Shiba Inu में ट्रांजैक्शन एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले एक दिन में शिबा इनु व्हेल्स की गतिविधि बढ़ने के कारण दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मीम क्रिप्टोकरेंसी का ट्रांजैक्शन रेट 85% बढ़ गया है। इसका अर्थ है कि बड़े व्हेल्स या तो टोकन खरीद रहे हैं, या फिर सेल कर रहे हैं। दो दिन पहले ही शिबा इनु के टोकन BONE को कनाड़ा के जाने माने एक्सचेंज पर लिस्ट किया गया है। BONE के Biconomy Global नामक एक्सचेंज पर लिस्ट होने के बाद शिबा इनु में ट्रांजैक्शन बढ़ना निवेशकों के लिए अच्छा संकेत हो सकता है।
IntoTheBlock ने जो
डेटा जारी किया है, उसके अनुसार पिछले एक दिन के भीतर
शिबा इनु के बड़े ट्रांजैक्शंस में 85% का इजाफा हुआ है। ये ट्रांजैक्शन काफी बड़े होते हैं और प्रति ट्रांजैक्शन कम से कम 1 लाख डॉलर की कीमत के टोकनों का लेन-देन किया जाता है। ट्रांजैक्शंस के बारे में कहा जाता है कि कई बार ये व्हेल्स की एक्टिविटी बढ़ जाने के कारण बढ़ते हैं। बड़े व्हेल जब टोकन को खरीदते या बेचते हैं तो ट्रांजैक्शन रेट में बदलाव होता है।
इसके अलावा, WhaleStats के
आंकड़े बताते हैं कि टॉप 100 शिबा इनु होल्डर्स के एक्टिव एड्रेसेज में 33% की बढ़ोत्तरी हुई है। यह भी क्रिप्टो व्हेल्स के लाखों शिबा इनु टोकनों में ट्रांजैक्शन करने के कारण होता है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में व्हेल्स के ट्रेडिंग वॉल्यूम में 28.41% की बढ़ोत्तरी हुई है और शिबा इनु की औसत वैल्यू में 25.47% बढ़त हुई है। इसके अलावा
क्रिप्टोकरेंसी में नेट फ्लो भी 50% बढ़ा है। WhaleStats डेटा की मानें तो, शिबा इनु टॉप 100 व्हेल्स में फिर से सबसे बड़े टोकन के रूप में लौट आया है।
Shiba Inu ने व्हेल्स के टॉप होल्डिंग टोकन के रूप में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, जो इसका अब तक उच्चतम स्तर है। जारी आंकड़ों के मुताबिक 12 लाख 19 हजार से ज्यादा एक्टिव एड्रेस अभी मौजूद हैं जो शिबा इनु को होल्ड करते हैं। कीमत की बात करें तो, इसने $0.000010 का साइकोलॉजिकल लेवल पार कर लिया है। खबर लिखने के समय पर शिबा इनु की कीमत भारत में 0.000844 रुपये पर ट्रेड कर रही थी जो कि पिछले 24 घंटों में 1.39 प्रतिशत की बढ़त है।