पिछले वर्ष ट्विटर को लगभग 44 अरब डॉलर में खरीदने के बाद मस्क को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कंपनी के खर्च को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं
इकोनॉमिक स्लोडाउन से भी Meta के बिजनेस पर असर पड़ा है। मेटावर्स में कंपनी के भारी इनवेस्टमेंट से इसके शेयर में कमजोरी आ रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रोजेक्ट पर अगले कुछ वर्षों में बड़ा खर्च होगा
हाल ही में अमेरिका के इंडिपेंडेंट सीनेटर बर्नी सैंडर्स समेत कई प्रभावशाली (इन्फ्लूएन्शल) हस्तियों ने अरबपतियों के शेयरों और अन्य संपत्तियों पर टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया है।