इस महीने की शुरुआत में अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत से इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मेकर Tesla के प्रमुख Elon Musk को काफी फायदा मिला है। दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति मस्क की वेल्थ बढ़कर 334 अरब डॉलर से ज्यादा हो गई है। उनकी नेटवर्थ में टेस्ला में हिस्सेदारी का बड़ा योगदान है।
इस चुनाव में मस्क ने ट्रंप का समर्थन किया था। ट्रंप के चुनाव प्रचार के लिए दी गई डोनेशन में भी उनकी बड़ी हिस्सेदारी थी। मस्क के पास टेस्ला में लगभग 13 प्रतिशत और रॉकेट कंपनी SpaceX में लगभग 42 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसके अलावा वह सोशल मीडिया कंपनी X और Neuralink के भी चीफ हैं। Forbes की एक
रिपोर्ट के अनुसार, SpaceX की योजना दिसंबर में टेंडर ऑफर लाने की है। इससे मस्क की वेल्थ में लगभग 18 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है। नई सरकार के EVs के लिए सब्सिडी घटाने से टेस्ला के कॉम्पिटिटर्स को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा ट्रंप की योजना चीन से होने वाले इम्पोर्ट पर टैरिफ को बढ़ाने की भी है।
ट्रंप की अगुवाई में नई सरकार अगले वर्ष की शुरुआत में कार्यभार संभालेगी। इसमें मस्क को भी महत्वपूर्ण भूमिका मिलने जा रही है। ट्रंप ने मस्क और भारतीय मूल के Vivek Ramaswamy को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी की जिम्मेदारी संभालने को कहा है। अमेरिकी सरकार में यह एक नया डिपार्टमेंट होगा।
इस डिपार्टमेंट शुरुआत में प्रस्ताव मस्क ने दिया था। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि नया डिपार्टमेंट ब्यूरोक्रेसी की अड़चनों को घटाएगा। इस डिपार्टमेंट को 'DOGE' भी कहा जा रहा है। यह मस्क के पसंदीदा मीम कॉइन का भी नाम है। ट्रंप ने बताया कि इस डिपार्टमेंट का टारगेट ब्यूरोक्रेसी को घटाना, अथिरिक्त रेगुलेशंस में कमी करना, गैर जरूरी खर्च में कटौती और फेडरल एजेंसियों की रिस्ट्रक्चरिंग करना होगा। हालांकि, इस डिपार्टमेंट में मस्क की भूमिका हितों के टकराव का मुद्दा भी बन सकती है। मस्क की
टेस्ला और स्पेस मिशंस से जुड़ी SpaceX को सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स और पॉलिसीज से अरबों डॉलर मिले हैं। ट्रंप की योजना चीन से होने वाले इम्पोर्ट पर टैरिफ को बढ़ाने की भी है। इससे अमेरिका में चाइनीज EV मेकर्स की बिक्री पर बड़ा असर पड़ सकता है।