पिछले कुछ वर्षों में इकोनॉमी को लेकर मुश्किलों का सामना कर रहे पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। जापान की ऑटोमोबाइल कंपनी Suzuki की पाकिस्तान में ज्वाइंट वेंचर पार्टनर Pak Sukuzi Motor Company (PSMC) ने 2 से 6 जनवरी तक प्रोडक्शन को बंद करने की घोषणा की है। इस महीने की शुरुआत में टोयोटा के लिए पाकिस्तान में व्हीकल्स की असेंबलिंग करने वाली Indus Motor Company (IMC) ने 20 से 30 दिसंबर तक प्रोडक्शन को बंद करने का फैसला किया था। इसका कारण इम्पोर्ट के लिए मिलने वाली अनुमति में देरी थी।
IMC ने बताया था कि पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक की ओर से इम्पोर्ट पर लगाई गई पाबंदियों और करेंसी के कमजोर होने से ऑटोमोबाइल सेक्टर को बड़ा नुकसान हो रहा है। PSMC ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा है, "स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कुछ महीने पहले इम्पोर्ट के लिए पूर्व अनुमति को लागू किया था। इससे इम्पोर्ट के लिए क्लीयरेंस पर असर पड़ा है और इनवेंटरी कम हो गई है। इस वजह से फर्म ने 2 से 6 जनवरी तक
प्रोडक्शन को बंद करने का फैसला किया है।" पाकिस्तान में
सुजुकी की कारों, पिकअप, वैन और मोटरसाइकिल्स की PSMC असेंबलिंग और मार्केटिंग करती है।
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एक्सचेंज रेट के संकट के कारण इम्पोर्ट पर अधिक निर्भर करने वाली पाकिस्तान की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तान में ट्रैक्टर्स बनाने वाली Millat Tractors ने भी डिमांड कम होने के कारण शुक्रवार को प्रोडक्शन बंद रखने का फैसला किया है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को करेंसी की वैल्यू घटने से प्रोडक्शन कॉस्ट अधिक होने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा इकोनॉमी की स्थिति खराब होने, ऊंचे इंटरेस्ट रेट और व्हीकल्स पर अधिक टैक्स के कारण डिमांड भी घट रही है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्हीकल्स के प्राइसेज महंगे होने से डिमांड काफी घट गई है। इम्पोर्ट पर पाबंदियों को समाप्त करने और फ्यूल की कीमतों को घटाने पर ही डिमांड में सुधार हो सकता है। पाकिस्तान में फ्यूल की जरूरत का अधिकतर हिस्सा इम्पोर्ट किया जाता है। डॉलर की तुलना में पाकिस्तानी करेंसी की वैल्यू कम होने से इम्पोर्ट महंगा हो गया है। इससे महंगाई भी बढ़ रही है।