दुनिया भर में लोकप्रिय ओवर द टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म Netflix ने भारत में कम प्राइस वाले प्लान की सफलता के बाद 116 देशों में अपने सब्सक्रिप्शन रेट घटा दिए हैं। भारत में लगभग दो वर्ष पहले कम प्राइस वाले सब्सक्रिप्शन प्लान लाने के बाद नेटफ्लिक्स के कस्टमर एंगेजमेंट में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 30 प्रतिशत और रेवेन्यू में 24 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
कंपनी ने पहली बार देश में कस्टमर्स की जरूरतों के अनुसार सब्सक्रिप्शन प्राइसेज को 20-60 प्रतिशत तक घटाया था। इससे नेटफ्लिक्स को सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ाने में भी मदद मिली है। नेटफ्लिक्स ने मार्च तिमाही की अर्निंग्स रिपोर्ट में
बताया है, "भारत में कस्टमर एंगेजमेंट वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 30 प्रतिशत और रेवेन्यू 24 प्रतिशत बढ़ा है। इस सफलता के बाद हमने पहली तिमाही में 116 देशों में प्राइसेज में कमी की है।" कंपनी ने जिन देशों में अपने प्राइस घटाए हैं उनकी पिछले फाइनेंशियल ईयर में इसके कुल रेवेन्यू में पांच प्रतिशत से कम हिस्सेदारी थी। नेटफ्लिक्स ने कहा कि सब्सक्रिप्शन रेट घटाने से इन देशों में लंबी अवधि में उसे रेवेन्यू बढ़ाने में सहायता मिल सकती है।
पहली तिमाही में नेटफ्लिक्स की नेट इनकम लगभग 18 प्रतिशत घटकर 130 करोड़ डॉलर से कुछ अधिक रही। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 159 करोड़ डॉलर से अधिक का था। हालांकि, नेटफ्लिक्स का रेवेन्यू पहली तिमाही में लगभग 3.7 प्रतिशत बढ़कर 816.2 करोड़ डॉलर रहा। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 786.8 करोड़ डॉलर का था। कंपनी की पेड मेंबरशिप में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह 23.25 करोड़ है।
नेटफ्लिक्स कई वर्षों तक अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनों के खिलाफ रही है। हालांकि, इसने विज्ञापनों के साथ कम प्राइस वाले प्लान शुरू किए हैं। नेटफ्लिक्स ने बताया, "विज्ञापनों वाले सब्सक्रिप्शन प्लान के लिए कस्टमर्स की संख्या हमारे शुरुआती अनुमान से अधिक है। हालांकि, हमने बहुत कम कस्टमर्स को स्टैंडर्ड और प्रीमियम प्लान्स से शिफ्ट होते देखा है।" नेटफ्लिक्स ने पासवर्ड शेयर करने जैसे तरीकों को रोकने के लिए भी कदम उठाए हैं। इसका कंपनी को फायदा भी मिला है। पिछले कुछ वर्षों में नेटफ्लिक्स जैसे
OTT प्लेटफॉर्म्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसका असर फिल्म इंडस्ट्री पर भी पड़ा है।