वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही क्रिप्टो लेंडिंग फर्म Celsius Network को अमेरिका में एक कोर्ट से Bitcoin की माइनिंग और इसे बेचने की अनुमति मिल गई है। फर्म ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उसके पास फंड की कमी है और उसे फंडिंग के लिए कई प्रपोजल मिले हैं।
Celsius Network के लॉयर्स ने कहा है कि फर्म मुश्किलों से निकलने के लिए क्रिप्टो माइनिंग में इनवेस्टमेंट बढ़ाने की योजना रखती है। फर्म ने अपने प्रपोजल में
बदलाव कर यह कहा है कि माइनिंग से मिलने वाले बिटकॉइन की बिक्री की रकम फर्म के कैश मैनेजमेंट सिस्टम से अलग रखा जाएगा। इससे बहुत से क्रेडिटर्स की आशंका दूर हो सकती है जिनके एसेट्स फर्म की बैंकरप्सी के कारण फंस गए हैं। हालांकि, डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने फर्म के बिटकॉइन माइनिंग के प्रपोजल का विरोध किया है। लॉ फर्म Kirkland & Ellis का अनुमान है कि फर्म के पास अक्टूबर तक फंड समाप्त हो सकता है।
फर्म पर डिपॉजिटर्स की क्रिप्टोकरेंसीज में लगभग 2.8 अरब डॉलर की रकम भी बकाया है। यह इसकी मौजूदा होल्डिंग्स से अधिक है। Celsius Network ने यूजर्स की ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के बाद पिछले महीने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की थी। फर्म के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स
जांच कर रहे हैं। इस बारे में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने भी Celsius से जानकारी मांगी गई थी। हालांकि, SEC ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया था। अल्बामा सिक्योरिटीज कमीशन के डायरेक्टर Joseph Borg का कहना था, "मैं इससे चितित हूं कि रिटेल इनवेस्टर्स सहित फर्म के क्लाइंट्स को उनके एसेट्स को रिडीम करने की जरूरत हो सकती है लेकिन वे ऐसा कर सकते। इससे उनकी वित्तीय मुश्किलें बढ़ सकती हैं।"
पिछले वर्ष के अंत में इस फर्म ने लगभग 75 करोड़ डॉलर का फंड हासिल किया था। यह क्रिप्टो लेंडिंग से जुड़ी बड़ी फर्मों में शामिल है। यह अपनी क्रिप्टोकरेंसीज को जमा करने वाले कस्टमर्स को इंटरेस्ट का ऑफर देती है और रिटर्न कमाने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज की लेंडिंग भी करती है। इसका कहना है कि रिस्ट्रक्चरिंग की कोशिशों के लिए बिटकॉइन माइनिंग महत्वपूर्ण है।
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