पिछले कुछ दिनों की रिकवरी के बाद क्रिप्टो मार्केट में गुरुवार को गिरावट थी। इसका बड़ा कारण भारी बिकवाली होना है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin लगभग 0.60 प्रतिशत की गिरावट थी। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में भी नुकसान था। अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump के टैरिफ से जुड़े फैसले का भी मार्केट पर असर पड़ा है।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 1,04,760 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस एक प्रतिशत से अधिक घटकर लगभग 2,606 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana, BNB और अमेरिकी डॉलर से लिंक्ड स्टेबलकॉइन Tether और XLM में भी गिरावट थी। Cointelegraph की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष मई से जून के बीच बिटकॉइन ने 27 दिनों तक एक लाख डॉलर से अधिक के लेवल को बरकरार रखा है। इस वर्ष जनवरी में इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ने 18 दिनों तक एक लाख डॉलर से अधिक पर ट्रेड किया था। बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.08 लाख करोड़ डॉलर पर है।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि ट्रंप के टैरिफ को लेकर दोबारा सख्त रवैया दिखाने का मार्केट पर असर पड़ा है। इससे क्रिप्टो मार्केट में बिकवाली बढ़ी है।
बिटकॉइन के 1,05,000 डॉलर के लेवल से गिरने पर इसमें गिरावट बढ़ सकती है। क्रिप्टो सेगमेंट पर ट्रंप ने बड़ा दांव लगाने का फैसला किया है। ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी Trump Media and Technology Group ने बिटकॉइन में लगभग 2.5 अरब डॉलर (लगभग 21,416 करोड़ रुपये) का इनवेस्टमेंट करने की योजना बनाई है।
हाल ही में ट्रंप ने अमेरिका में बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के ऑर्डर पर भी साइन किए थे। ट्रंप ने जिस एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए हैं उसमें यह स्पष्ट किया गया है कि बिटकॉइन को खरीदने के लिए टैक्सपेयर्स की रकम का इस्तेमाल नहीं होगा। Trump Media and Technology Group ने बताया है कि बिटकॉइन की इस खरीद के लिए लगभग 1.5 अरब डॉलर के शेयर्स और एक अरब डॉलर के कन्वर्टिबल नोट्स बेचे जाएंगे। ये बिटकॉइन Trump Media की बैलेंस शीट में लगभग 75.9 करोड डॉलर के कैश और शॉर्ट-टर्म इनवेस्टमेंट के साथ रखा जाएगा। इस बिटकॉइन होल्डिंग के लिए Crypto.com और Anchorage Digital कस्टडी उपलब्ध कराएंगे।