रिसिटी कंपनियों में शामिल Tata Power पर सायबर अटैक हुआ है। इसमें कंपनी के इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) इंफ्रास्ट्रक्चर और सिस्टम्स को नुकसान हुआ है। कंपनी ने सिस्टम्स को बहाल करने के लिए कदम उठाए हैं। इस वर्ष की शुरुआत में टाटा पावर ने देश भर में ई-चार्जिंग स्टेशंस और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए Kolte Patil Developers और Hyundai Motor के साथ टाई-अप किया था।
टाटा पावर ने इस बारे में BSE को फाइलिंग में
बताया कि कंपनी के सभी महत्वपूर्ण सिस्टम्स काम कर रहे हैं। कंपनी ने सतर्कता के उपाय के तौर पर एंप्लॉयीज और कस्टमर्स से जुड़े पोर्टल्स के लिए एक्सेस को सीमित कर दिया है और स्क्रूटनी बढ़ाई है। हाल के महीनों में कुछ कंपनियों पर सायबर अटैक और हैकिंग के मामले हुए हैं। महाराष्ट्र पुलिस के सायबर विंग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टाटा पावर और अन्य इलेक्ट्रिसिटी कंपनियों को खतरे को लेकर इनपुट मिला था। उन्होंने कहा कि इस बारे में इन कंपनियों को अलर्ट किया गया है और इनके सिस्टम्स का ऑडिट किया जा रहा है।
Hyundai Motor ने टाटा पावर के साथ मिलकर देश में अपनी कुछ डीलरशिप्स पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सेट अप करने की योजना बनाई है। इसमें 29 शहरों में कंपनी की 34 EV डीलरशिप्स पर 60kW के DC चार्जिंग स्टेशंस लगाए जाएंगे। इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए Hyundai और टाटा पावर के EZ Charge मोबाइल
ऐप से चार्जिंग की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए ह्युंडई जगह देने के साथ ही जरूरी अनुमितयों में मदद करेगी और टाटा पावर चार्जिंग स्टेशंस को चलाएगी। Kolte Patil Developers की योजना मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में अपने प्रोजेक्ट्स में ई-चार्जिंग स्टेशंस लगाने की है।
चीन की सरकार से जुड़े हैकर्स ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पास भारत के इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स पर अटैक किए हैं। इसके बाद भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर निगरानी बढ़ाई थी। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में तनाव के दौरान यह मामला हुआ था। इसके जरिए चीन ने लद्दाख में इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई में रुकावट डालने की कोशिश की थी। हालांकि, वह इस कोशिश में नाकाम रहा था। चीन के हैकर्स की ओर से इस तरह के अटैक पहले भी किए जाते रहे हैं।