Celsius Network को कोर्ट से मिली माइन किए गए Bitcoin बेचने की अनुमति

फर्म ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उसके पास फंड की कमी है और उसे फंडिंग के लिए कई प्रपोजल मिले हैं

Celsius Network को कोर्ट से मिली माइन किए गए Bitcoin बेचने की अनुमति

फर्म पर डिपॉजिटर्स की क्रिप्टोकरेंसीज में लगभग 2.8 अरब डॉलर की रकम भी बकाया है

ख़ास बातें
  • फर्म ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उसके पास फंड की कमी है
  • इसने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की है
  • फर्म ने रिस्ट्रक्चरिंग के लिए बिटकॉइन माइनिंग को महत्वपूर्ण बताया है
विज्ञापन
वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही क्रिप्टो लेंडिंग फर्म Celsius Network को अमेरिका में एक कोर्ट से Bitcoin की माइनिंग और इसे बेचने की अनुमति मिल गई है। फर्म ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उसके पास फंड की कमी है और उसे फंडिंग के लिए कई प्रपोजल मिले हैं। 

Celsius Network के लॉयर्स ने कहा है कि फर्म मुश्किलों से निकलने के लिए क्रिप्टो माइनिंग में इनवेस्टमेंट बढ़ाने की योजना रखती है। फर्म ने अपने प्रपोजल में बदलाव कर यह कहा है कि माइनिंग से मिलने वाले बिटकॉइन की बिक्री की रकम फर्म के कैश मैनेजमेंट सिस्टम से अलग रखा जाएगा। इससे बहुत से क्रेडिटर्स की आशंका दूर हो सकती है जिनके एसेट्स फर्म की बैंकरप्सी के कारण फंस गए हैं। हालांकि, डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने फर्म के बिटकॉइन माइनिंग के प्रपोजल का विरोध किया है। लॉ फर्म Kirkland & Ellis का अनुमान है कि फर्म के पास अक्टूबर तक फंड समाप्त हो सकता है। 

फर्म पर डिपॉजिटर्स की क्रिप्टोकरेंसीज में लगभग 2.8 अरब डॉलर की रकम भी बकाया है। यह इसकी मौजूदा होल्डिंग्स से अधिक है। Celsius Network ने यूजर्स की ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के बाद पिछले महीने बैंकरप्सी के लिए फाइलिंग की थी। फर्म के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स जांच कर रहे हैं। इस बारे में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने भी Celsius से जानकारी मांगी गई थी। हालांकि, SEC ने इस बारे में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया था। अल्बामा सिक्योरिटीज कमीशन के डायरेक्टर Joseph Borg का कहना था, "मैं इससे चितित हूं कि रिटेल इनवेस्टर्स सहित फर्म के क्लाइंट्स को उनके एसेट्स को रिडीम करने की जरूरत हो सकती है लेकिन वे ऐसा कर सकते। इससे उनकी वित्तीय मुश्किलें बढ़ सकती हैं।" 

पिछले वर्ष के अंत में इस फर्म ने लगभग 75 करोड़ डॉलर का फंड हासिल किया था। यह क्रिप्टो लेंडिंग से जुड़ी बड़ी फर्मों में शामिल है। यह अपनी क्रिप्टोकरेंसीज को जमा करने वाले कस्टमर्स को इंटरेस्ट का ऑफर देती है और रिटर्न कमाने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज की लेंडिंग भी करती है। इसका कहना है कि रिस्ट्रक्चरिंग की कोशिशों के लिए बिटकॉइन माइनिंग महत्वपूर्ण है।  

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Investigation, Regulators, Lending, Transactions, Bitcoin, Mining
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Honor के Magic V5 में होगा 64 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा, 2 जुलाई को लॉन्च
  2. iQOO Z10 Lite 5G vs Samsung Galaxy A06 5G vs Moto G45: 10 हजार में कौन सा है बेस्ट फोन
  3. बोलकर कैंसल हो जाएगा ट्रेन टिकट, जानें कैसे काम करता है IRCTC का नया फीचर
  4. POCO के F7 5G की 1 जुलाई से शुरू होगी बिक्री, Flipkart पर लाइव हुई माइक्रोसाइट
  5. UBON SP-85 Party Speaker भारत में लॉन्च, 30W साउंड, 20 घंटे की बैटरी, जानें कीमत
  6. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  7. BSNL लगाएगी फ्लैश सेल, फ्री डेटा से लेकर डिस्काउंट तक की पेशकश
  8. Asus का लैपटॉप भारत में 18,990 रुपये में लॉन्च
  9. Samsung Galaxy M36 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें क्या है खास
  10. Redmi K Pad टैबलेट 8.8-इंच डिस्प्ले, 7500mAh बैटरी, 16GB रैम के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »