पिछले कुछ वर्षों में स्मार्ट TV की बिक्री तेजी से बढ़ी है। इस मार्केट में चीन की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Xiaomi ने 11 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ पिछले वर्ष अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। पिछले वर्ष देश में स्मार्ट TV की शिपमेंट्स में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे तीसरी तिमाही में फेस्टिव सीजन के दौरान नए लॉन्च, डिस्काउंट और प्रमोशंस प्रमुख कारण रहे।
मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint की
रिपोर्ट के अनुसार, कम प्राइस वाले सेगमेंट में बड़ी स्क्रीन वाले TV की डिमांड से भी बिक्री बढ़ी है। दिसंबर तिमाही में फेस्टिव सीजन के बाद स्मार्ट TV की शिपमेंट्स डिमांड में कमी से वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग दो प्रतिशत बढ़ी हैं। इस
मार्केट में शाओमी के बाद Samsung, LG, OnePlus और TCL थे। पिछले वर्ष OnePlus और TCL सबसे तेजी से बढ़ने वाले स्मार्ट टेलीविजन ब्रांड्स रहे। हालांकि, प्रीमियम सेगमेंट में Sony को कस्टमर्स ने अधिक पसंद किया है। पिछले वर्ष इन TV में से 99 प्रतिशत की लोकल असेंबलिंग हुई, जबकि कुछ हाई-एंड टेलीविजन सेट्स का इन कंपनियों ने इम्पोर्ट किया।
इस मार्केट में LED टेलीविजन का योगदान 96 प्रतिशत का रहा। दिसंबर तिमाही में टॉप पांच ब्रांड्स शाओमी के MI, Samsung, LG, One Plus और TCL का संयुक्त तौर पर 42.6 प्रतिशत मार्केट शेयर था। सीनियर रिसर्च एनालिस्ट, Anshika Jain ने बताया, "पिछले वर्ष OnePlus, Vu और TCL स्मार्ट TV मार्केट में सबसे तेजी से बढ़ने वाले ब्रांड्स थे। इस मार्केट में शाओमी ने 11 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद Samsung और LG थे।" उन्होंने बताया कि 20,000-30,000 रुपये की प्राइस कैटेगरी की 29 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और इसमें वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, एवरेज सेलिंग प्राइस 8 प्रतिशत घटकर 30,650 रुपये रहा।
टेलीविजन की कुल शिपमेंट्स में स्मार्ट TV की हिस्सेदारी पिछले वर्ष बढ़कर लगभग 90 प्रतिशत के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। यह आंकड़ा 20,000 रुपये से कम की कैटेगरी में नए लॉन्च और पुराने टेलीविजन से स्मार्ट TV पर शिफ्ट होने वाले कस्टमर्स की वजह से और बढ़ने की संभावना है। पिछले वर्ष नॉन-स्मार्ट टेलीविजन की शिपमेंट्स 24 प्रतिशत घटी हैं। कुल शिपमेंट्स में ऑनलाइन बिक्री की हिस्सेदारी बढ़कर 33 प्रतिशत हो गई।