ऐप्पल ने गुरुवार को ऐलान किया कि कंपनी हैदराबद में ऐप्पल प्रोडक्ट्स के लिए मैप्स के डेवलेपमेंट को ध्यान में रखते हुए एक नया ऑफिस खोलेगी। इससे पहले बुधवार को ऐप्पल ने बेंगलूरु में आईओएस ऐप डिजाइन व डेवलेपमेंट एक्सीलेरेटर की स्थापना का ऐलान किया था।
एक बयान में ऐप्पल ने कहा कि, हैदराबाद ऑफिस से कंपनी को अपने मैप्स डेवलेपमेंट करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा इससे 4000 नई नौकरियां भी सृजित होंगी। कंपनी ने बताया कि नया ऑफिस वेवरॉक कैंपस में स्थित होगा और मैप्स टीम के लिए यह एक विश्व-स्तरीय, एलईईडी-सर्टिफाइड घर होगा।
ऐप्पल सीईओ टिम कुक ने इस पहले के बारे में बात करते हुए कहा, ''ऐप्पल दुनियाभर में सबसे अच्छे प्रोडक्ट और सर्विस देना चाहती है। हम मैप्स डेवलेपमेंट के लिए हैदराबाद में खोले जाने वाले इस नए ऑफिस को लेकर खासे उत्सुक हैं। स्थानीय जगह पर यहां बहुत टैलेंट है जो अतुलनीय है और हम आने वाले समय में और ज्यादा बेहतर सर्विस देने के इरादे से ज्यादा से ज्यादा यूनिवर्सिटी औप पार्टनर के साथ अपने रिश्ते आगे बढ़ाएंगे। ''
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा, ''हमें इस बात से खुशी है कि ऐप्पल ने अपने मैप्स डेवलेपमेंट सेंटर के लिए हैदराबाद को चुना। इससे यहां हजारों नई नौकरियां पैदा होंगी। ''
ऐप्पल मैप्स की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही थी लेकिन धारे-धीरे यह आईओएस और ओएलस एक्स यूजर केलिए एक अनिवार्य सर्विस बन गई। कंपनी का कहना है कि पिछले कुछ सालों में मैप्स में कई नए फीचर जोड़े गए हैं। इनमें 3डी व्यूज भी शामिल है।
ऐप्पल के इस डेवलेपमेंट सेंटर में कंपनी ने पहले ही 10 करोड़ डालर का निवेश किया है।
कुक ऐसे समय में भारत यात्रा पर आए हैं जबकि आईफोन बनाने वाली ऐप्पल दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार भारत में मौजूद ‘बड़ी संभावनाओं’ का दोहन करना चाहती है।
सूत्रों ने कहा कि कुक भारत में विनिर्माण से जुड़े मुद्दों व भारतीय प्रौद्योगिकी बाजार की संभावनाओं के बारे में अधिकारियों से चर्चा करेंगे।
अमेरिका की इस कंपनी ने फिर तैयार किए गए (रिफर्बिश्ड) फोनों के भारत में बेचने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था। इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।