मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को 2.84 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस बढ़कर 36,318 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह इस वर्ष बिटकॉइन का सबसे अधिक प्राइस है। दो वर्ष पहले बिटकॉइन ने लगभग 68,000 डॉलर का उच्चतम स्तर बनाया था।
बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में शामिल
Ether का प्राइस 1.83 प्रतिशत बढ़कर 1,916 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Cardano, Polygon, Chainlink, Binance Coin, Polkadot, Litecoin और Stellar में भी तेजी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ लगभग 1.37 लाख करोड़ डॉलर पर था।
CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "इनवेस्टर्स को सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि मार्केट में उत्साह बढ़ रहा है। इसमें गिरावट आने की आशंका है। बिटकॉइन में जोरदार तेजी के साथ AAVE, Chainlink और Synthetix जैसे लोकप्रिय DeFi प्रोजेक्ट्स में भी मजबूती आ रही है।" क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने कहा, "बिटकॉइन और Ether के साथ SOL, TON और MATIC ने मार्केट की तेजी में बड़ा योगदान दिया है। Ether का प्राइस इस महीने 15 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। डिजिटल एसेट इंडस्ट्री ग्रोथ के अगले दौर के लिए तैयार है। मार्केट में सेंटीमेंट पॉजिटिव है और इससे आगामी सप्ताहों में मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियां अनुकूल रहने पर तेजी जारी रह सकती है।"
बिटकॉइन में कई महीनों तक गिरावट के कारण इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। हालांकि, RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की भी मांग की गई थी। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इन पर बैन लगाया जाना चाहिए। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे क्रिप्टो मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ सकता है।