WhatsApp ने गुरुवार को घोषणा कर बताया कि इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने 12 साल पूरे कर लिए हैं। अपनी 12वीं सालगिराह की घोषणा करते हुए, Facebook के स्वामित्व वाली कंपनी ने खुलासा किया कि वह प्रति दिन 1 अरब से अधिक कॉल संभालती है। व्हाट्सऐप की शुरुआत फरवरी 2009 में हुई थी और इसे मूल रूप से अपने यूज़र्स के बीच स्टेटस करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। हालांकि, समय के साथ इसे और विकसित किया गया और फुल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बना दिया गया। आखिर में कंपनी ने इसमें वॉयस और वीडियो कॉलिंग का फीचर भी जोड़ा। कंपनी यहीं नहीं रुकी और ऐप यूज़र्स को पेमेंट सर्विस मुहैया कराने के लिए WhatsApp Payments भी शुरु कर दिया। हालांकि, साल की शुरुआत से कंपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर आलोचनाओं का सामना भी कर रही है।
गुरुवार को पोस्ट किए गए एक
ट्वीट के जरिए WhatsApp ने 12 साल पूरे करने की घोषणा की। ट्वीट में पहले से घोषित कुछ आंकड़ों के बारे में बात की गई, जिसमें दो बिलियन (2 अरब) से अधिक मंथली एक्टिव यूज़र्स और
100 बिलियन (10 अरब) मैसेज की बात कही गई है। हालांकि, यह भी बताया गया है कि अपने इंस्टेंट मैसेजिंग अनुभव के लिए जाना जाने वाला ऐप, 1 अरब से अधिक डेली कॉल संभालता है।
WhatsApp ने फरवरी 2015 में अपने ऐप में वॉयस कॉलिंग सपोर्ट जोड़ा और नवंबर 2016 में वीडियो कॉलिंग की सुविधा देनी शुरू की। कंपनी ने अगस्त 2018 में ग्रुप वॉयस और वीडियो कॉलिंग सपोर्ट भी जोड़ा। कॉलिंग के अलावा, व्हाट्सऐप यूज़र्स को स्टिकर और GIFs साझा करने का विकल्प भी दिया गया और ऐप में लेटेस्ट फीचर WhatsApp Payments के रूप में जोड़ा गया, जो पैसों का लेन-देन करने के लिए है।
2009 में पूर्व Yahoo कर्मचारियों ब्रायन एक्टन (Brian Acton) और जेन कौम (Jan Koum) द्वारा लॉन्च WhatsApp को फरवरी 2014 में Facebook द्वारा अधिग्रहित किया गया था। हालांकि, इसके बाद व्हाट्सऐप की गोपनीयता पर भी सवाल उठने शुरू हो जाए। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी फेसबुक और उसकी सहायक कंपनियों के साथ यूज़र्स का डेटा करती है।
WhatsApp पर यूज़र्स की प्राइवेसी को लेकर हाल ही में बहस और ज्यादा बढ़ गई, जब कंपनी ने अपनी
नई प्राइवेसी पॉलिसी को लागू करने की बात की। हालांकि इसे लेकर कंपनी ने
सफाई भी दी कि नई पॉलिसी केवल बिजनेस अकाउंट के लिए है और इसका असर आम यूज़र्स के अकाउंट पर नहीं पड़ेगा। इस पॉलिसी को फरवरी में लागू करने के बजाय दबाव में आकर कंपनी ने इसे
15 मई तक विलंबित कर दिया।