बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla की इलेक्ट्रिक कारों की जल्द भारत में बिक्री शुरू हो सकती है। देश में कंपनी ने कुछ हजार इलेक्ट्रिक कारों को लाने की योजना बनाई है। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री Narendra Modi ने अमेरिका के दौरे के दौरान टेस्ला के चीफ, Elon Musk के साथ मीटिंग की थी।
Bloomberg की एक
रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी की योजना शुरुआत में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री करने की है। हालांकि, यह पता नहीं चला है कि देश में
टेस्ला के कौन से मॉडल लाए जाएंगे। कंपनी के पास अमेरिका, चीन और जर्मनी में फैक्टरियां हैं। अमेरिका के साथ ट्रेड डील के हिस्से के तौर पर भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इम्पोर्ट पर टैरिफ को घटाया जा सकता है। इसमें कम टैरिफ पर 8,000 व्हीकल्स के इम्पोर्ट की लिमिट को बढ़ाकर लगभग 50,000 यूनिट्स करना शामिल हो सकता है।
इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय, मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और टेस्ला को टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदनों का उत्तर नहीं मिला है। टेस्ला के लिए अमेरिका और चीन बड़े मार्केट्स हैं। हालांकि, कंपनी को चाइनीज EV मेकर BYD से कड़ी टक्कर मिल रही है। हाल ही में भारत में इस अमेरिकी कंपनी ने कुछ जॉब्स के लिए उम्मीदवारों से आवेदन भी मांगे थे। इनमें ऐडवर्टाइजिंग और कस्टमर सर्विस से जुड़ी जॉब्स शामिल हैं। टेस्ला ने दिल्ली और मुंबई में जॉब्स के लिए आवेदन मांगे हैं। पिछले कुछ वर्षों से केंद्र सरकार और टेस्ला के बीच बातचीत के कुछ दौर हुए हैं। इस महीने की शुरुआत में सरकार ने 40,000 डॉलर से अधिक प्राइस वाली कारों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 110 प्रतिशत से घटाकर 70 प्रतिशत किया था।
भारत का EV मार्केट शुरुआती दौर में है। पिछले वर्ष देश में इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री लगभग एक लाख यूनिट्स की थी। इसकी तुलना में पिछले वर्ष चीन में EV की बिक्री लगभग 1.1 करोड़ यूनिट्स की थी। पिछले वर्ष सरकार ने 40,000 डॉलर से अधिक प्राइस वाली इलेक्ट्रिक कारों पर टैरिफ को घटाकर 15 प्रतिशत किया था। हालांकि, इसके साथ यह शर्त भी थी कि इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनियों को भारत में 50 लाख डॉलर का इनवेस्टमेंट करने के साथ ही तीन वर्षों में लोकल मैन्युफैक्चरिंग को शुरू करना होगा।