फ्रॉड के लिए eSIM का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स, I4C ने दी चेतावनी

मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के तहत आने वाले इंडियन सायबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने eSIM से जुड़े फ्रॉड को लेकर चेतावनी जारी की है

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 31 अगस्त 2025 21:29 IST
ख़ास बातें
  • इन मामलों में स्कैमर्स ने eSIM का इस्तेमाल शुरू किया है
  • इसमें यूजर्स को उनके मोबाइल पर मैसेज मिलना बंद हो जाते हैं
  • इस तरह के स्कैम से बचने के लिए किसी अज्ञात व्यक्ति की कॉल पर सतर्क रहें

देश में पिछले कुछ वर्षों में सायबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़े हैं

देश में सायबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स के eSIM के जरिए फ्रॉड करने के मामले भी सामने आ रहे हैं। इनमें स्कैमर्स अपने शिकार को कॉल करने के बाद उनके फोन पर eSIM एक्टिवेशन का लिंक भेजते हैं। इस लिंक को क्लिक करने पर पीड़ित के फिजिकल SIM को eSIM में कन्वर्ट करने की रिक्वेस्ट ऑटोमैटिक तरीके से मंजूर हो जाती है और उनके मैसेज स्कैमर्स के पास पहुंचने लगते हैं। 

मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के तहत आने वाले इंडियन सायबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने eSIM से जुड़े फ्रॉड को लेकर चेतावनी जारी की है। I4C ने बताया है कि इसमें स्कैमर्स पहले अपने शिकार को कॉल करते हैं और फिर उनके फोन पर eSIM के एक्टिवेशन का लिंक भेजा जाता है। इस लिंक को क्लिक करने पर पीड़ित के फिजिकल SIM को eSIM में बदलने की रिक्वेस्ट को ऑटोमैटिक तरीके से स्वीकार कर लिया जाता है। इसके बाद पीड़ित का फिजिकल SIM बंद हो जाता है और उसे अपने फोन पर मैसेज नहीं मिलते। इसमें पीड़ित की सभी कॉल्स और OTP सहित मैसेज स्कैमर्स की पहुंच वाले eSIM को रिडायरेक्ट हो जाते हैं। 

इसके बाद स्कैमर्स के फ्रॉड की शुरुआत होती है और वे बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़ी रिक्वेस्ट भेजते हैं जिस पर पीड़ित का बैंक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP भेजता है। ये ऑथराइजेशन कोड eSIM पर मिलने की वजह से पीड़ित के बैंक एकाउंट से स्कैमर्स आसानी से रकम निकाल लेते हैं। I4C ने अपनी चेतावनी में इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ उपाय भी बताए हैं। I4C ने कहा है कि यूजर्स को अज्ञात कॉलर्स और उन्हें भेजे जाने वाले लिंक्स को लेकर सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा उन्हें अपने फिजिकल SIM को eSIM में कन्वर्ट करने की रिक्वेस्ट खुद करनी चाहिए और इसके लिए किसी अज्ञात व्यक्ति पर विश्वास न करें। 

I4C की सलाह है कि अगर किसी व्यक्ति के फोन पर नेटवर्क सिग्नल मिलना बंद हो जाते हैं तो उन्हें तुरंत अपने संबंधित बैंक और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को इसकी सूचना देनी चाहिए। हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) के फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर (FRI) ने जालसाजी वाली वित्तीय गतिविधियों में शामिल लगभग चार लाख SIM कार्ड्स को ब्लैकलिस्ट भी किया था। 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Vivo Y19s 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 12 हजार में कौन है बेस्ट
  2. क्रिप्टोकरेंसी की इंटरनेशनल माइनिंग में चौथा सबसे बड़ा देश बना ईरान
#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo Y19s 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 12 हजार में कौन है बेस्ट
  2. 22 हजार रुपये सस्ता मिल रहा 48 मेगापिक्सल कैमरा वाला iPhone
  3. UPI ट्रांजैक्शंस ने बनाया रिकॉर्ड, 27 लाख करोड़ से अधिक की वैल्यू
  4. क्रिप्टोकरेंसी की इंटरनेशनल माइनिंग में चौथा सबसे बड़ा देश बना ईरान
  5. Vivo X300 Ultra हो सकता है डुअल 200 मेगापिक्सल कैमरों वाला पहला स्मार्टफोन
  6. Royal Enfield ने पेश की Flying Flea S6 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल, जबरदस्त लुक और भरपूर स्मार्ट फीचर्स!
  7. Moto G67 Power 5G में होगी 6.7 इंच LCD स्क्रीन, 7,000mAh बैटरी
  8. Beaver Moon: 5 नवंबर को आसमान में खिलेगा 'बीवर मून', क्यों खास है चांद का यह रूप, जानें
  9. बोतल में बंद हो रहा है 'सूरज', AI से होगा कंट्रोल, NVIDIA के इस प्रोजेक्ट ने उड़ा डाले होश!
  10. भारत के स्मार्टफोन मार्केट की सेल्स 5 प्रतिशत बढ़ी, 30,000 रुपये से ज्यादा के हैंडसेट्स की मजबूत डिमांड 
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.