ग्लोबल ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Hyundai Motor ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की मार्केट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी की है। इसके लिए कंपनी अरबों डॉलर का इनवेस्टमेंट करेगी। ह्युंडई और इसकी सहयोगी कंपनी Kia Corp सेल्स के लिहाज से 10 सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल हैं।
ह्युंडई ने बताया कि वह अपने सबसे बड़े मार्केट अमेरिका में
EV का प्रोडक्शन बढ़ाने की योजना बना रही है। अमेरिका में कंपनी के प्रोडक्शन में 2030 तक EV की हिस्सेदारी बढ़कर लगभग 75 प्रतिशत की होगी, जो अभी केवल 0.7 प्रतिशत की है। कंपनी ने बताया कि उसका 2030 तक इस सेगमेंट में सेल्स बढ़कर 20 लाख यूनिट्स तक पहुंचाने का टारगेट है। ह्युंडई ने कहा कि बैटरी में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए वह अगले 10 वर्षों में काफी इनवेस्टमेंट करेगी। कंपनी अपने ज्वाइंट वेंचर्स से 70 प्रतिशत से अधिक बैटरीज हासिल करना चाहती है। इसके लिए स्टार्टअप्स के साथ टाई-अप करने के अलावा बैटरी बनाने वाली कंपनियों के साथ ज्वाइंट वेंचर भी किए जाएंगे।
हाल ही में कंपनी ने भारत में Ioniq 5 EV की डिलीवरी शुरू की थी।
कंपनी की इस इलेक्ट्रिक कार को इस वर्ष ऑटो एक्सपो में लॉन्च किया गया था। Ioniq 5 EV की देश में असेंबलिंग की जा रही है। हालांकि, कंपनी का कहना है कि वह इस वर्ष इसकी केवल 500 यूनिट्स बेचेगी। Ioniq 5 EV का प्राइस 44.95 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। इसके टेक्निकल स्पेसिफिकेशंस Kia EV6 के लगभग समान हैं। इसकी लंबाई 4,635 mm, चौड़ाई 1,890 mm और ऊंचाई 1,625 mm की है। इसकी टॉप स्पीड 185 kmph है।
पिछले महीने ह्युंडई ने देश भर में अपनी 36 डीलरशिप्स पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के फास्ट चार्जर लगाने के लिए Shell के साथ टाई-अप किया है। ह्युंडई ने बताया था कि इस पार्टनरशिप का उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना है। ह्युंडई की देश में यूनिट के MD और CEO, Unsoo Kim ने कहा था, "इस तरह की स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीदारी बढ़ सकती है और यह कार्बन इमिशन घटाने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद देगी।" कंपनी के पास 45 शहरों में 72 इलेक्ट्रिक व्हीकल के डीलर्स हैं। ह्युंडई की योजना देश में कुछ नए EV भी लॉन्च करने की है।