बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल Infosys के एंप्लॉयीज के लिए एक सप्ताह में न्यूनतम तीन दिन ऑफिस से वर्क जरूरी किया जाएगा। इससे पहले कंपनी ने एंप्लॉयीज से नियमित तौर पर ऑफिस में आने को कहा था लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा था। इससे पहले इस सेक्टर की बहुत सी अन्य कंपनियों ने भी एंप्लॉयीज को मिली वर्क फ्रॉम होम की सुविधा हटा दी थी।
एक मीडिया
रिपोर्ट के अनुसार, इंफोसिस के मैनेजमेंट की ओर से भेजी गई एक ईमेल में कहा गया है, "कृपया एक सप्ताह में न्यूनतम तीन दिन ऑफिस आना शुरू करें। यह जल्द अनिवार्य हो जाएगा।" इस ईमेल में ऑफिस लौटने को लेकर पहले भेजी गई ईमेल पर कम रिस्पॉन्स मिलने पर भी नाराजगी जताई गई है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के बाद तीन वर्ष तक वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था पर्याप्त है। इसके साथ ही एंप्लॉयीज को बताया गया है कि मेडिकल कारणों को छोड़कर उन्हें नियमित तौर पर ऑफिस में हाजिरी लगानी होगी।
कंपनी ने एक अन्य ईमेल में बस सर्विसेज के लिए चार्ज को बहाल करने की जानकारी दी है। अगले महीने से इसके एंप्लॉयीज को बस सर्विसेज के लिए प्रति दिन 150 रुपये चुकाने होंगे। हालांकि, यह चार्ज प्रति माह 1,500 रुपये से अधिक नहीं होगा। इंफोसिस के एंप्लॉयीज को कोरोना से पहले प्रत्येक महीने नौ दिन वर्क फ्रॉम होम की अनुमति थी।
हाल ही में ग्लोबल सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भी एंप्लॉयीज के लिए एक सप्ताह में पांच दिन ऑफिस में रिपोर्ट करना अनिवार्य किया था। इसके साथ ही कंपनी ने एंप्लॉयीज को ऑफिस में ड्रेस कोड का ध्यान रखने की सलाह दी थी। TCS के चीफ ह्युमन रिसोर्स ऑफिसर, Milind Lakkad ने एंप्लॉयीज को एक ईमेल में कहा था कि
कंपनी सभी कार्य दिवसों पर अपने एसोसिएट्स को ऑफिस में देखना चाहती है। उन्होंने बताया था, "बड़ी संख्या में एसोसिएट्स ने पिछले दो वर्षों में कंपनी को जॉइन किया है और वे वर्चुअल या हायब्रिड तरीके से कार्य कर रहे थे। उन्हें इंटीग्रेट करना हमारी जिम्मेदारी है।" इसके साथ ही इस ईमेल में उन्होंने कहा था कि एंप्लॉयीज को ड्रेस कोड का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वे कंपनी का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। इससे पहले TCS ने बताया था कि उसके लगभग 70 प्रतिशत एंप्लॉयीज की ऑफिस में वापसी हो गई है।