दक्षिण कोरिया की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Samsung ने कई देशों में अपने वर्कर्स की बड़ी संख्या में छंटनी करने की तैयारी की है। इससे कुछ देशों में कंपनी की वर्कफोर्स में लगभग 10 प्रतिशत की कमी हो सकती है। इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में इस्तेमाल होने वाले मेमोरी चिप्स के मार्केट में SK Hynix जैसे राइवल्स से कड़ी टक्कर मिल रही है।
Bloomberg की
रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग के कुल वर्कर्स की संख्या 2,67,000 से ज्यादा है और इनमें से लगभग 1,47,000 विदेश में हैं। यह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिणपूर्व एशिया की अपनी यूनिट्स में छंटनी कर रही है। हालांकि, इसकी दक्षिण कोरिया में वर्कर्स को निकालने की योजना नहीं है। इस बारे में जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि सैमसंग के सिंगापुर के ऑफिस में इस सप्ताह की शुरुआत में विभिन्न टीमों के वर्कर्स की HR मैनेजर्स और उनके रिपोर्टिंग मैनेजर्स के साथ मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में छंटनी और सेवरेंस पैकेज के बारे में उन्हें जानकारी दी गई थी।
सैमसंग के प्रवक्ता ने कहा, "विदेश में कुछ सब्सिडियरीज में वर्कफोर्स का नियमित एडस्टमेंट किया जा रहा है। कंपनी ने विशेष पोजिशंस के लिए कोई टारगेट तय नहीं किया है।" इस वर्ष कंपनी के शेयर में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई है। इसका कारण इस बड़ी मेमोरी चिप और स्मार्टफोन मेकर के लिए कुछ मार्केट्स में बढ़ रही मुश्किलें हैं। AI में इस्तेमाल होने वाले मेमोरी चिप्स के सेगमेंट में यह अपने बड़े राइवल्स से पिछड़ रही है। कुछ महीने पहले सैमसंग ने अपने चिप बिजनेस के हेड को अचानक बदल दिया था। इस डिविजन के नए चीफ Jun Young hyun ने चेतावनी दी थी कि कंपनी को मुश्किलों से निकलने के लिए अपने वर्कप्लेस कल्चर को बदलना होगा।
इससे पहले भी
सैमसंग ने अपनी वर्कफोर्स में कटौती की है। एक व्यक्ति ने बताया कि हाल ही में इसने भारत और लैटिन अमेरिका में लगभग 10 प्रतिशत जॉब्स में कमी की थी। छंटनी के इस दौर में कंपनी अपने इंटरनेशनल वर्कफोर्स में लगभग 10 प्रतिशत घटा सकती है। हालांकि, सैमसंग की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी जॉब्स को बचाने की योजना है। यह मैनेजमेंट और सपोर्ट फंक्शंस में छंटनी कर सकती है। ये आंकड़े स्थानीय लेबर रेगुलेशंस और वित्तीय प्राथमिकताओं पर निर्भर करेंगे।